Category: tejashwi yadav

  • रिक्तियां चुराने‌ वाले किस हैसियत से तेजस्वी यादव से कर रहे सवाल, BJP नेताओं का मानसिक संतुलन गड़बड़ा गया है, RJD का बड़ा बयान

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की नई सरकार बन गई है. तेजस्वी यादव के उप-मुख्यमंत्री बनते ही उनके 10 लाख नौकरियों के वादे पर बीजेपी की ओर से लगातार सवाल किया जा रहा है. जिसको लेकर आरजेडी की ओर से भी करारा जवाब दिया जा रहा है. राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि करोड़ों रिक्तियां चुराने‌ वाले आज किस हैसियत से उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से सवाल कर रहे हैं. मिशन बिहार नाकामयाब हो जाने से भाजपा नेताओं का मानसिक संतुलन गड़बड़ा गया है. आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि बीजेपी का मिशन फेल गया, इसलिए तेजस्वी जी इनके आंखों के किरकिरी बन गये हैं.

    चित्तरंजन गगन ने कहा कि भाजपा के सारे नेता शपथ ग्रहण के साथ ही पिछले दो दिनों में हजारों सवालों की बौछार कर रहे हैं. जबकि अभी‌ तक न तो‌ मंत्रीमंडल का गठन हुआ है और न विधानसभा में बहुमत साबित करने की‌ औपचारिकता. राजद प्रवक्ता ने कहा कि तेजस्वी यादव ने स्पष्ट कहा है कि अधिक से अधिक नौजवानों को नौकरी और रोजगार कैसे मिले इसके लिए सरकार काफी गंभीर है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी स्वयं पहल कर रहे हैं. एक से दो महीने के अन्दर परिणाम सामने आने लगेगा. बेरोजगारी हमारे नेता का प्राथमिक एजेंडा रहा है और रहेगा. यह उनकी हीं बड़ी उपलब्धि है कि आज करोड़ों रिक्तियां चुराने‌ वाली भाजपा को भी बेरोजगारों की याद आने लगी है.

    राजद प्रवक्ता ने भाजपा से सवाल पूछा कि प्रतिवर्ष दो करोड़ नौजवानों को रोजगार देने, पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान 19 लाख नौजवानों को नौकरी देने के साथ ही पिछले दिनों प्रधानमंत्री द्वारा 18 महीनें में 10 लाख नौजवानों को नौकरी देने के वादे का क्या हुआ. राजद प्रवक्ता ने कहा कि जब से केंद्र में भाजपा की सरकार बनी है केन्द्रीय सेवाओं में रिक्तियों की संख्या बढ़ती जा रही है. आज केन्द्र की भाजपा सरकार एक करोड़ से ज्यादा रिक्तियां चुरा कर बैठी हुई है. पिछले आठ सालों में मात्र 7. 22 लाख नौकरी दी गई. जबकि 22.05 करोड़ लोगों ने नौकरी के लिए आवेदन किया था. जबकि इस आठ साल में सार्वजनिक उपक्रमों सहित केन्द्र सरकार के मातहत विभागों में 90 लाख से ज्यादा पद रिक्त हुए हैं.

    राजद प्रवक्ता ने कहा कि देश में एक करोड़ से ज्यादा पद रिक्त है. उन्होंने कहा कि आज की तारीख में रेलवे में 3 लाख, डिफेंस में 2.75 लाख, गृह विभाग में 1.40 लाख, डाक विभाग में 90,000, राजस्व विभाग में 80,000 के साथ हीं पूरे भारत में 2019-20 में 60 लाख से ज्यादा पद रिक्त थे. जिसे आज की तारीख में एक करोड़ पहुंचने का अनुमान है. सार्वजनिक उपक्रमों को जोड़ देने पर रिक्तियों की संख्या लगभग दो करोड़ से ज्यादा हो जाएगी. राजद प्रवक्ता ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार करोड़ों रिक्तियां चुरा कर रखे हुए है और लाखों नौजवानों की उम्र सीमा समाप्त होते जा रहा है ‌आखिर इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा. वहीं तेजस्वी यादव ने कहा कि ये हमारी उपलब्धि है कि हिंदू-मुसलमान की बातों से हटकर अब रोज़गार के सवाल पर बहस हो रही है. जो मीडिया सोई हुई थी, रोज़गार के मुद्दे पर चर्चा तक नहीं करती थी, अब वो भी जाग चुकी है.

    The post रिक्तियां चुराने‌ वाले किस हैसियत से तेजस्वी यादव से कर रहे सवाल, BJP नेताओं का मानसिक संतुलन गड़बड़ा गया है, RJD का बड़ा बयान appeared first on Live Cities.

