लाइव सिटीज, छपरा: कभी नीतीश कुमार के बेहद करीबी कहे जाने वाले आरसीपी सिंह एक बार फिर से मुखर हो गए हैं. वे गुरुवार से बिहार की यात्रा पर निकल पड़े हैं. छपरा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए RCP सिंह ने जदयू और राजद को लेकर एक बड़ी भविष्यवाणी कर दी है.
RCP सिंह ने दावा किया कि बहुत जल्द JDU का RJD में विलय हो जाएगा और इसका प्रयास अंदर अंदर शुरू भी हो चुका है. आरसीपी सिंह ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार के पास अब कोई विकल्प भी नहीं है क्योंकि राजनीति में संख्या बल काफी महत्व रखता है. फिलहाल जो संख्या बल है JDU और RJD का उसे देखा और समझा जा सकता है. नीतीश कुमार ने तो अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी भी तेजस्वी यादव को घोषित कर ही दिया है; बस विलय की औपचारिकता बाकी है.
नीतीश कुमार ने कहा था कि RCP सिंह खुद से मंत्री बन गए थे. इसपर RCP सिंह ने कहा कि जब मैं मंत्री अपने मन से बना था तब राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में तमाम लोगों ने मुझे मंत्री बनने पर बधाई क्यों दी थी. मुख्यमंत्री भी मुझसे मंत्री बनने के बाद कई बार मिले; कभी भी बोल देते कि आप मंत्री पद छोड़ दीजिए. आकिर क्यों नहीं बोला?
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लाइव सिटीज पटना: आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव दिल्ली से पटना पहुंच चुके हैं. वहीं अपनी बेटी मीसा भारती के साथ पटना पहुंचे हैं. पटना एयरपोर्ट पर लालू यादव के पहुंचते ही राजद कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई. एयरपोर्ट पर आरजेडी कार्यकर्ताओं ने लालू यादव का जोरदार स्वागत किया. महागठबंधन की सरकार बनने के बाद लालू यादव पटना पहुंचे हैं. लालू यादव दिल्ली से एयरइंडिया की फ्लाइट से पटना पहुंचे हैं. लालू यादव पटना एयरपोर्ट से राबड़ी देवी आवास पहुंचे चुके हैं. वहां पहुंचते ही आरजेडी नेताओं ने आरजेडी सुप्रीमो का जोरदार स्वागत किया. राबड़ी देवी आवास पर आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह, कृषि मंत्री सुधाकर सिंह, मंत्री अनिता देवी समेत कई मंत्री और नेता पहुंचे हैं.
बिहार में सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद लालू यादव पहली बार पटना आए हैं. माना जा रहा है कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुकालात भी कर सकते हैं. राजद- जदयू के साथ आने के बाद यह नीतीश और लालू यादव में पहली मुलाकात होगी. दरअसल राजद-जदयू के एक साथ मिलकर सरकार बनाने के बाद मंगलवार को राजभवन में मंत्रिपद की शपथ भी दिलाई गई. इसके तुरंत बाद सभी मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा भी कर दिया गया. ऐसे में इसके अगले ही दिन बिहार के दो बड़े नेताओं के बीच होने वाली मुलाकात को दिलचस्प माना जा रहा है.
बताया जा रहा है कि बिहार के सत्ता परिवर्तन में लालू यादव की अहम भूमिका है. दिल्ली में रहते हुए लालू यादव ने इसकी जमीन तैयार करने में अहम भूमिका निभाई थी. उनके प्रयास से नीतीश कुमार तेजस्वी यादव के साथ आने के लिए राजी हुए. वहीं नई सरकार बनने से पहले हुए राजनैतिक उठा पटक के बीच राजद के नेता लगातार लालू यादव के संपर्क में थे. बताया जा रहा है कि पार्टी की हर मीटिंग की गतिविधि और फैसले को लालू दिल्ली से कंट्रोल कर रहे थे. उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद तेजस्वी यादव भी दिल्ली गए थे. मीसा भारती के आवास पर तेजस्वी ने लालू यादव से मुलाकात कर राज्य की सियासी हलचल से अवगत कराया था.
