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  • अब सड़क पर नजर नहीं आएंगी BS3 और BS4 की गाड़ियां? जल्द होगी बैन….


    डेस्क: दिल्ली एनसीआर में लगातार बढ़ते पॉल्यूशन के स्तर को देखते हुए अब सरकार सख्त कदम उठा सकती है। खबर है कि अब दिल्ली सरकार BS3 और BS4 गाड़ियों पर बैन लगाने की बात पर विचार कर रही है। कमिशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट की तरफ से जारी की गई एक एडवाइजरी के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में सरकारों को सलाह दी गई है कि यहां पर BS 3 और BS 4 गाड़ियों को बैन करना उचित होगा।

    जिसके बाद अब इस एडवाइजरी पर दिल्ली सरकार भी विचार कर रही है। जिसके बाद जल्द ही कोई ठोस निर्णय लेने का अनुमान भी लगाया जा रहा है। यदि सरकार ये फैसला लागू कर देगी तो इससे लाखों गाड़ियां बैन हो जाएंगी। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में ‘बीएस 3 और बीएस 4 की पेट्रोल व डीजल से चलने वाली 5 लाख से ज्यादा कारें हैं।’

    20 हजार जुर्माने की करनी होगी भरपाई

    20 हजार जुर्माने की करनी होगी भरपाई
    सरकार जैसे ही इस फैसले को लागू करेगी तो BS3 aur BS4 की गाड़ियां रोड पर चलना बंद हो जाएंगी। जिसके बड़ी यदि ऐसी कोई गाड़ी रोड पर चलती दिखी तो उसपर 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। इस बारे में परिवहन विभाग का कहना है कि लगातार लोगों को सलाह दी जा रही है कि पर्सनल वाहनों को छोड़कर पब्लिक ट्रांसपोर्ट को इस्तेमाल करें इससे प्रदूषण में कमी आएगी।

    लगातर बढ़ रहा प्रदूषण

    लगातर बढ़ रहा प्रदूषण
    दिवाली के बाद खास कर दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का स्तर कम होता नहीं दिख रहा, बल्कि दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहा रहे। आज की बात करें तो राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गुरुवार को अलग अलग जगह लिया गया प्रदूषण का स्तर बेहद गंभीर श्रेणी तक जा पहुंचा है। जहांगीरपुरी में AQI का स्तर 885 आया, वहीं नोएडा में AQI 392, गुरुग्राम में 469 और एयरपोर्ट टर्मिनल 3 के पास AQI सुबह 7 बजे 333 के स्तर पर रिकॉर्ड हुआ। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च के अनुसार ‘राजधानी में पराली जलाने से बढ़ने वाले पीएम 2.5 का प्रतिशत बढ़कर 32 हो गया है। वहीं वाहनों से भी लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। इसको लेकर दिल्ली सरकार हर साल सर्दियों के दौरान शहर में ऑड ईवन को भी लागू कर देती है।’

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  • काचा बादाम फेम भुबन ने दिखाया अपना रौब! कहा – ‘मूंगफली बेचने के दिन गए..अब मैं सेलिब्रिटी हूं..


    डेस्क: कच्चा बादाम जैसे पॉपुलर ट्रेंड पर बने विडियोज किसने नहीं देखे होंगे। इस वायरल गाने से पॉपुलर हुए भुबन बड्याकर (Bhuban Badyakar) को भी अब लगभग सब कोई जानता है। भुबन का कच्चा बादाम गाना रातों रात सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा, हिस्से वो रातों-रात सितारा बन गए हैं। इस बाटब्का अंदाजा खुद भुबन को भी नहीं था कि वह अपने गीत के साथ एक सेलिब्रिटी बन जाएंगे। बीते दिनों सोशल मीडिया पर काचा बादाम सॉन्ग बहुत फेमस हुआ था।

    इस गाने पर क्या आम क्या खास हर किसी ने रील बनाया है। आज तक इस गाने के बोल लोगों के जुबान पर चढ़े हुए हैं। इस गाने को किसी बहुत बड़े स्टार ने नहीं बल्कि बंगाल की गलियों में मूंगफली बेचने वाले एक शख्स ने गाया है, जिनका नाम है भुबन बादायकर।