  • RJD ने भूल सुधारी, पावर में आ गए मृत्युंजय तिवारी, बीजेपी वालों को देंगे करारा जवाब

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में सियासी उठापटक के बीच बीते दिनों भंग की गई राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रवक्ताओं के पैनल को प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के आदेश पर शुक्रवार को पुनः बहाल कर दिया गया. इस नए पैनल में दो विधायकों समेत आठ लोगों को जगह दी गई है. हालांकि सबसे हैरान करने वाली बात यह थी कि आरजेडी प्रवक्ताओं की जो पहली लिस्ट जारी हुई थी. उसमें मृत्युंजय तिवारी का नाम शामिल नहीं था. हालांकि आरजेडी ने अपनी भूल सुधारते हुए 24 घंटे के भीतर ही मृत्युंजय तिवारी को प्रवक्ता नियुक्त कर दिया है. आरजेडी के प्रधान महासचिव आलोक कुमार मेहता ने इसकी जानकारी दी है. उन्होंने लेटर जारी करते हुए लिखा है कि निदेशानुसार अधिसूचित किया जाता है कि मृत्युंजय तिवारी को बिहार प्रदेश आरजेडी का तत्काल प्रभाव से प्रवक्ता मनोनीत किया जाता है.

    आरजेडी प्रवक्ताओं की लिस्ट

    विधायक भाई बिरेन्द्र
    पूर्व विधायक शक्ति सिंह यादव
    एजाज अहमद
    पूर्व विधायक इज्या यादव
    रितु जायसवाल
    पूर्व विधायक ऋषि मिश्रा
    चितरंजन गगन
    विधायक सतीश कुमार दास
    मृत्युंजय तिवारी

    इससे पहले शुक्रवार को आरजेडी की ओर प्रदेश प्रवक्ताओं की पहली लिस्ट जारी हुई थी. जिसमें दो विधायकों समेत आठ लोगों को जगह दी गई है. प्रवक्ताओं के नए लिस्ट में सबसे ऊपर मनेर के विधायक भाई वीरेन्द्र का नाम है. इसके बाद पूर्व विधायक शक्ति सिंह यादव का नाम शामिल है. इसके अलावा सूची में पूर्व विधायक एज्या यादव, पूर्व विधायक ऋषि मिश्रा, विधायक सतीश कुमार दास‌, एजाज अहमद, ऋतु जायसवाल और चितरंजन गगन को भी आरजेडी का प्रदेश प्रवक्ता मनोनीत किया गया है. प्रवक्ताओं के इस नए पैनल में ऋषि मिश्रा और सतीश कुमार दास‌ नए प्रवक्ता नियुक्त किये गये हैं. दरअसल जिस दिन आरजेडी ने अपने प्रवक्ताओं के पैनल को रद्द किया था उस दिन से सिर्फ तेजस्वी यादव और जगदानंद सिंह आधिकारिक बयान दे रहे थे.

    बता दें कि बिहार की बदली हुई राजनीति में बयानबाजी का दौर लगातार जारी है. बीजेपी की तरफ से महागठबंधन सरकार पर ताबड़तोड़ हमला किया जा रहा है. जिसको देखते हुए आरजेडी ने एक बार फिर अपने प्रवक्ताओं का पैनल बहाल कर दिया है. बतातें चलें कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में नई महागठबंधन सरकार बन गई है. नीतीश कुमार मुख्यमंत्री जबकि तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम बने हैं. नीतीश और तेजस्वी की सरकार का 24 अगस्त को सदन में फ्लोर टेस्ट होगा. जहां उन्हें बहुमत साबित करना होगा. सीएम और डिप्टी सीएम तो तय हो गया है लेकिन बिहार के नए मंत्रिमंडल की तस्वीर अभी साफ नहीं हुई है. सरकार में कौन-कौन शामिल होगा, किसके कितने मंत्री बनेंगे, यह सब अभी तय नहीं हुआ है. हालांकि माना जा रहा है कि महागठबंधन में इस बात पर सहमति बन रही है कि 5 विधायक पर एक मंत्री बनाया जाएगा. बतातें चलें कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने राज्यपाल फागू चौहान को 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा है. इसमें जेडीयू के 45, आरजेडी के 79, लेफ्ट के 16, कांग्रेस के 19, निर्दलीय एक और हम के चार विधायक शामिल हैं.

    The post RJD ने भूल सुधारी, पावर में आ गए मृत्युंजय तिवारी, बीजेपी वालों को देंगे करारा जवाब appeared first on Live Cities.

  • तेजस्वी यादव लौटे पटना, राजद कोटे से कौन-कौन बनेगा मंत्री, लालू यादव से हो गई पूरी बात, फ़ाइनल लिस्ट तैयार

    लाइव सिटीज पटना: बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव दिल्ली से पटना लौट चुके हैं. तेजस्वी यादव ने वहां अपने पिता लालू यादव से आशीर्वाद लिया और मंत्रिमडल को लेकर चर्चा की. वहीं डिप्टी सीएम ने सोनिया गांधी समेत अलग-अलग पार्टी के नेताओं से भी मुलाकात की. महागठबंधन की सरकार में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री जबकि तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री बने हैं. 16 अगस्त को नीतीश मंत्रिमंडल के विस्तार होने की संभावना है. ऐसे में नीतीश मंत्रिमंडल में किस पार्टी को कितना मंत्री पद मिलेगा और किस पार्टी से मंत्रिपद के लिए चेहरा कौन होंगे इसको लेकर चर्चा तेज है. माना जा रहा है कि राजद कोटे से कौन-कौन मंत्री बनेगा और किस पार्टी को कितना मंत्री पद मिलेगा. इसको लेकर तेजस्वी यादव की लालू यादव से बात हो गई है. तेजस्वी यादव मंत्रियों की फ़ाइनल लिस्ट लेकर पटना लौटे हैं.