बता दें कि आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव फिलहाल दिल्ली में हैं. वे बेटी मीसा भारती के आवास पर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं. पिछले दिनों बीमार होने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें इलाज के लिए पटना से दिल्ली एम्स भेज दिया था. दरअसल राबड़ी आवास में सीढ़ी पर गिर जाने के कारण लालू यादव की हड्डी टूट गयी थी. कई दिनों तक पटना में इलाज के बाद उन्हें एयर एंबुलेंस से दिल्ली ले जाया गया था. दिल्ली जाने से पहले सीएम नीतीश कुमार ने भी अस्पताल जाकर लालू यादव ने मुलाकात की थी और उनका हाल जाना था. एम्स में इलाज से वे जब ठीक हो गए तो छुट्टी दे दी गई. उसके बाद से वे दिल्ली में ही थे.
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लाइव सिटीज पटना: बिहार में भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ जांच एजेंसियों की कार्रवाई जारी है. इसी कड़ी में स्पेशल विजिलेंस युनिट (SVU) ने बुधवार को बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम लिमिटेड के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर अरूण कुमार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है. वहीं अरुण कुमार के ठिकानों पर हुई छापेमारी में उनके पास से अब तक डेढ़ करोड़ से भी अधिक की संपत्ति मिली है. जिसमें एक करोड़ से अधिक का उनका बेउर जेल रोड स्थित तीन मंजिला घर और शगुना मोड़ के पास एक अपार्टमेंट का फ्लैट शामिल है. जबकि बेउर वाले घर से SVU ने 35 लाख की ज्वेलरी और 20 लाख रुपया कैश, जमीन और फ्लैट के कागजात बरामद किया है. भ्रष्टाचार के मामले में SVU की यह कार्रवाई अभी भी जारी है.
दरअसल बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर अरूण कुमार को 50 हजार रुपया रिश्वत लेते हुए दोपहर में रंगेहाथ पकड़ा गया. सुपरिटेंडेंट इंजीनियर के ऑफिस में ही यह कार्रवाई हुई. रंगेहाथ इन्हें पकड़ने के बाद SVU की टीम ने पहले इनके ऑफिस को खंगाला. वहां हर एक चीज की जांच की गई. उसके बाद फिर SVU की टीम ने अरूण कुमार के घर पर छापेमारी की. ADG नैयर हसनैन कुमार के मुताबिक़ गया जेल में CRPF के 300 जवानों के लिए बैरक बनना है. पहले इस बैरक को बनाने का खर्च 6 करोड़, 66 लाख, 39 हजार 734 रुपए था. बाद में इसका स्टीमेट बढ़ गया. बढ़े हुए स्टीमेट को पास करने के नाम पर ठेकेदार गणेश कुमार से 1 लाख रुपए की डिमांड सुपरिटेंडेंट इंजीनियर अरूण कुमार की तरफ से की गई. जिस पर ठेकेदार ने पहले आपत्ति जताई.
सुपरिटेंडेंट इंजीनियर अरूण कुमार के काफी दबाव डालने के बाद ठेकेदार से 1 लाख की रकम 50-50 हजार रुपए के दो किस्तों पर देने की बात हुई. ठेकेदार ने इसकी पूरी जानकारी पहले ही SVU को दे दी थी. उसके बाद डीएसपी चंद्रभूषण की अगुवाई में एक टीम बनाई गई. शुरुआती जांच में आरोप सही साबित होने पर सुपरिटेंडेंट इंजीनियर के खिलाफ 16 अगस्त को SVU ने FIR दर्ज किया और फिर आज उन्हें रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया. भ्रष्टाचार के मामले में इंजीनियर अरूण कुमार के ठिकानों पर छापेमारी हो रही है. SVU इनकी चल-अचल संपत्ति का पता लगा रही है.