    भुबन को भी इसका अंदाजा नहीं था कि उनके लफ्ज़ ऐसे वायरल हो जाएंगे कि वो एक सेलिब्रिटी बन जायेंगे। फिर देखते ही देखते भुबन स्टार बन गए। स्टार लाइफ जीते हुए भुबन को अब विभिन्न शो अपना हिस्सा बनाने के लिए बुला रहे हैं। अब जल्द ही वो नए गाने के साथ वापसी करने की तैयारी में हैं।  इतना ही नहीं वो अपने नए एल्बम को रिलीज करने की तैयारी में हैं। उनके मुताबिक, इस एल्बम में तीन गाने होंगे, जो उनकी लाइफ की जर्नी पर आधारित होंगे।

    मीडिया से बातचीत कर भूबन ने अपने नए एलबम के बारे में भी बात की है। इस दौरान उन्होंने एल्बम के नाम से पर्दा उठाया जो काफी दिलचस्प है। एलबम का नाम है- ‘अब मैं मूंगफली नहीं बेचूंगा’, इस एल्बम के जरिए वो अपने जीवन के अब तक के सफर में बताएंगे।

    उन्होंने इंटरव्यू के दौरान बताया कि ‘अब मैं मूंगफली नहीं बेचूंगा’ मेरे एल्बम का नाम है इसी में ही मेरी फेमस होने से पहले की कहानी शामिल है। ऐसा नहीं है कि अब मैं इस काम को नहीं करना चाहते हैं लेकिन उनके पास इसके लिए समय नहीं है। वह अब अपनी लाइफ को जीना चाहते हैं।’

    भुबन ने आगे बताया की अब उनके पास गाड़ी है। वो अपनी गाड़ियों से ही घिरे रहते हैं। अब को जीवन वो जी रहे हैं वो सच है और इसे भी वो गाने के जरिए दिखाना और बताना चाहते हैं। भुबन ने आगे बताया वह कि वह खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें लोग अब सुनना चाहते हैं।

    पश्चिम बंगाल के निवासी

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  • क्या हो यदि चलते ट्रेन में सो जाए ड्राइवर? ऐसे निपटती है रेलवे इन हालातों से


    डेस्क: ऐसा कई बार सुना या देखा गया है कि ड्राइवर की आंख लग गई और भयानक हादसा हो गया। सड़क हादसे को लेकर ऐसी खबरें आम हैं, पर कभी आपके जहन में ये बात आई है कि यदि ट्रेन के ड्राइवर यानी लोकोपायलट को चलती ट्रेन में नींद लग जाए तो क्या हो सकता है? ऐसे में सीधा ये सोचा जा सकता है कि या तो ट्रेन भयानक हादसे का शिकार हो जाएगी या फिर पटरी से उलट जाएगी। पर आपको जानकर हैरान होगी की ऐसा कुछ नहीं होगा। यदि चलती ट्रेन में लोको पायलट सो भी जाए तो सफर कर रहे यात्री पूरी तरह सुरक्षित होते हैं और ट्रेन पटरी से नहीं उतरेगी। अब सवाल ये की ऐसा कैसे होगा? तो चलिए आपको इस जिज्ञासा का आज उत्तर आपको देते हैं।

    यदि लोको पायलट सो जाए तो क्या होगा?

    यदि लोको पायलट सो जाए तो क्या होगा? आपको बता दें सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ट्रेन में हमेशा दो ड्राइवर या लोको पायलट मौजूद होते हैं। एक मेन और दूसरा असिस्टेंड ड्राइवर होता है। जिसका मतलब यदि किसी भी कारण से कोई भी एक ड्राइवर सो जाता है तो दूसरा खुदबखुद उसकी कमान संभाल लेगा। इसके साथ ही वो असिस्टेंट लोको पायलट मेन लोको पायलट को उठाने की कोशिश करता है। कुछ दिक्कत या परेशानी के कारण यदि वो नहीं उठता तो इसकी जानकारी फौरन अगले स्टेशन पर दी जाती है और वहां ड्राइवर बदल दिए जाते हैं।