    पटना लौटते ही मंत्रिमडल विस्तार पर तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन के सभी दलों के बड़े नेता से हमारी बात हुई है. लालू यादव से भी मंत्रिमडल को लेकर चर्चा हुई है. सबकी सहमति बन गई है. बहुत जल्द मंत्रिमडल का विस्तार कर दिया जाएगा. वहीं 10 लाख नौकरी के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि रोजगार तो देना ही है थोड़ा इंतजार का मजा लीजिए. सीएम नीतीश कुमार ने तो इस बारे में बता ही दिया है. इसमें किसी को शक कहां है. साथ ही उन्होंने कहा कि हम तो दे रहे हैं उनसे जरा पूछो वो दे रहे हैं दो करोड़ नौकरी. 8 साल हो गया 16 करोड़ रोजगार दे रहे हैं क्या, हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वादा था. हम दो दे रहे हैं जरा उनसे पूछिए.

    दरअसल नीतीश-तेजस्वी सरकार को 164 विधायकों का समर्थन है. जिसमें सबसे ज्यादा आरजेडी के 79, जेडीयू के 45, कांग्रेस के 19 वाम दलों के 16 और हम के 4 विधायकों के साथ 1 निर्दलीय विधायक का समर्थन है. इसमें वाम दल सरकार में शामिल नहीं हो रही. लेफ्ट पार्टी सरकार को बाहर से समर्थन कर रही है. बताया जा रहा है कि नीतीश सरकार में आरजेडी के खाते में 15-16 मंत्रिपद मिल सकता है. आरजेडी की तरफ से सुधाकर सिंह, चन्द्रशेखर, सुनील कुमार सिंह और आलोक मेहता का मंत्री बनना तय है. इसके साथ ही भाई वीरेंद्र को भी मंत्री बनाया जा सकता है. वहीं जेडीयू को 10 से 11 मंत्री पद मिलने की संभावना है. जेडीयू अपने पुराने चेहरों पर ही विश्वास जता सकती है. जबकि उपेंद्र कुशवाहा को भी नीतीश मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. चार विधायकों वाली पार्टी जीतनराम मांझी की पार्टी हम एक और 19 विधायकों वाली कांग्रेस पार्टी को तीन सीट मिल सकता है.

    बता दें कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में नई महागठबंधन सरकार के गठन के बाद उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पिता लालू प्रसाद यादव से आशीर्वाद लेने दिल्ली पहुंचे थे. वहां उन्होंने अलग-अलग पार्टी के नेताओं से मुलाकात की. इसी कड़ी में तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. इससे पहले तेजस्वी यादव ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा से मुलाकात की. तेजस्वी ने कहा कि सरकार बनाने में सहयोग देने पर सभी नेताओं को धन्यवाद दिया है.

    The post तेजस्वी यादव लौटे पटना, राजद कोटे से कौन-कौन बनेगा मंत्री, लालू यादव से हो गई पूरी बात, फ़ाइनल लिस्ट तैयार appeared first on Live Cities.

  • हर साल 2 करोड़ रोजगार देने वाले किस मुंह से मांग रहे 10 लाख नौकरी, पहले अपने गिरेबान में झांके

    लाइव सिटीज पटना: जन अधिकार युवा परिषद के प्रदेश अध्यक्ष राजू दानवीर ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव के दौरान हर साल 2 करोड़ नौकरी देने की बात कह सत्ता में आने वाले आज 10 लाख नौकरी की मांग किस मुंह से कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिसने देश से सिर्फ रोजगार खत्म करने का काम किया. बैंक, रेलवे से लेकर सेना तक रोजगार को खत्म करने वाले लोग दूसरे से 10 नौकरी मांगने से पहले अपने गिरेबान में झांके. राजू दानवीर ने कहा कि यही लोग जब अग्निवीर के खिलाफ सड़क पर उतरे युवाओं को उग्रवादी बता रहे थे और आज उनके लिए रोजगार के नाम पर राजनीति कर रहे हैं.

    राजू दानवीर ने कहा कि यही चरित्र है देश की स्वघोषित सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी का. जब यह पार्टी कुछ दिनों पहले तक बिहार में सत्ता में थी, तब उन्होंने अपने विभाग से कितना रोजगार दिया. पहले बिहार की जनता को यह बताना चाहिए. दानवीर ने कहा कि बिहार में लॉ एंड ऑर्डर डबल इंजन की सरकार में भी खराब थी. लेकिन तब सत्ता की मलाई खा रहे लोगों ने अपराध पर कभी मुखर होकर ना आवाज उठाई और न ही इसकी जिम्मेदारी ली. और आज सत्ता से बेदखल होने के बाद अचानक से बिहार में अपराध नजर आने लगा है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. सत्ता में रहकर जो कुछ भी नहीं कर सके, वो आज दूसरे पर उंगली उठा रहे हैं. उन्हें यह समझना चाहिए कि जिनके घर शीशे के होते हैं, वे दूसरे के घरों पर पत्थर नहीं फेंका करते.