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लाइव सिटीज पटना: बिहार में नीतीश कुमार के नेतृव में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद रोजगार की खूब चर्चा है. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के 10 लाख नौकरी देने के वादे के बाद बीते 15 अगस्त को 20 लाख रोजगार देने की बात कही थी. इस बीच चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार फिर दल बदल सकते हैं. यहीं नहीं उन्होंने यह भी कहा कि अगर तीन साल में 10 लाख लोगों को नौकरी दे दी तो वो अपनी राजनीति छोड़ देंगे. साथ ही नीतीश को अपना नेता मान लेंगे.
प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार फेविकोल लगा कर कुर्सी पर चिपक गए हैं. अगर नीतीश कुमार अगले 3 साल में 10 लाख लोगों को नौकरी दे देंगे तो मैं अपनी राजनीति छोड़ दूंगा और नीतीश कुमार को ही अपना नेता मान लूंगा. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जनता को बेवकूफ बना रहे हैं. अगले विधानसभा चुनाव से पहले वह कई बार पलटी मारेंगे. प्रशांत किशोर ने कहा कि जुगाड़ लगाकर अपनी सरकार बना ली है, लेकिन उसपर विश्वास ही नहीं आएगा. जीतकर किसी और के नाम पर और चला रहे हैं किसी और के नाम पर, अगला चुनाव किसी तीसरे नाम पर लड़ेंगे.
बता दें कि बीजेपी से नाता तोड़कर 10 अगस्त को नीतीश कुमार ने आरजेडी के समर्थन से अपनी नई सरकार बनाई. वहीं 16 अगस्त को नीतीश मंत्रिमंडल का गठन भी हो गया है. जिसमें आरजेडी के 16 मंत्रियों को जगह मिली है. वहीं जदयू के 11 मंत्री बने हैं. मंत्रिमंडल में तेजस्वी को स्वास्थ्य समेत कई विभाग की जिम्मेदारी दी गई. वहीं लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप को भी मंत्री बनाया गया है. बिहार की नई महागठबंधन वाली सरकार पर नौकरियों के मुद्दे को आड़ बनाकर लगातार विपक्ष हमला कर रहा है. हालांकि सरकार ने भी इस पर काम शुरू कर दिया है. तमाम विभागों से खाली सीटों का ब्यौरा मांगा गया है. बिहार सरकार ने एक साल में चार लाख नौकरी देने का लक्ष्य रखा है.
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लाइव सिटीज पटना: बिहार सरकार के कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. उनके खिलाफ कोर्ट से अपहरण के मामले में वारंट जारी किया है. जिसको लेकर बीजेपी हमलावर है. नीतीश सरकार के कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह को लेकर जारी वारंट पर लालू यादव ने कहा कि ऐसा कोई मामला नहीं है. उन्होंने बीजेपी सांसद सुशील मोदी पर पलटवार करते हुए उन्हें ‘झूठा’ आदमी करार दिया. लालू प्रसाद ने सुशील मोदी के आरोपों पर कहा कि सुशील मोदी झूठा आदमी है. ऐसा कोई मामला नहीं है. वहीं इस मामले पर सीएम नीतीश कुमार का भी बयान सामने आया है. सीएम नीतीश ने कहा कि इस मामले में मुझे कोई जानकारी नहीं है.
दिल्ली से पटना आने के दौरान लालू यादव ने 2024 के लोकसभा चुनाव पर कहा कि हमें तानाशाह सरकार को हटाना है. हमें पीएम नरेंद्र मोदी को हटाना है. दरअसल आरजेडी के एमएलसी और बिहार सरकार में कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह को लेकर बवाल मचा हुआ है. कहा जा रहा है कि कार्तिकेय सिंह पर कोर्ट से वारंट जारी हुआ लेकिन मंगलवार को बिहार में हुए कैबिनेट विस्तार में उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली. कार्तिकेय सिंह का मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है. वहीं कार्तिकेय सिंह ने भी अपने उपर लगे आरोप को गलता बताया है.