    17 सेकेंड में देना होता है जवाब

    17 सेकेंड में देना होता है जवाब : अब यदि आप ये सोच रहे होंगे की क्या हो जब दोनो ही ड्राइवर सो जाए, तो क्या होगा? हालांकि इसकी संभावना बेहद कम होती है, पर इससे निपटने के लिए भी रेलवे के पास खास सिस्टम है। मालूम हो ट्रेनों के इंजन में विजीलेंस कंट्रोल डिवाइस लगे होते हैं। ये डिवाइस ये देखने में मदद करती है कि यदि ड्राइवर 1 मिनट तक कोई रिस्पांस नहीं करता है तो 17 सेकेंड के अंदर अंदर रेलवे कमांड रूम से एक ऑडियो-वीडियो इंडीकेशन भेज दिया जाता है। इस मैसेज को बटन दबाकर ड्राइवर को स्वीकार करना होता है, अगर ऐसा नहीं होता है तो अगले 17 सेकेंड के भीतर ट्रेन के इंजन का ऑटोमेटिक ब्रेक काम करने लगता है।

    अपने आप रूक जाती है ट्रेन

    अपने आप रूक जाती है ट्रेन : यदि लोको पायलट ऑडियो-विजुअल रिस्पांस का जवाब नहीं देते हैं तो ऑटोमेटिक ब्रेक लगना शुरू हो जाता है और 1 किमी के भीतर ट्रेन अपने आप रूक जाती है। रुकने के बाद ट्रेन में मौजूद गार्ड और अन्य अधिकारी इंजन तक पहुंचकर स्थिति की जांच करते हैं और इसकी जानकारी कंट्रोल रूम तक पहुंचाई जाती है है। सब ठीक होने के बाद ही ट्रेन आगे बढती है। जिसका मतलब ये है कि यदि दोनों ही लोको पायलट के सोने के बाद भी ट्रेन के क्षतिग्रस्त या हादसे का शिकार होने की संभावना भी बेहद कम होती है। रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा और ट्रेन हादसों को रोकने के लिए पिछले कुछ सालों में काफी काम किया है। जिसका नतीजा भी देखने को मिल रहा है। रेल हादसों में काफी कमी आई है।

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  • अब Twitter पर Blue Tick के लिए देने होंगे पैसे? जानें – नया फैसला


    डेस्क: दुनिया के सांसे अमीर बिजनेसमैन एलन मस्‍क ने हाल ही में Twitter अपने नाम कर लिया है। सोशल मीडिया एप खरीदने के लिए मस्क ने भारी कीमत चुकाई है। जिसके बाद अब इस प्लेटफार्म यूजर्स को भी एप के लिए कीमत चुकानी होगी। सामने आई जानकारी के अनुसार एलन मस्‍क अब ट्विटर पर किसी यूजर के अकाउंट को Blue Tick देने से पहले मोटी रकम की वसूली करेंगे। जिसका मतलब अब वेरिफाई होने के लिए यूजर्स को मोटी रकम अदा करनी होगी।

    अमेरिका की टेक्‍नोलॉजी न्‍यूज वेबसाइट वर्ज (Verge) के अनुसार, अरबपति एलन मस्‍क ट्विटर पर ब्‍लू सब्‍सक्रिप्‍शन देने के लिए 19.99 डॉलर (करीब 1,640 रुपये) की चार्ज वसूलेंगे। वर्तमान में वेरिफाइड यूजर्स को सब्सक्रिप्शन के लिए 90 दिन दिए जाते हैं। यदि इस दौरान उन्होंने सब्सक्राइब नहीं किया तो उनका Blue Tick हटा दिया जाएगा। पर अब नियमों के बदलने के बाद अब यूजर्स को दिया जाने वाला ग्रेस प्रीरियड खत्‍म हो जाएगा और ब्‍लू टिक पाने के लिए तुरंत ही भुगतान करना पड़ेगा। वर्तमान में Blue Tick के लिए यूजर्स 4.99 डॉलर का पेमेंट करते हैं।