    बता दें कि तेजस्वी यादव के 10 लाख नौकरियों के वादे पर बीजेपी की ओर से लगातार सवाल किया जा रहा है. आरजेडी की और से भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है. तेजस्वी यादव ने कहा कि ये हमारी उपलब्धि है कि हिंदू-मुसलमान की बातों से हटकर अब रोज़गार के सवाल पर बहस हो रही है. जो मीडिया सोई हुई थी, रोज़गार के मुद्दे पर चर्चा तक नहीं करती थी, अब वो भी जाग चुकी है. वहीं आरजेडी ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि प्रतिवर्ष दो करोड़ नौजवानों को रोजगार देने, पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान 19 लाख नौजवानों को नौकरी देने के साथ हीं पिछले दिनों प्रधानमंत्री द्वारा 18 महीनें में 10 लाख नौजवानों को नौकरी देने के वादे का क्या हुआ.

    The post हर साल 2 करोड़ रोजगार देने वाले किस मुंह से मांग रहे 10 लाख नौकरी, पहले अपने गिरेबान में झांके appeared first on Live Cities.

  • जंगल राज कहां रिटर्न आएगा, नीतीश कुमार सुशासन के प्रतीक, ‘जंगल राज’ तो बीजेपी वाले लाए थे, ललन सिंह का बड़ा बयान

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में एनडीए गठबंधन टूटने के बाद से जेडीयू और बीजेपी के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद ललन सिंह बीजेपी के आरोपों का मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं. बीजेपी के कई नेता बार-बार कह रहे हैं कि बिहार में फिर भी जंगल राज वापस आ जाएगा. जिस पर ललन सिंह ने करारा जवाब देते हुए कहा कि जंगल राज कहां वापस आएगा, नीतीश कुमार सुशासन के प्रतीक हैं. ‘जंगल राज’ तो बीजेपी वाले लाए थे. साथ ही ललन सिंह ने कहा कि बीजेपी के पहले के नेता अपने साथी का सम्मान करते थे जबकि अभी के नेता अपने साथियों की हत्या करने और पीठ पर पीछे से वार करने में विश्वास करता है.

    ललन सिंह ने बीजेपी के बिहार में पॉलिटिकल प्रोपेगेंडा के तौर पर ‘जंगल राज’ की वापसी के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि जंगल राज कहां रिटर्न आयेगा, नीतीश कुमार सुशासन के प्रतीक हैं. जंगल राज तो बीजेपी वाले लाए थे. ललन सिंह ने कहा कि पीएम मोदी ने पहले साजिश करके जदयू का सीट 42 कर दिया. उसके बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि आप मुख्यमंत्री बन जाइये. फिर उसके बाद चार गो छुटभैया नेता को उकसाकर बयान दिलवाते थे और कहते हैं कि 2024 में 2025 दोनों में नीतीश कुमार NDA का नेतृत्व करेंगे और हम लोगों की पार्टी में एक एजेंट को बहाल कर लिए थे. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने उसको पहचान लिया और विदा कर दिया और पार्टी से सड़क छाप कर दिया.

    बीजेपी पर हमला करते हुए ललन सिंह ने कहा कि बीजेपी का अभी का जो नेतृत्व है, वह अपने साथियों का अपने सहयोगियों का सम्मान करना नहीं जानती है. अपने साथियों के प्रति उनका ईमानदारी का भाव नहीं है. पहले के नेता अपने साथी का सम्मान करते थे अभी के नेता अपने साथियों की हत्या करने और पीठ पर पीछे से वार करने में विश्वास करता है. उन्होंने कहा कि एक तरफ बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व कह रहा है कि 2024 में 2025 दोनों में सीएम नीतीश कुमार NDA का नेतृत्व करेंगे. वहीं पटना में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कह रहे हैं कि क्षेत्रीय पार्टियों का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा. ऐसे में आपकी मंशा साफ है. आप क्या करना चाहते हैं. ललन सिंह ने कहा कि 2014 में आप शासन में तब कितने लोग NDA में थे अब कितने बच गए हैं. अभी वाला जो नेतृत्व है जैसा करेगा वैसे भरेगा. जस करनी तस भोगाहूं ताता, नरक जात तो क्यों पछताता.

    बता दें कि इससे पहले ललन सिंह ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि जब अटल जी बीजेपी का नेतृत्व कर रहे थे और 1996 में एनडीए अस्तित्व में आया, हम 2013 में इसका हिस्सा बने. 17 सालों में 17 सेकेंड के लिए भी एनडीए में मतभेद नहीं दिखा. लेकिन आज बीजेपी के लोग जो सरकार में हैं, वे अपने सहयोगियों को सम्मान देने के लिए तैयार नहीं हैं. उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा 2020 के चुनाव में जदयू को हराने के षड्यंत्र में भाजपा के साथ आरसीपी सिंह भी मिले हुए थे. भाजपा नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लगातार अपमानित किया जा रहा था.