बीजेपी नेता सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि कार्तिकेय सिंह को इसलिए कानून मंत्री बनाया गया है ताकि आरजेडी नेताओं सुरेन्द्र यादव, ललित यादव, रामानंद यादव जैसे लोगों पर जितने भी केस हैं उसको खत्म किया जाए. उन्होंने कहा कि कार्तिकेय सिंह की क्या योग्यता है. सबसे बड़ी बात है कि जिस व्यक्ति के खिलाफ वारंट है उसे क्यों मंत्री बनाया गया. अगर सीएम को इस बारे में जानकारी नहीं थी तो अब वह कार्तिकेय को बर्खास्त कर दें. वहीं कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह के वारंट पर बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा हम उम्मीद करते हैं कि पटना उच्च न्यायालय इस पर गंभीरता से ध्यान देगा. नीतीश कुमार कुछ तो हिम्मत दिखाइए, मैं अपेक्षा करता हूं कि कार्तिकेय सिंह को बर्खास्त किया जाए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
बता दें कि साल 2014 में बिहटा थाना क्षेत्र में बिल्डर राजू सिंह के अपहरण मामले में विधायक अनंत सिंह के अलावा कार्तिकेय सिंह भी आरोपी बनाए गए थे. पहले ऐसी खबर आई कि उन पर वारंट जारी हुआ है और वह फरार चल रहे हैं. कोर्ट ने कार्तिकेय सिंह की गिरफ्तारी पर 1 सितंबर तक रोक लगा दी है. मंगलवार को बिहार के कानून मंत्री बने कार्तिकेय सिंह ने इस मामले में अग्रिम जमानत याचिका 201/22 दाखिल की थी. कोर्ट ने इस केस में 12 अगस्त 2022 को अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए गिरफ्तारी पर अगली तिथि 1 सितंबर 2022 तक रोक लगा रखी है.
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लाइव सिटीज कैमूर/भभुआ(ब्रजेश दुबे): कैमूर जिले के रामगढ़ विधानसभा के राजद विधायक सुधाकर सिंह के कृषि मंत्री का शपथ लेते ही समर्थकों में जश्न का माहौल है. काफी संख्या में उनके समर्थक तरुण कुमार सिंह के अलावे कैमूर से उनके सैकड़ों समर्थक स्वागत के लिए पटना पहुंचे थे. वहीं रामगढ़ विधानसभा के रामगढ़, नुआव एवं दुर्गावती में भी राजद समर्थकों के द्वारा जश्न मनाया गया. सबसे बड़ी बात है कि रामगढ़ विधानसभा के विधायक समाजवादी सरकार में लगातार मंत्री रहे हैं. इस सीट पर समाजवाद का परचम लहराता रहा है और इस सीट से जीते हुए विधायक मंत्री बन कर बिहार में अपनी एक पहचान बनाने में कामयाब रहे हैं.
दरअसल इस सीट पर लगातार एक ही परिवार के समाजवादी विचारधारा के विधायक मंत्री रहे हैं. सबसे पहले सच्चिदानंद सिंह फिर जगदानंद सिंह इसके बाद जगदानंद सिंह के पुत्र सुधाकर सिंह मंत्री बन कर अपने परिवार की विरासत को बचाने में कामयाब रहे हैं. बीच-बीच में कभी यह सीट दूसरे के हाथ लगी भी तो विधायक तक ही सिमट कर रह गई. वहीं इस सीट से राजद के टिकट पर जीते जगदानंद सिंह के पुत्र सुधाकर सिंह एक बार फिर मंत्री बनकर अपनी विरासत को बरकरार रखने में कामयाब रहे हैं. उनके मंत्री बनने से क्षेत्र के लोगों में इस बात की खुशी है कि रामगढ़ विधानसभा में एक बार फिर विकास की लहर दौड़ेगी.
