रोड के किनारे जल निकासी वाले क्षेत्र भी हो रहा प्रभावित एक तरफ आम लोगों की यातायात सुविधा के लिए एनएच 20 को फोर लेने बनाया जा रहा है। निर्माण कार्य भी काफी तेजी से हो रहा है। लेकिन सरकारी नियमों को भी दरकिनार किया जा रहा है। जल संचयन को लेकर सरकार द्वारा कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। पुराने जल श्रोत का जिर्णोद्धार किया जा रहा है वहीं ऐजेंसी के जिम्मेवार द्वारा रोड के किनारे से निकलने वाले कचरे को कोसुक स्थित पंचाने नदी में फेका जा रहा है। जगह-जगह पर कचरे का ढेर लगा दिया गया है। शुक्र है कि अभी तक नदी में पानी नहीं आया है। वरना कचरा कहां जाकर अटकता और किस क्षेत्र को दुषित करता यह सोचने वाली बात है। हलांकि समय रहते इसकी सुचना निगम को मिल गई और नदी में कचरा गिराने पर रोक लगाते हुए तत्काल हटाने का निर्देश एजेंसी को दिया गया है। सिटी मैनेजर विनय रंजन ने बताया कि नदी में कचरा फेके जाने की जानकारी मिलते ही नगर आयुक्त के निर्देश पर स्थल निरीक्षण किया गया। इसके बाद तत्काल फेंके गए कचरे को हटाने का निर्देश दिया गया है। लगा दिया गया कचरा के ढेर
नगर निगम द्वारा पूर्व में भी फोर लेन बनाने वाले एजेंसी को कचरा जमा करने के लिए निर्देश दिया जा चूका है। लेकिन कभी ग्रामीणों के कहने पर खेत में तो कभी नदी में फेंका जा रहा है। नदी में कचरा फेकने के कारण कई जगह ढेर बन चूका है। अगर समय पर नहीं हटाया गया और बारिश का पानी नदी में आ जाता है तो लोगों के लिए परेशानी बन सकती है। पुर्व में भी चकरसलपुर में मंदीर से छठ घाट तक रोड बनाने के लिए स्थानीय लोगों के कहने पर खेत में कचरा गिरा दिया गया था। बाद में निगम के आदेश पर हटाया गया। इस वार भी निगम द्वारा शीघ्र हटाने का निर्देश दिया गया है। नगर आयुक्त द्वारा एनएच को पत्राचार करने के बाद कचरा हटाने की कार्रवाई भी प्रारंभ कर दी गई है। अभियंता वसुपरवाईजर किया गया नियुक्त सिटी मैनेजर ने बताया कि फोर लेन निर्माण के दाैरान एनएच के किनारे पानी निकास वाले क्षेत्र भी प्रभावित हो रहा है। पानी निकास का रास्ता बंद न हो इसके लिए एक अभियंता व दो सुपरवाईजर की नियुक्ति की गई है। ताकि जहां-जहां समस्या दिखे वहां एजेंसी को जानकारी दे सके। हलांकि जानकारी देने के बाद एनएच द्वारा ही नाले की उढ़ाही कर दी जाती है। लेकिन नजर रखना पड़ रहा है।