    The post जंगल राज कहां रिटर्न आएगा, नीतीश कुमार सुशासन के प्रतीक, ‘जंगल राज’ तो बीजेपी वाले लाए थे, ललन सिंह का बड़ा बयान appeared first on Live Cities.

  • एक अनार कई बीमार, बिहार में कांग्रेस के 19 विधायक, 12 ने जताई मंत्री बनने की दावेदारी, बढ़ी टेंशन

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में महागठबंधन की नई सरकार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शपथ ले ली है. लेकिन मंत्रिमंडल का विस्तार अभी नहीं हुआ है.ऐसे में सबके जेहन में एक ही सवाल है कि नीतीश कुमार की नई सरकार में कैबिनेट में कौन-कौन चेहरे होंगे. इसको लेकर मंथन का दौर जारी है. जदयू, राजद और कांग्रेस का मंथन लगातार चल रहा है कि किसे मंत्री बनाया जाए. तेजस्वी यादव मंत्रियों की लिस्ट लेकर लालू यादव के पास दिल्ली भी पहुंच चुके हैं. माना जा रहा है कि 15 अगस्त के बाद नीतीश-तेजस्वी मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है. लेकिन सबसे बड़ी समस्या कांग्रेस के सामने है, जहां मंत्री पद के दावेदारों की संख्या सबसे ज्यादा है.

    महागठबंधन सरकार में कांग्रेस के हिस्से में तीन से चार मंत्री पद जा सकता है. क्योंकि कांग्रेस के पास केवल 19 विधायक है लेकिन हैरानी की बात यह है कि 19 में से 12 विधायकों ने मंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी पेश कर दी है. कांग्रेस के विधायकों ने मंत्री पद के लिए दावेदारी बिहार प्रभारी भक्त चरण दास, प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर मदन मोहन झा से लेकर आलाकमान तक पेश की है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कह चुके हैं कि 15 अगस्त के बाद कभी भी मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है. मुख्यमंत्री की इस घोषणा के साथ ही महागठबंधन के दूसरे सहयोगी अपने-अपने कोटे के मंत्रियों का नाम फाइनल करने में लग गए हैं.

    बताया जा रहा है कि कांग्रेस के 19 में से 12 विधायकों ने प्रदेश अध्यक्ष से लेकर प्रभारी मंत्री तक अपनी दावेदारी पेश कर दी है. जिन नामों ने दावेदारी पेश की है, उनमें राजापाकड़ से प्रतिमा दास तो बक्सर से मुन्ना तिवारी, करगहर से संजीव मिश्रा, खगड़िया से छत्रपति यादव, अररिया से अब्दुल रहमान के नाम प्रमुख तौर पर शामिल हैं. इनके अलावा दो विधान पार्षद भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल हो गए हैं. ऐसे में एक साथ लगभग एक दर्जन दावेदारों के खड़ा होने से पार्टी में असमंजस की स्थिति बन गई है. तेजस्वी यादव से मिलने के बाद कांग्रेस बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने लालू यादव से भी मुलाकात की है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में बनी महागठबंधन की सरकार में हिस्सेदारी को लेकर बातचीत हुई है और उसके मंत्रियों की संख्या सम्मानजनक होगी.

    बता दें कि बताया जा रहा है कि महागठबंधन की नयी सरकार में जो कैबिनेट तय होगा, उसका फॉर्मूला 2015 के आधार पर तय होगा. इसके मुताबिक पांच विधायक पर एक मंत्री बनाये जायेंगे. नीतीश सरकार में अधिकतम 36 मंत्री बनाये जा सकते हैं. राजद विधानसभा में 79 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है. फॉर्मूले के तहत राजद के 15 मंत्री बन पायेंगे. जबकि 10 मंत्री जदयू से भी बनाये जायेंगे. जबकि कांग्रेस को 3 या 4 पद मिल सकता है, वहीं जीतन राम मांझी की पार्टी हम पिछली सरकार की तरह ही इस सरकार में भी एक सीट लेने में सफल होगी. वहीं नीतीश कुमार की नयी कैबिनेट में निर्दलीय विधायक सुमित सिंह को भी फिर से मंत्री बनने का अवसर मिल सकता है. बताया जा रहा है कि भाजपा कोटे के मंत्रियों के मिले विभाग राजद कोटे के मंत्रियों को दिया जायेगा.

    The post एक अनार कई बीमार, बिहार में कांग्रेस के 19 विधायक, 12 ने जताई मंत्री बनने की दावेदारी, बढ़ी टेंशन appeared first on Live Cities.

  • ‘पुरानी लाठी निकलने लगी है, सतर्क रहिये’, पूर्व मंत्री शाहनवाज हुसैन ने ऐसा क्यों कहा, जानें पूरा मामला

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में एनडीए गठबंधन टूटने के बाद से जेडीयू (JUD) और बीजेपी (BJP) के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. गठबंधन और सत्ता से बाहर हुई बीजेपी लगातार नीतीश कुमार पर जनता को धोखा देने का आरोप लगा रही है. जदयू ने एनडीए से खुद को किनारे करते हुए महागठबंधन के साथ मिलकर सरकार बनायी तो भाजपा के नेता विरोध प्रदर्शन करने मैदान में उतर गए हैं. बीजेपी के नेता अलग-अलग जगहों पर प्रदेश में धरना दे रहे हैं. इसी कड़ी में भागलपुर में धरना कार्यक्रम में शामिल हुए पूर्व उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन नयी सरकार पर जमकर बरसे और जंगलराज पर निशाना साधा.