    देरी पर चली जाएगी नौकरी

    देरी पर चली जाएगी नौकरी
    वहीं, इस प्रोजेक्‍ट पर काम कर रहे कंपनी के कर्मचारियों का कहना है कि ‘हमें 7 नवंबर तक नया फीचर लांच करने की डेडलाइन मिली है, वरना बाहर का रास्‍ता दिखा जाएगा।’ इसके साथ रविवार को एलन मस्‍क ने खुद ट्वीट कर कहा था, ट्विटर अपने वेरिफिकेशन प्रोसेस को रिवाइज करने वाला है। उन्‍होंने यह ऐलान सोशल मीडिया कंपनी का अधिग्रहण पूरा करने के महज एक दिन बाद ही कर दिया। जिसके बाद ये कहा जा सकता है कि इसकी तैयारी पहले से ही मस्क ने कर ली होगी।

    हालांकि ट्विटर के प्रोजेक्‍ट और रिवाइज प्रोसेस को लेकर टेस्ला के CEO ने कोई खास जानकारी नहीं दी है। पर टेक्‍नोलॉजी न्‍यूजलेटर प्‍लेटफॉर्मर का दावा है कि “वेरिफिकेशन प्रोसेस ट्टिवर पर ग्राहकों के खातों को ब्‍लू टिक देने का ही हिस्‍सा हो सकता है। ट्विटर ने पिछले साल जून में ही ट्विटर ब्‍लू लांच किया था, जो पहली सब्‍सक्रिप्‍शन आधारित सर्विस थी। इसके तहत यूजर्स को कई प्रीमियम फीचर के इस्‍तेमाल की सुविधा मिलती है। इसके अलावा अपने ट्वीट को एडिट करने की सुविधा भी इसमें मिलती है।

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  • अब ऑटो में सफर करना होगा और महंगा, इन शहरों में बढ़ेगा Auto Fare


    डेस्क: इस समय हर कुछ के दाम बढ़ रहा है। इसी क्रम में सीएनजी (CNG) के दामों में वृद्धि को देखते हुए दिल्ली सरकार द्वारा ऑटो रिक्शा और टैक्सी (Auto-rickshaw and Taxi) के किराये(Auto Fare) में वृद्धि के प्रस्ताव को स्वीकार कर दिया है। संशोधित किराया ढांचे के मुताबिक, ऑटो-रिक्शा के लिए शुरुआती 1.5 किलोमीटर दूरी के लिए न्यूनतम किराया (मीटर डाउन चार्ज) को 5 रूपए बढ़ा दिया गया है।

    अब 25 रुपये से बढ़ाकर न्यूनतम किराया 30 रुपये कर दिया गया है। इस सीमा के बाद हरेक किलोमीटर पर किराये को 9.50 रुपये से बढ़ाकर 11 रुपये कर दिया गया है। बगैर AC वाले टैक्सियों के लिए अब कम से कम 17 रुपयों का भुगतान प्रति किमी यात्रियों को देना होगा। इसके पहले ये शुल्क 14 रूपए का होता है। एसी टैक्सियों के लिए लोगों को न्यूनतम किराये(Auto Fare) के बाद 20 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से भुगतान करना पड़ेगा। वहीं, पहले ये किराया 16 रुपये प्रति किलोमीटर था।

    वेटिंग और नाइट चार्ज

    वेटिंग और नाइट चार्ज : पहले ऑटो के लिए नाइट चार्ज 25% था जो की अभी भी वही है। बता दें नाइट चार्ज 11 बजे के बाद सुबह के 5 बजे तक लगता है। इसके अलावा टैक्सी का वेटिंग चार्ज पर मिनट 0.75 रुपये था जो अभी भी वही है। साथ ही एक्स्ट्रा सामान का चार्ज बढ़ गया है। जो पहले 7.5 रूपए था अब वो 10 रूपए हो गया है।

    2020 में हुआ था बदलाव

    2020 में हुआ था बदलाव : बताते चले ऑटो-रिक्शा के भाड़े(Auto Fare) में ऐसा परिवर्तन साल 2020 में हो गया था। काली और पीली टैक्सी, इकोनॉमी टैक्सी और प्रीमियम टैक्सी के किराये में संशोधन नौ साल पहले साल 2013 में किया गया था। दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को वाहन किराये में बढ़ोतरी के मुद्दे पर ऑटो-रिक्शा और टैक्सी संघों और यूनियनों से कई आवेदन मिले थे। इसके बाद किराये में वृद्धि को मंजूरी दी मिली।