रामगढ़ विधानसभा के विधायक जगदानंद सिंह जब कभी मंत्री हुआ करते थे तो रामगढ़ विधानसभा का नाम विकास के क्षेत्र में पूरे बिहार में लिया जाता था. उनके द्वारा रामगढ़ विधानसभा में कई मूलभूत सुविधाओं को लेकर विकास का कार्य किया गया. इसी कड़ी में उनके पथ पर चलते हुए सुधाकर सिंह विधायक बनने के बाद लगातार क्षेत्र में दौरा करके लोगों की एक-एक समस्या को सुनते थे और उसके निराकरण के लिए सरकार में नहीं होते हुए भी पत्र लिखकर के समस्या का निराकरण करते थे. लेकिन अचानक बिहार में सरकार ने पलटी मारा और राजद गठबंधन की सरकार बनी जिसमें पहली बार विधायक बने सुधाकर सिंह को कृषि मंत्री बनाया गया है. जिससे लोगों में काफी खुशी है. लोगों को उम्मीद है कि जिस रामगढ़ में विकास की गति कुछ वर्षों से रुकी हुई थी फिर दोबारा रामगढ़ में विकास की लहर दौड़ेगी और विकास के क्षेत्र में पूरे बिहार में रामगढ़ का नाम लिया जाएगा.
बता दें कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार का कैबिनेट विस्तार हो गया है. मंगलवार को पटना स्थित राजभवन में नीतीश कैबिनेट के 31 नए मंत्रियों ने शपथ ली. जिसमें सबसे अधिक 16 मंत्री आरजेडी से हैं जबकि जेडीयू कोटे से 11, कांग्रेस से दो और एक निर्दलीय तथा हम पार्टी से एक विधायक शामिल हैं. नीतीश मंत्रिमंडल में यादव-मुस्लिम का दबदबा है. नीतीश सरकार को अगर जाति के आधार पर देखा जाए तो सबसे अधिक 8 संख्या यादवों की है. राजद ने 7 जबकि जदयू ने 1 यादव को मंत्री बनाया है. इसके बाद दूसरे स्थान पर मुस्लिम आबादी है. इस समुदाय से 5 लोग नीतीश सरकार में मंत्री बने हैं.
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लाइव सिटीज पटना: बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली महागठबंधन सरकार के कैबिनेट का मंगलवार को विस्तार भी हो गया. उधर बिहार के सियासी हालात को लेकर दिल्ली में बिहार बीजेपी कोर कमेटी की बैठक हो रही है. इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रास्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत बिहार बीजेपी के कई बड़े नेता मौजूद हैं. बीजेपी मुख्यालय में हो रही इस बैठक में बिहार में बीजेपी की विपक्ष की भूमिका और उनके द्वारा उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. साथ ही बिहार बीजेपी के नए प्रमुख के चयन, विधानसभा और विधान परिषद में एलओपी के चुनाव पर चर्चा की उम्मीद बैठक में जताई जा रही है. बैठक में जेपी नड्डा, तार किशोर प्रसाद, गिरिराज सिंह, शाहनवाज हुसैन, सुशील मोदी और अश्विनी चौबे समेत कई बड़े नेता मौजूद हैं.
दरअसल बिहार में सरकार से बाहर होने के बाद भाजपा की चुनौती फिलहाल नेता प्रतिपक्ष चुनने की है. जिसको लेकर दिल्ली में बैठक बुलाई गई है. बताया जा रहा है कि कोर कमेटी में नामों पर मंथन के बाद केन्द्रीय नेतृत्व इसपर फैसला करेगा. 2020 विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत के बाद तारकिशोर प्रसाद को पार्टी ने उप मुख्यमंत्री बनाया, साथ ही विधानसभा में पार्टी नेता का जिम्मा भी मिला, वहीं विधान परिषद में नवल किशोर यादव उप नेता बनाए गए थे. विधान सभा और विधान परिषद में दोनों सदनों में बीजेपी की ओर से नेता प्रतिपक्ष कौन होगा, भाजपा को फिलहाल इस चुनौती से पार पाना होगा. नेता विपक्ष का जिम्मा तारकिशोर प्रसाद ही संभालेंगे या किसी और को यह दायित्व मिलेगा. माना जा रहा है कि इस बैठक में फैसला हो जाएगा.
