फसल अवशिष्ट को खेतों में जलाने पर की गई कार्रवाई.
30 किसानों के डी बी टी पर रोक लगाई गई.
जिलाधिकारी नालंदा श्री शशांक शुभंकर के अध्यक्षता में फसल अवशिष्ट प्रबंधन के अंतर्विभागीय समिति की जिला टास्क फोर्स की वैठक संपन्न हुई.
जिला कृषि पदाधिकारी ने कंवाइन हार्वेस्टर के मालिकों की सूची जिला पदाधिकारी को समर्पित किया.
जिला पदाधिकारी ने जिला कृषि पदाधिकारी को निदेश दिया कि इन लोगों के साथ वैठक कर इन्हें निदेशित करें कि फसल काटने के पूर्व ये अपना तथा किसानों के शपथ पत्र फसल अवशिष्ट नहीं जलाने का देंगें.जिलाधिकारी ने जिला कृषि पदाधिकारी को निदेश दिया वैसे सभी किसान समन्वयक/किसान सलाहकार/प्रखंड कृषि पदाधिकारी जहां फसल अवशिष्ट को जलाने की घटना घटी है के विरुद्ध कार्रवाई करें.उन्होंने यह भी निदेश दिया कि अगर जिला स्तर के जांच में फसल अवशिष्ट जलाने की घटना की जानकारी मिलती है तो सभी संबंधित किसान सलाहकार,किसान समन्वयक तथा प्रखंड कृषि पदाधिकारी पर सख्त कार्रवाई करते हुए वेतन अवरुद्ध की जाएगी.
जिला पदाधिकारी ने जिला कृषि पदाधिकारी को निदेश दिया कि किसान चौपाल को कारगर बनाएं तथा उसमें फसल अवशिष्ट प्रबंधन की जानकारी किसानों को दें तथा इसे जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में बताएं.वैठक में वन विभाग के पदाधिकारी को निदेश दिया गया कि वे फसल जलाने पर वन को होने वाले नुकसान की जानकारी लोगों को दें.
स्वास्थ्य विभाग को निदेश दिया गया कि ए एन एम तथा आशा कार्यकर्ता के द्वारा फसल अवशेष जलाने पर बच्चों के स्वास्थ्य पर होने वाले दुष्प्रभाव की जानकारी लोगों को दें.
शिक्षा विभाग को निदेश दिया गया कि फसल अवशेष को जलाने से होने वाले दुष्प्रभाव की जानकारी माध्यमिक एवम उच्चतर माध्यमिक कक्षाओं में इससे संबंधित अध्याय जोड़कर कराएँ तथा बच्चों के बीच इससे संबंधित विषयों पर बाद-विवाद प्रतियोगिता कराएँ.
पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग को निदेश दिया गया कि फसल कटने पर पशुओं द्वारा फसल अवशेष को चारा के रूप में प्रयुक्त होने के लिए लोगों को जागरूक करें.सहकारिता विभाग को सभी पैक्स तथा पंचायतीराज को सभी पंचायत सरकार भवन में फ्लैक्स के माध्यम से फसल अवशिष्ट प्रबंधन की जानकारी देने का निदेश दिया गया.
जीविका दीदी के द्वारा फसल अवशेष को जलाने के दुष्प्रभाव की जानकारी लोगों को देने के लिये डी पी एम जीविका को निदेशित किया गया. जिला कृषि पदाधिकारी ने फसल अवशेष जलाने वाले कृषकों जिनको डी बी टी लाभ से बंचित किया गया है कि सूची उपलब्ध करायी जो निम्न है:-
चंडी प्रखंड के बढौना पंचायत के अरविंद प्रसाद पिता इन्द्रदेव प्रसाद,इन्द्रदेव गोप पिता ईश्वर गोप, नरेश यादव पिता देवनंदन गोप,राजनारायण कुमार पिता सुखदेव प्रसाद, शैलेन्द्र गोप पिता बोधी गोप, विजय कुमार पिता हरिहर प्रसाद, रामानुज प्रसाद पिता जीवन सिंह, माधोपुर पंचायत के अमन कुमार पिता उमाशंकर प्रसाद, बिनोद कुमार पिता चौधरी महतो, इंद्रजीत कुमार पिता भतू महतो, इन्द्रजीत कुमार पिता विनोद प्रसाद, कुमार विनय वर्मा पिता अशोक कुमार, मनोज कुमार पिता किशोर प्रसाद, मोहित कुमार पिता मनोज कुमार, मुन्ना प्रसाद पिता केदार प्रसाद, राजीव रंजन कुमार सिन्हा पिता आशुतोष कुमार, राजो केवट पिता सुखु केवट, संजय कुमार पिता बालबृंद प्रसाद, सालेपुर पंचायत के गौतम कुमार पिता भूषण सिंह, राजा सिंह पिता रामरूप सिंह, सकलदीप सिंह, सकलदीप सिंह पिता संतोखी सिंह, हरनौत प्रखंड के कोलावां पंचायत के अमरेश कुमार पिता राम स्वार्थ सिंह, विपिन कुमार पिता रामब्रिक्ष सिंह, नगरनौसा प्रखंड के कैला पंचायत के अजित कुमार पिता मंगल दयाल सिंह, प्रीतम प्रसाद पिता
शनिचर महतो, वरुण कुमार पिता बालेश्वर जमादार ,मनोज कुमार पिता गया प्रसाद, नवीन कुमार पिता भागवत प्रसाद, राजकुमार प्रसाद पिता मंगल दयाल सिंह, रामा जमादार पिता बुधनी जमादार.
जिला पदाधिकारी ने जिला कृषि पदाधिकारी को निदेश दिया कि लगातार इसकी निगरानी करते रहें तथा दोषी किसानों के डी बी टी रोकने की कार्रवाई करते रहें.उपर्युक्त वैठक में उप विकास आयुक्त वैभव श्रीवास्तव सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.