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  • शादीशुदा महिला से घरेलू काम करवाना जरुरी – कोर्ट ने कहा…


    डेस्क: महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के भाग्यनगर थाने में एक महिला ने घरेलू कामों को लेकर एक शिकायत दर्ज की थी। जिस। के बाद बॉम्बे हाईकोर्ट (Bombay Highcourt) ने इस बारे में बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने कहा, ‘अगर एक शादीशुदा महिला को परिवार के लिए घरेलू काम करने के लिए कहा जाता है तो उसकी तुलना नौकर से नहीं की जा सकती है। अगर महिला घर के काम नहीं करना चाहती तो उसे ये बात शादी से पहले ही बता देनी चाहिए, जिससे होने वाले पति-पत्नी शादी के बारे में दोबारा सोच सकें।’

    आपको बता दें, 21 अक्टूबर 2022 को बॉम्बे हाईकोर्ट(Bombay Highcourt) में 2 जजों की बेंच ने एक मामले में इन बातों का ऐलान किया है। इस टिप्पणी के साथ ही CrPC की धारा 482 के तहत दर्ज केस खारिज कर दिया।

    इस मामले में महिला ने अपने पति और ससुराल वालों पर तीन बड़े आरोप लगाए थे।

    इस मामले की शिकायत भाग्यनगर थाने में IPC की 4 धाराओं के तहत की गई थी। मामला में Bombay Highcourt की औरंगाबाद पीठ में जस्टिस विभा कंकनवाडी और जस्टिस राजेश पाटिल के सामने पहुंचा।

    हाईकोर्ट ने सुनाया ये फैसला

    हाईकोर्ट ने सुनाया ये फैसला
    इस मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट ने महिला के आरोपों को खारिज कर दिया। 10 पेज के फैसले में हाईकोर्ट ने ये 6 अहम बातें लिखी हैं।

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  • Twitter के मालिक बनते ही Elon Musk की मनमानी शुरू – भारतीय CEO पराग अग्रवाल को निकाला..


    Elon Musk : ट्विटर (Twitter) के अधिकारिक मालिक बनने के तुरंत बाद ही एलन मस्क (Elon Musk) ने बड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने कंपनी के कई प्रमुख अधिकारियों को कंपनी से रफा दफा कर दिया है। सामने आई खबर के अनुसार आधिकारिक रूप से Twitter के कर्ता धर्ता एलन मस्क ने सीईओ पराग अग्रवाल, सीएफओ नेड सेगल, जनरल काउंसल सीन एडगेट और कानूनी नीति, ट्रस्ट और सुरक्षा के प्रमुख विजया गड्डे की छुट्टी कंपनी से कर दी है।

    बोली लगने ने बाद से ही Twitter के CEO पराग अग्रवाल और Elon Musk के बीच विवाद की खबरें थीं। साथ ही विजया गड्डे ने ही डोनाल्ड ट्रम्प को स्थायी रूप से निलंबित करने का फैसला लिया गया। अब Elon Musk के ट्विटर को खरीदने के बाद इन लोगों की बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।

    गौरतलब है कि बीते दिन ट्विटर खरीदने के बाद एलन मस्क ने सोशल मीडिया मंच ट्विटर के ऑफिस में टहलते हुए अपना एक वीडियो अपलोड किया है। उन्होंने ट्विटर को 44 अरब डॉलर में खरीदने के समझौते को पूरा करने के लिए शुक्रवार की समयसीमा से दो दिन पहले बुधवार को यह वीडियो साझा किया गया।

    इसके अलावा Elon Musk ने अपनी ट्विटर प्रोफाइल में भी बदलाव किए हैं। अपने Bio यानी अपने निजी विवरण में उन्होंने ‘ट्वीट प्रमुख’ लिखा है। साथ ही अपनी प्रोफ़ाइल पर अपने स्थान को बदलकर उन्होंने ट्विटर मुख्यालय कर दिया है। मस्क को वीडियो में मुख्यालय के परिसर में एक ‘सिंक’ ले जाते हुए देखा जा सकता है।

    बीते कई महीनो से ट्विटर के अधिग्रहण को लेकर मस्क किंतु-परंतु में उलझे हुए थे। अमेरिकी कोर्ट ने उन्हें गुरुवार की तक ट्विटर का पूरा अधिग्रहण पूरा का डेडलाइन दी थी। यदि ऐसा नहीं होता तो मस्क को डेलावेयर की एक अदालत में मुकदमे का सामना करने की चेतावनी मिली थी। जिसके बाद शुक्रवार को मस्क ने तय डेडलाइन से पहले ही ट्विटर को अपने कब्जे में ले लिया।

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  • गर्व! गरीब माँ-बाप सब्जी बेचकर बेटी को पढ़ाया – होनहार बिटिया ने ‘जज’ बनकर किया नाम रौशन!