बता दें कि वर्ष 2013 में जब जदयू ने भाजपा से किनारा किया था तब तत्कालीन उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भाजपा विधानमंडल दल तथा विप में नेता का दायित्व संभाला था. वहीं विधानसभा में वरिष्ठ विधायक नंदकिशोर यादव ने बतौर नेता विपक्ष मोर्चा संभाला था. वहीं 2015 के चुनाव के बाद एकबार फिर जब भाजपा विपक्ष में रही तो सुशील मोदी का जिम्मा पूर्ववत रह गया जबकि नंदकिशोर यादव की जगह डॉ. प्रेम कुमार विस में नेता विपक्ष बने. तारकिशोर प्रसाद विधानसभा में भाजपा के नेता हैं, लेकिन कई और नाम इस पद की होड़ में चल रहे हैं. नंदकिशोर यादव, प्रेम कुमार व अमरेन्द्र प्रताप सिंह से लेकर नितिन नवीन व विजय सिन्हा तक का नाम चल रहा है.
बतातें चलें कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार का कैबिनेट विस्तार हो गया है. मंगलवार को पटना स्थित राजभवन में नीतीश कैबिनेट के 31 नए मंत्रियों ने शपथ ली. जिसमें सबसे अधिक 16 मंत्री आरजेडी से हैं जबकि जेडीयू कोटे से 11, कांग्रेस से दो और एक निर्दलीय तथा हम पार्टी से एक विधायक शामिल हैं. नीतीश मंत्रिमंडल में यादव-मुस्लिम का दबदबा है. नीतीश सरकार को अगर जाति के आधार पर देखा जाए तो सबसे अधिक 8 संख्या यादवों की है. राजद ने 7 जबकि जदयू ने 1 यादव को मंत्री बनाया है. इसके बाद दूसरे स्थान पर मुस्लिम आबादी है. इस समुदाय से 5 लोग नीतीश सरकार में मंत्री बने हैं.
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लाइव सिटीज पटना: बिहार कैबिनेट का विस्तार होते ही नीतीश सरकार एक्शन मोड में आ गई है. मंत्रिमंडल का विस्तार होते ही सीएम नीतीश कुमार की अगुवाई में कैबिनेट की बैठक हुई. बैठक में अहम प्रस्ताव पर मुहर लगी है. कैबिनेट बैठक में जल जीवन हरियाली अभियान को विस्तार मिला है. इस कार्यक्रम को 2025 तक चलाने का टारगेट तय किया गया है. जल जीवन हरियाली अभियान को लेकर अगले तीन सालों में 12 हजार करोड़ से ज्यादा रुपए खर्च किए जाएंगे.
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लाइव सिटीज पटना: नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार का कैबिनेट विस्तार हो गया है. मंगलवार को पटना स्थित राजभवन में नीतीश कैबिनेट के 31 नए मंत्रियों ने शपथ ली. जिसमें सबसे अधिक 16 मंत्री आरजेडी से हैं जबकि जेडीयू कोटे से 11, कांग्रेस से दो और एक निर्दलीय तथा हम पार्टी से एक विधायक शामिल हैं. कैबिनेट विस्तार के बाद विभाग का बंटवारा भी हो गया है. नीतीश कुमार ने गृह विभाग अपने पास रखा है. वहीं तेजस्वी यादव को स्वास्थ्य, पथ निर्माण, नगर विकास एवं विकास और ग्रामीण कार्य विभाग का जिम्मा मिला है. तेजस्वी यादव ने पदभार ग्रहण कर लिया है. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग पहुंचकर पदभार ग्रहण किया. विभागीय अधिकारियों ने मंत्री का स्वागत किया.
पदभार ग्रहण करते ही डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने रोजगार को लेकर बड़ी बात कह दी. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश ने 20 लाख रोजगार का जो ऐलान किया था. वह तय है. उसको तो देना ही है. तेजस्वी यादव ने कहा किलोगों की सेवा करते रहेंगे. हमारा तो मुद्दा ही रहा है पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिंचाई सुनवाई और कार्रवाई वाली सरकार देने का. उन्होंने कहा कि हमलोगों ने जो प्रण लिया था उसको पूरा करेंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में इस काम को हमलोग मिलकर पूरा करेंगे. जो भी समस्याएं है उनको दूर किया जाएगा. तेजस्वी ने कहा कि जो जिम्मेदारी हमको मिली है इसको ईमानदारी से पूरा करेंगे. वहीं सीएम नीतीश के 20 लाख रोजगार के ऐलान पर कहा कि गांधी मैदान ने सीएम ने ऐलान नहीं किया था. मुहर लगाई थी. वो होना तय है. थोड़ा इंतजार का मजा लीजिए क्या हड़बड़ी है. उन्होंने मीडिया से सवाल पूछते हुए कहा कि भाजपा के लोगों ने दो साल बर्बाद कर दिया आपने कभी पूछा ही नहीं.
