बाबा वरुणेश्वर स्थान में दिखा शिवभक्तों का उत्साह,उमड़ रहा आस्था का सैलाब

पूर्णिया/बमबम यादव

बाबा बरुणेश्वर स्थान में कांवरियो की जनसैलाब उमर पड़ा पूर्णिया जिले के धमदाहा अनुमंडल के अंतर्गत बरहाड़ाकोठी प्रखंड के सुदूर क्षेत्र में अवस्थित बाबा बरुणेश्वर स्थान में पवित्र सावन माह की दूसरी सोमवारी  को हजारों शिवभक्तों ने जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की वही मंदिर स्थल में उमड़े श्रद्धालुओं का जनसैलाब सुबह से लेकर शाम तक बाबा बरुणेश्वर स्थान के शिवलिंग पर जलाभिषेक व दूध एवं फूलमाला चढाते दिखे। हर हर महादेव , बोलबम,बोलबम,एवं बाबा बरुणेश्वर के जयकारे से गुंजामय हो गया।भीड़ को लेकर मंदिर समिति शिवभक्तों की सुविधा के लिए कतारबद्ध होकर शिवभक्तों को जलाभिषेक करने की समुचित व्यवस्था की गई हैं।वही महिलाओं के लिए अलग व पुरुषों के लिए अलग कतारबद्ध जलाभिषेक करने की व्यवस्था किये हैं। बाबा बरुणेश्वर मंदिर के समिति सदस्य ने बताया कि बाबा के दर्शन के लिए यहां पर दूर-दूर से श्रद्धालुओं जलाभिषेक करने आते हैं

पूर्णिया जिले के अलावे भागलपुर, मधेपुरा, कटिहार,सहरसा,किशनगंज, अररिया,खगड़िया, बेगूसराय, मुंगेर,सुपौल एवं विभिन्न जिले से हजारों-हजारों श्रद्धालुओं बाबा बरुण ईश्वर  के दर्शन व जलाभिषेक कर अपने मन्नते मांगते हैं।पवित्र सावन महीने में बाबा बरुण ईश्वर मंदिर में हजारों भक्तों की भीड़ उमड़ती है।बाबा बरुण ईश्वर स्थान विकास समिति के द्वारा सावन में होने वाले भीड़ को देखते हुए, श्रद्धालुओं के लिए विश्राम एवं समान को सुरक्षित रखने के लिए विशेष व्यवस्था की गई हैं, एवं समिति के द्वारा श्रद्धालुओं के लिए विशेष दवाई के लिए समुचित व्यवस्था की गई हैं।वही बी कोठी प्रखंड अंतर्गत रघुवंशनगर ओपी पुलिस प्रशासन को भी श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है। वही मंदिर के समिति बताते हैं

कि सावन के महीने में यहाँ मेला लगता हैं और भक्तगण दूर-दूर से काँवर में जल लेकर बाबा बरुणेश्वर धाम आते हैं,मंदिर के पुजारी ने बताया कि बाबा बरुणेश्वर धाम में अनेकों रोंगो से छुटकारा पाने हेतु भी बाबा का दर्शन करने श्रद्धालु आते हैं, ऐसी प्रसिद्धि है कि श्री बाबा बरुणेश्वर शिवलिंग की लगातार आरती-दर्शन करने से लोगों को रोगों से मुक्ति मिलती हैं। मंदिर के पुजारी ने कहा बाबा बरुणेश्वर धाम के प्रमुख प्रसाद मावे का पेड़ा एवं रामदाना,चुड़ा मिठाई सहित अन्य सामग्री चढ़ाई जाती हैं, यहां पर मिलने वाले पेड़े की विभिन्न प्रकार का स्वाद अनुरूप बनाया जाता है,पुजारी बताते है कि बाबा बरुणेश्वर धाम के प्रांगण में स्थापित यहां कई देवी-देवताओं की मंदिरों हैं, जिसमें की माँ पार्वती, माँ लक्ष्मी, माँ सरस्वती, माँ सीता , माँ काली,हनुमान मंदिर,राम मंदिर ,एवं अन्य मंदिरों अवस्थित हैं।बाबा बरुणेश्वर की यह कहानी बड़ी अद्भूत और निराली है।

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