    डेस्क : इंदौर के मूसाखेड़ी चौराहे पर सब्जी भाजी बेचकर अपना रोजगार चलाने वाले अशोक नागर और उनकी पत्नी के दिन अब बदलते दिखाई दे रहे हैं, क्योंकि उनकी बेटी अब सिविल जज बन गयी है। वंही बेटी की सफलता के बाद माँ-बाप फूले नहीं समा रहे है। तो आइये जानते है कि कैसे एक सब्जी विक्रेता की लड़की ने सिविल जज बनकर अपने परिवार का नाम रौशन कर दिया।

    माँ-बाप ने सब्जी बेचकर बेटी को पढ़ाया :

    माँ-बाप ने सब्जी बेचकर बेटी को पढ़ाया : यह मामला मध्य प्रदेश के जिला इंदौर का है। यहाँ के अशोक नागर शहर के मूसाखेड़ी इलाके में एक सब्जी विक्रेता अशोक नागर ने अपनी बिटिया अंकिता नागर (Ankita Nagar) को सब्जी बेचकर पढ़ाया लिखाया। पापा सुबह 5 बजे ही तड़के उठकर मंडी चले जाते हैं। मम्मी सुबह 8 बजे तक सभी के लिए खाना बनाकर पापा के सब्जी के ठेले पर चली जाती हैं, फिर दोनों बाजार में सब्जी बेचते हैं। वही बड़ा भाई आकाश रेत मंडी में मजदूरी करता है। इसकी छोटी बहन की शादी हो चुकी है।

    दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट अनुसार, अंकिता (Ankita Nagar) नागर सबसे घर की बड़ी बेटी है जिसने सिविल जज की परीक्षा पास की है। आपको बता दें कि अंकिता हर रोज सब्जी के ठेले पर शाम को बाजार के समय 2 घन्टे अपने मम्मी-पापा की मदद करती थी। इनसबके बीच बचे हुए सिर्फ 8 घण्टे ही अंकिता मन लगाकर पढ़ाई करती थी। शाम को जब ठेले पर अधिक भीड़ हो जाती तो वो सब्जी बेचने चली जाती थीं।

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  • अद्भुत! मंदिर में घुसते ही पुरुष बन जाते हैं औरत, यकीन नहीं हो रहा तो जान लीजिए..


    डेस्क : भारत में पूजा-पाठ का बड़ा महत्व है। लोग मंदिर में पूजा पाठ कर भगवान से प्रार्थना करने जाते हैं। देश के कई राज्यों में शक्तिपीठ व प्रसिद्ध मंदिर मौजूद है। इन मंदिरों में महिला व पुरुष दोनों जा कर पूजा पाठ करते हैं। लेकिन एक ऐसा मंदिर भी है, जिसमें पुरुष के जाने से वह महिला बन जाते हैं। जी हां केरल कोल्लम जिले में कोट्टनकुलगंरा श्रीदेवी है।

    ये मंदिर कई विशेष चीजों के लिए पूरे में प्रख्यात है। इस मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करने के लिए एक विशेष प्रक्रियाओं से गुजारना पड़ता है। यह प्रक्रिया पुरुषों के लिए है। यदि पुरुष मंदिर में जाकर देवी मां से प्रार्थना करना चाहते हैं तो उन्हें साड़ी पहन कर जाना होगा। सिर्फ साड़ी ही नहीं पुरुष को पूरा वेशभूषा औरतों की तरह करना होगा। इसके बाद सोलह सिंगार कर एक औरत के रूप में देवी मां के दर्शन कर सकते हैं।