दरअसल 15 अगस्त 2022 को 76वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पटना के गांधी मैदान में सीएम नीतीश ने कहा कि हम अपने राज्य में 10 लाख तो क्या 20 लाख लोगों को रोजगार देंगे. सीएम नीतीश के इस ऐलान पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा था कि यह एक ऐतिहासिक घोषणा की गई है. उन्होंने कहा कि नौजवान के दिल में जो उम्मीद थी उसको साथ मिलकर पूरा कर रहे हैं. बेरोजगारी का मुद्दा हमलोगों का सबसे बड़ा मुद्दा था ये बहुमत भी उसी का था. ऐसे में पदभार ग्रहण करते ही तेजस्वी यादव ने उसी बात को दोहराते हुए कहा कि सीएम ने ऐलान नहीं किया है बल्कि उस पर मुहर लगाईं है. रोजगार तो देना ही है.
बता दें कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार का कैबिनेट विस्तार हो गया है. जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (हम) के 31 विधायक और एमएलसी ने आज मंत्री पद की शपथ ली. शपथ के बाद विभाग का भी बंटवारा हो गया है. नीतीश कुमार ने गृह विभाग अपने पास रखा है. वहीं तेजस्वी यादव को स्वास्थ्य, पथ निर्माण, नगर विकास एवं विकास और ग्रामीण कार्य विभाग का जिम्मा मिला है. वित्त विभाग की जिम्मेदारी विजय कुमार चौधरी को मिली है. वहीं लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पर्यावरण मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है.
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लाइव सिटीज पटना: नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार का आज यानी मंगलवार को कैबिनेट विस्तार हो गया है. जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (हम) के 31 विधायक और एमएलसी ने आज मंत्री पद की शपथ ली. शपथ के बाद विभाग का भी बंटवारा हो गया है. नीतीश कुमार ने गृह विभाग अपने पास रखा है. वहीं तेजस्वी यादव को स्वास्थ्य, पथ निर्माण, नगर विकास एवं विकास और ग्रामीण कार्य विभाग का जिम्मा मिला है. वित्त विभाग की जिम्मेदारी विजय कुमार चौधरी को मिली है. वहीं लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पर्यावरण मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है.
किस मंत्री को कौन सा विभाग
1.नीतीश कुमार: मुख्यमंत्री, सामान्य प्रशासन, गृह, मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी, निर्वाचन, ऐसे सभी विभाग जो किसी को आवंटित नहीं हुए हैं 2.तेजस्वी यादव: उपमुख्यमंत्री, स्वास्थ्य, पथ निर्माण, नगर विकास एवं आवास, ग्रामीण कार्य विभाग 3.विजय चौधरी: वित्त, वाणिज्य कर एवं ससंदीय कार्य मंत्री 4.विजेंद्र यादव: ऊर्जा, योजना एवं विकास 5.अशोक चौधरी: भवन निर्माण 6.तेज प्रताप यादव: वन एवं पर्यावरण मंत्री 7.चंद्रशेखर: शिक्षा मंत्री 8.आलोक कुमार मेहता: राजस्व एवं भूमि सुधार 9.श्रवण कुमार: ग्रामीण विकास 10.सुरेंद्र प्रसाद यादव: सहकारिता 11.रामानंद यादव: खान एवं भूतत्व 12.लेशी सिंह: खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण 13.