    शाहनवाज हुसैन ने कहा कि नीतीश कुमार ने राजद के जंगलराज के खात्मे के लिए पार्टी बनायी थी. इसलिए उन्हें बताना चाहिए कि राजद वाले तब ठीक थे या अब ठीक हैं. उन्होंने कहा कि पुरानी लाठी निकलने लगी है, इसलिए सभी को सचेत हो जाना चाहिए. पूर्व उद्योग मंत्री ने कहा कि तेजस्वी यादव युवाओं को 10 लाख नौकरी देने का वादा किए हुए हैं और उन्होंने कहा था कि वह अपने पहली साइन से 10 लाख बेरोजगार युवाओं को नौकरी देंगे. लेकिन अब कह रहे हैं की वह डिप्टी सीएम हैं. इससे साफ तौर पर लग रहा है कि सरकार में राजद जो सबसे बड़ी पार्टी है उसकी भी नहीं चल रही है. वहीं उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने के बाद बिहार में फिर से क्राइम का ग्राफ बढ़ गया है और पिछले 2 दिनों के अंदर ही अपराध की बड़ी घटनाएं राज्य में देखी जा रही है. जिसको लेकर जनता में खौफ का माहौल पैदा हो गया है.

    इससे पहले बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव पर PFI से सांठगांठ कर सरकार बनाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि जुलाई में पीएम मोदी के बिहार दौरे से पहले आतंकवादी हमले को अंजाम देने की साजिश का पता चला था, पीएफआई लिंक का पता तब चला, जब जांच एनआईए को सौंपी गई. बीजेपी नेता ने आगे यह भी कहा कि यह तब था, जब इन चरमपंथी संगठनों से जुड़े लोगों ने खुद को बचाने के लिए बीजेपी के साथ संबंध तोड़ना सबसे अच्छा समझा. उन्होंने तब तेजस्वी यादव को राजी किया और नीतीश कुमार के साथ हाथ मिलाया और डिप्टी सीएम पद के साथ समझौता किया.

    बता दें कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में नई महागठबंधन सरकार बन गई है. नीतीश कुमार मुख्यमंत्री जबकि तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम बने हैं. नीतीश और तेजस्वी की सरकार का 24 अगस्त को सदन में फ्लोर टेस्ट होगा. जहां उन्हें बहुमत साबित करना होगा. सीएम और डिप्टी सीएम तो तय हो गया है लेकिन बिहार के नए मंत्रिमंडल की तस्वीर अभी साफ नहीं हुई है. सरकार में कौन-कौन शामिल होगा, किसके कितने मंत्री बनेंगे, यह सब अभी तय नहीं हुआ है. हालांकि माना जा रहा है कि महागठबंधन में इस बात पर सहमति बन रही है कि 5 विधायक पर एक मंत्री बनाया जाएगा. बतातें चलें कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने राज्यपाल फागू चौहान को 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा है. इसमें जेडीयू के 45, आरजेडी के 79, लेफ्ट के 16, कांग्रेस के 19, निर्दलीय एक और हम के चार विधायक शामिल हैं.

    The post ‘पुरानी लाठी निकलने लगी है, सतर्क रहिये’, पूर्व मंत्री शाहनवाज हुसैन ने ऐसा क्यों कहा, जानें पूरा मामला appeared first on Live Cities.

  • दिल्ली में डिप्टी CM तेजस्वी यादव ने PM मोदी और अमित शाह को ललकारा, कहा-बिहारी बिकाऊ नहीं टिकाऊ होता है

    लाइव सिटीज पटना: कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि नीतीश जी का हमसे फिर हाथ मिलाना बीजेपी के मुंह पर तमाचे की तरह है. उन्होंने आगे कहा कि ये सरकार जनता की सरकार है. बिहार विधानसभा में बीजेपी को छोड़कर सभी दल एक हो चुके हैं. यही दृश्य अब पूरे देश में दिखने वाला है. तेजस्वी यादव ने कहा कि आज जो माहौल है उसमें बीजेपी सिर्फ डरा कर सत्ता में आती है. बीजेपी का एक ही काम है जो डरेगा उसे डराओ जो बिकेगा उसे खरीदो. बीजेपी एक-एक एजेंसी को बर्बाद कर रही है. इनकी हालत तो पुलिस थाने से भी बदतर हो चुकी है. हम बिहार के लोग डरने वाले नहीं है. हमने पहले भी कहा था कि बिहारी बिकाऊ नहीं टिकाऊ होता है.