    पुरुषों को सजने सवरने के लिए मंदिर कैंपस में एक जगह तैयार किया गया है। यहां नकली गहने और साड़ी की व्यवस्था की गई है। पुरुष वहां जाकर श्रृंगार कर दर्शन के लिए तैयार हो सकते हैं। इस मंदिर में पुरुषों की संख्या भी काफी अधिक होती है। यहां एक उत्सव मनाया जाता है जिसका नाम चाम्याविलक्कू है। इस उत्सव के दौरान पुरुषों की संख्या देखने वाली होती है। सब यहां पहुंचकर देवी मां से मन्नत मांगते हैं। ऐसा कहा जाता है कि सच्चे मन से मन्नत मांगने वालों की सभी मुराद पूरी की जाती है।

    यह प्राचीन मंदिर अपने प्राकृतिक स्वरूप के साथ आज तक लोगों के बीच मौजूद है। इस मंदिर के ऊपर छत नहीं है। राज्य का यह इकलौता मंदिर है, जिसके गगरी के ऊपर छत ना हो। कहा जाता है कि कुछ चरवाहों के द्वारा महिलाओं के भेष में पत्थर पर फूल चढ़ाकर यहां पूजा पाठ किए जाते थे। इसके बाद इस पत्थर से दिव्य शक्ति निकली। मान्यता यह भी है की एक व्यक्ति इस पत्थर पर नारियल फोड़कर पूजा किया तो इस पत्थर से खून निकलने लगा। जिसके बाद लोग देवी मां मानकर पत्थर को पूजा करने लगे। यहां दर्शन के लिए लोग दूर-दूर से आया करते हैं।

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  • गजब! 19 साल की लड़की ने जुड़वां बच्चों को दिया जन्म, लेकिन दोनों के पिता हैं अलग..


    डेस्क : एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। क्या आपने कभी कल्पना किया है कि किसी महिला के गर्भ से जुड़वा बच्चे जन्म लें और दोनों के पिता अलग-अलग हो। शायद आपके कल्पना में भी नहीं आया होगा। लेकिन ऐसा मामला सामने आया है। एक 19 साल की लड़की के गर्व से जुड़वा बच्चों ने जन्म लिया। लेकिन दोनों के पिता अलग-अलग है। यह देख डॉक्टर भी हैरान रह गए।

    डॉक्टरों का कहना है कि ऐसा केस लाखों में एक पाया जाता है। यह मामला एक 19 साल की लड़की का है, जो कि ब्राजील की रहने वाली है। 19 वर्षीय लड़की ने जुड़वा बच्चों को जन्म देने के बाद डीएनए टेस्ट कराया तो पता चला कि दोनों के पिता अलग हैं। यह देख इन बच्चों को जन्म देने वाली मां हैरान हो गई। यह खबर फैलते ही हर कोई चौंकने पर मजबूर हो गए हैं।

    क्या यह संभव है?

    क्या यह संभव है? मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो जुड़वा बच्चों की मां के मुताबिक उसने एक ही दिन दो व्यक्ति के साथ यौन संबंध बनाए। जब 9 महीने बाद लड़की के गर्व से जुड़वा बच्चों ने जन्म लिया तब इन बच्चों के पिता कौन है यह सोचने लगी। उसने मन बनाया कि डीएनए टेस्ट कराया जाए। इसके बाद उसने एक व्यक्ति का डीएनए टेस्ट करवाया। इस डीएनए टेस्ट में पता चला कि उक्त व्यक्ति एक ही बच्चे का पिता है। अब सब हैरान रह गए। फिर लड़की ने दूसरे व्यक्ति का डीएनए टेस्ट कराया इस व्यक्ति का डीएनए दूसरे बच्चे के साथ मिल गया।

    डॉक्टर ने कही ये बात :

    डॉक्टर ने कही ये बात : प्रसूति रोग विशेषज्ञ ट्यूलियो जॉर्ज फ्रेंको ने बताया कि इस प्रकार के मामले को हेटेरोपेरेंटल सुपरफेकंडेशन कहा जाता है। दुनिया में ऐसे केवल 20 मामले हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में जुड़वां बिल्कुल एक जैसे दिखते हैं लेकिन उनका डीएनए मेल नहीं खाता।

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