मदन सहनी: समाज कल्याण 14.आफाक आलम: पशु एवं मत्स्य संसाधन 15.सर्वजीत कुमार- पर्यटन 16.ललित यादव-लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण 17.संतोष कुमार सुमन- एससी/एसटी कल्याण 18.संजय कुमार झा- जल संसाधन और सूचना एवं जनसंपर्क 19.शीला कुमारी- परिवहन 20.समीर महासेठ- उद्योग 21.सुमित सिंह- विज्ञान एवं प्रावैधिकी 22.सुनील कुमार- मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन 23.अनिता देवी- पिछड़ा वर्ड एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण 24.जमा खान: अल्पसंख्यक कल्याण 25.रामानंद यादव: खान और भूतत्व 26.सरबजीत कुमार: पर्यटन 27.सुधाकर सिंह: कृषि
28.जितेंद्र राय: कला, संस्कृति और युवा 29.इजराइल मंसूरी: सूचना प्रावैद्यिकी 30.कार्तिक कुमार: विधि 31.शमीम अहमद: गन्ना उद्योग 32.शाहनवाज आलम: आपदा प्रबंधन 33.सुरेंद्र राम: श्रम संसाधन
महागठबंधन सरकार के 31 मंत्रियों की लिस्ट
नीतीश कुमार: मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव: उपमुख्यमंत्री RJD के 16 मंत्री 1 तेज प्रताप यादव
2 आलोक कुमार मेहता
3 अनिता देवी
4 सुरेंद्र प्रसाद यादव
5 चंद्रशेखर
6 ललित कुमार यादव
7 जितेंद्र राय
8 रामानंद यादव
9 सुधाकर सिंह
10 कुमार सर्वजीत
11 सुरेंद्र राम
12 शमीम अहमद
13 शाहनवाज
14 मो. इसराइल मंसूरी
15 कार्तिक सिंह
16 समीर कुमार महासेठ
JDU के 11 मंत्री
1 विजेन्द्र प्रसाद यादव
2 विजय कुमार चौधरी
3 संजय कुमार झा
4 अशोक चौधरी
5 श्रवण कुमार
6 मदन सहनी
7 सुनील कुमार
8 शीला कुमारी
9 लेसी सिंह
10 जमा खान
11 जयंत राज
कांग्रेस कोटे से दो मंत्री 1.अफाक आलम 2.मुरारी गौतम हम पार्टी- संतोष सुमन निर्दलीय- सुमित सिंह
जदयू के मंत्री और जाति
विजय चौधरी: सरायरंजन (भूमिहार), विजेंद्र यादव-सुपौल (यादव), अशोक चौधरी- MLC(पासी), श्रवण कुमार-नालन्दा (कुर्मी), संजय झा- MLC (ब्राह्मण), लेसी सिंह- धमदाहा (राजपूत), जमा खान-चैनपुर (मुस्लिम), जयंत राज-अमरपुर (कुशवाहा), सुनील कुमार- भोरे (जाटव), मदन सहनी – बहादुरपुर (मछुआरा) और शिला मंडल – फुलपरास (धानुक) को मंत्री बनाया गया है.
RJD के मंत्री और जाति तेजप्रताप यादव-हसनपुर (यादव), आलोक मेहता- उजियारपुर (कुशवाहा), अनिता देवी- नोखा, कुमार सर्वजीत- बोधगया (जाटव), समीर कुमार महासेठ- मधुबनी (वैश्य), मो शाहनवाज -जोकीहाट (मुस्लिम), चंद्रशेखर- मधेपुरा (यादव), रामानंद यादव- फतुहा- (यादव), सुरेंद्र यादव- बेलागंज (यादव), कार्तिकेय मास्टर MLC (राजपूत), इसराइल मंसूरी-कांटी (मुस्लिम), शमीम अहमद-नरकटिया (मुस्लिम), सुरेंद्र राम- गरखा- (जाटव), सुधाकर सिंह-रामगढ़ (राजपूत), ललित यादव और जिंतेंद्र राय मंत्री बनें हैं.
कांग्रेस के मुरारी गौतम: चेनारी (दलित) और अफाक अहमद- कस्बा (मुस्लिम) को मंत्री पद दिया गया है. अकेले निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह-चकाई (राजपूत)
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