    तेजस्वी यादव ने कहा कि चाहे बात महंगाई की हो या फिर हिंदू -मुस्लिम की लड़ाई लड़ाने की, इन सब मुद्दों को लेकर बीजेपी को बिहार ने सबक सिखाया है. मैं सीएम नीतीश कुमार और सोनिया गांधी को धन्यवाद देता हूं. मैं लालू जी को भी धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने जिंदगी भर सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ लड़ाई लड़ी. दिल्ली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत विपक्ष के बड़े नेताओं से मुलाकात के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि विपक्षी दलों के शीर्ष नेतृत्व से हमारी मुलाकात हुई है. साथ ही सरकार बनाने में सहयोग देने पर सभी नेताओं को धन्यवाद दिया है. तेजस्वी ने बताया कि महागठबंधन की सरकार ही असली सरकार है.

    तेजस्वी यादव ने बीजेपी को बड़का झूठा पार्टी बताया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी वालों को सिर्फ ऊटपटांग काम करने में मजा आता है. तेजस्वी ने यह भी कहा कि अगर बीजेपी को बिहार से लगाव है, तो अब तक इसे विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिया गया. हर जगह रोजगार पर चर्चा हो रही है, पर इस पार्टी को इससे कोई लेना-देना नहीं है. तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि बीजेपी ने राज्य में 19 लाख नौकरियां देने की बात कही, क्या उन्होंने 19 नौकरियां भी दीं? इसी तरह देश में 2 करोड़ नौकरियां देने की बात करते थे, लेकिन 80 लाख नौकरियां ही देते थे. तेजस्वी यादव ने यह भी आरोप लगाया कि एक एडिटेड वीडियो चलाया गया, हमने उसका जवाब दिया. गिरिराज सिंह को पीएम मोदी से नौकरियों और विशेष पैकेज के बारे में पूछने का साहस करना चाहिए, जिसका उन्होंने राज्य को वादा किया था. बीजेपी झूठों की पार्टी है, मीडिया के सामने बैठे रहते हैं, क्या काम करते हैं?.

    बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में नई महागठबंधन सरकार के गठन के बाद उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पिता लालू प्रसाद यादव से आशीर्वाद लेने दिल्ली पहुंचे है. वहां वह अलग-अलग पार्टी के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. इसी कड़ी में तेजस्वी यादव ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. उसके साथ आरजेडी सांसद मनोज झा भी मौजूद रहे. इससे पहले तेजस्वी यादव ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा से मुलाकात की. तेजस्वी ने कहा कि सरकार बनाने में सहयोग देने पर सभी नेताओं को धन्यवाद दिया है. बता दें कि पिछले दिनों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को छोड़ कर महागठबंधन का हिस्सा बन गए.

    The post दिल्ली में डिप्टी CM तेजस्वी यादव ने PM मोदी और अमित शाह को ललकारा, कहा-बिहारी बिकाऊ नहीं टिकाऊ होता है appeared first on Live Cities.

  • सोनिया गांधी समेत विपक्ष के बड़े नेताओं से मुलाकात के बाद तेजस्वी यादव का बड़ा ऐलान, जानें बिहार के डिप्टी सीएम ने क्या कहा

    लाइव सिटीज पटना: बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में नई महागठबंधन सरकार के गठन के बाद उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पिता लालू प्रसाद यादव से आशीर्वाद लेने दिल्ली पहुंचे है. वहां वह अलग-अलग पार्टी के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. इसी कड़ी में तेजस्वी यादव ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. उसके साथ आरजेडी सांसद मनोज झा भी मौजूद रहे. इससे पहले तेजस्वी यादव ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा से मुलाकात की. तेजस्वी ने कहा कि सरकार बनाने में सहयोग देने पर सभी नेताओं को धन्यवाद दिया है. साथ ही तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला है. डिप्टी सीएम ने कहा कि बीजेपी ने 19 लाख में से 19 लोगों को भी जॉब नहीं दिया.

    दिल्ली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत विपक्ष के बड़े नेताओं से मुलाकात के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि विपक्षी दलों के शीर्ष नेतृत्व से हमारी मुलाकात हुई है. साथ ही सरकार बनाने में सहयोग देने पर सभी नेताओं को धन्यवाद दिया है. तेजस्वी ने बताया कि महागठबंधन की सरकार ही असली सरकार है. बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद कल दिल्ली आए. उन्होंने कहा कि बिहार में बीजेपी को छोड़ सभी दल एक हैं. बिहार ने देश को नया दिशा दिखने का काम किया है. ED-CBI पर हमला करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि जांच एजेंसियों को एक-एक कर बर्बाद किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि हम बिहार के लोग डरने वाले नहीं हैं. बिहारी बिकाऊ नहीं टिकाऊ होता है.

    तेजस्वी यादव ने बीजेपी को बड़का झूठा पार्टी बताया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी वालों को सिर्फ ऊटपटांग काम करने में मजा आता है. तेजस्वी ने यह भी कहा कि अगर बीजेपी को बिहार से लगाव है, तो अब तक इसे विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिया गया. हर जगह रोजगार पर चर्चा हो रही है, पर इस पार्टी को इससे कोई लेना-देना नहीं है. तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि बीजेपी ने राज्य में 19 लाख नौकरियां देने की बात कही, क्या उन्होंने 19 नौकरियां भी दीं? इसी तरह देश में 2 करोड़ नौकरियां देने की बात करते थे, लेकिन 80 लाख नौकरियां ही देते थे. तेजस्वी यादव ने यह भी आरोप लगाया कि एक एडिटेड वीडियो चलाया गया, हमने उसका जवाब दिया. गिरिराज सिंह को पीएम मोदी से नौकरियों और विशेष पैकेज के बारे में पूछने का साहस करना चाहिए, जिसका उन्होंने राज्य को वादा किया था. बीजेपी झूठों की पार्टी है, मीडिया के सामने बैठे रहते हैं, क्या काम करते हैं?.

