बिहारशरीफ के अस्पताल चौराहा से दिलीप कुमार के नेतृत्व में गरीब वोटर पेंशन की मांगों को लेकर समाहरणालय तक पैदल मार्च निकाला गया एवं जिलाधिकारी को मांग का ज्ञापन सौंपा गया। इस अवसर पर दिलीप कुमार ने कहा कि आजादी के 75 साल बाद भी देश में आर्थिक असमानता बढ़ी हुई है। जिसके चलते देश की एक बड़ी आबादी गरीबी के साए में जीवन जीने को मजबूर है। आज भी गरीब परिवारों को सही से दो जून की रोटी , उचित शिक्षा व स्वास्थ्य नही मिल रहा है। वहीं दूसरी ओर पूंजीपतियों के हाथों में देश की संपत्ति का बड़ा हिस्सा सिमटता जा रहा है। इन समस्याओं की ओर अभी तक किसी भी सरकार का या तो ध्यान नहीं जा पाया है या फिर वह इन समस्याओं को जान बूझकर नजर अंदाज करते आयी है। लोगों की इन्हीं समस्याओं को देखते हुए हमलोग सरकार से मांग कर रहे हैं
कि देश के गरीब वोटरों को ₹10000 प्रति महीना पेंशन के रूप में दिया जाए ताकि वे सही से जीवन यापन कर सकें। रामदेव चौधरी ने कहा कि समाहरणालय पैदल मार्च निकाल कर यह जताने की कोशिश की गई है कि देश के एक बड़े तबके के लोग गरीबी रेखा के नीचे गुजर बसर कर रहे हैं एक देश एक टैक्स के मद्देनजर देखते हुए पूरे देश में एक योजना लागू हो इसलिए बिहारशरीफ के जिलाधिकारी के माध्यम से केंद्र सरकार से मांग की गई है की पूरे देश में 10,000 वोटर पेंशन योजना लागू हो ।
आज के इस कार्यक्रम में सुरेश कुमार दास, महेंद्र प्रसाद रंजीत कुमार चौधरी ऋषिराज कुमार, अमोद कुमार, मो. चांद आलम, रविशंकर दास, मो. असगर भारती, अखिलेश कुमार, अमर कुमार, धनंजय कुमार, प्रतिमा कुमारी, सुशीला देवी, परमहंस कुमार, जतन रविदास, एकलव्य बौद्ध, वालेश्वर मांझी, रघुवीर कुमार, नीरज कुमार, राजमनी कुमार, श्रीकांत कुमार इत्यादि लोग मौजूद थे।