    बता दें कि दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात करने के साथ ही तेजस्वी यादव ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा से मुलाकात की. तेजस्वी ने कहा कि उन्होंने दोनों प्रमुख वामपंथी नेताओं से देश और राज्य की वर्तमान सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक परिस्थितियों पर सकारात्मक चर्चा की. तेजस्वी यादव ने येचुरी और राजा से मुलाकात की तस्वीरें साझा करते हुए ट्वीट किया है कि सीताराम येचुरी और डी राजा से मिलकर देश और राज्य की वर्तमान सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिस्थितियों पर सकारात्मक चर्चा हुई. लोकतंत्र की जननी बिहार ने फिर देश को दिशा दिखाई है. बता दें कि पिछले दिनों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को छोड़ कर महागठबंधन का हिस्सा बन गए.

    The post सोनिया गांधी समेत विपक्ष के बड़े नेताओं से मुलाकात के बाद तेजस्वी यादव का बड़ा ऐलान, जानें बिहार के डिप्टी सीएम ने क्या कहा appeared first on Live Cities.

  • पूर्व मंत्री शमशेर जंग बहादुर सिंह का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार, CM नीतीश, डिप्टी सीएम तेजस्वी ने जताया दुख

    लाइव सिटीज पटना: बिहार सरकार में मंत्री व हवेली खड़गपुर से विधायक रहे समाजवादी नेता शमशेर जंग बहादुर सिंह का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ. गुरुवार की शाम उनका निधन हो गया था. शमशेर जंग बहादुर सिंह का निधन नगर के पुरानी चौक स्थित आवास पर 89 साल की आयु में हुआ. शमशेर जंग बहादुर सिंह 1977 में जनता पार्टी के कर्पूरी ठाकुर की सरकार में श्रम विभाग के मंत्री थे. पूर्व मंत्री के निधन पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने शोक व्यक्त किया. नीतीश कुमार ने पूर्व मंत्री का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कराने की घोषणा की थी.

    पूर्व मंत्री शमशेर जंग बहादुर सिंह के निधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दुख जताते हुए कहा कि वे एक कुशल राजनेता एवं समाजसेवी थे. उन्होंने हवेली खड़गपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने जाने के बाद जनता पार्टी की सरकार में मंत्री पद की जिम्मेदारी का कुशलतापूर्वक निवर्हन किया था. सामाजिक कार्यों में भी उनकी गहरी अभिरूचि थी. वे अपने क्षेत्र में लोगों के बीच काफी लोकप्रिय थे. उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है. वहीं मुख्यमंत्री ने स्व० शमशेर जंग बहादुर सिंह के पुत्र निरंजन सिंह से फोन पर बात कर उन्हें सांत्वना भी दी. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा उनके परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है.

    पूर्व मंत्री शमशेर जंग बहादुर सिंह के निधन पर उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने दुख जताते हुए कहा कि वे जाने-माने समाजवादी नेता थे उनकी पैठ समाज में बहुत मजबूत थी. वे कई बार विधायक बने,समाज एवं क्षेत्र की सेवा की. उनके निधन से सामाजिक एवं राजनीतिक जगत को अपूर्णीय क्षति हुई है. ईश्वर उनकी आत्मा को चिर शांति दें. राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी शमशेर जंग बहादुर के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है तथा उनकी आत्मा की चिर शांति के लिए ईश्वर से कामना की.

    बता दें कि समाजवादी नेता के रूप में प्रतिस्थापित शमशेर जंग बहादुर सिंह 1977 में जनता पार्टी के कर्पूरी ठाकुर की सरकार में श्रम विभाग के मंत्री थे. इससे पूर्व 1967 और 1969 में वे हवेली खड़गपुर से बिहार विधानसभा सदस्य चुने गए थे. सिंह ने खड़गपुर में एकमात्र अंगीकृत डिग्री कॉलेज हरि सिंह महाविद्यालय सहित नरेंद्र सिंह महाविद्यालय का स्थापना अपनी जमीन दान देकर की. वे लगभग 89 वर्ष के थे. अपने पीछे वह चार पुत्र तथा दो पुत्री, नाती पोता सहित भरा पूरा परिवार को छोड़कर ईश्वर के दिव्य चरणों मे चले गए. शमशेर जंग बहादुर सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भी अत्यंत निकट थे और 1995 में समता पार्टी से हवेली खड़गपुर से चुनाव लड़े थे.

    The post पूर्व मंत्री शमशेर जंग बहादुर सिंह का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार, CM नीतीश, डिप्टी सीएम तेजस्वी ने जताया दुख appeared first on Live Cities.