देवीसराय मुहल्ले में स्थापित की गई मां काली को नगर भ्रमण के साथ विदाई दी गई। मां की विदाई में महिला श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखी गई। प्रतिमा विसर्जन को लेकर सुबह से ही तैयारी शुरू कर दी गई थी। परम्परा के अनुसार सबसे पहले मुहल्ले व आस-पास की महिलाएं खोईछा भरने का रस्म अदा किया।
इसके बाद मुहल्लेवासियों द्वारा मां काली को नगर भ्रमण कराया गया। नगर भ्रमण के दौरान डीजे के धुन पर गुलाल उड़ाती महिलाएं जमकर थिरक रही थी। और जय माता दी के जयघोष के साथ विदाई दी। संतोष कुमार गुलमणी, दिनेश प्रसाद ने बताया कि हर साल यहां आश्विन पूर्णिंमा को शितला नगरी मघड़ा में भव्य मेला का आयोजन किया जाता है
दुसरे दिन विधिवत नगर भ्रमण कराते हुए मां काली को शितला सरोवर में विसर्जन किया जाता है। इस इलाके में करीब 1 दर्जन प्रतिमाएं स्थापित होती है। दशहरा मेला समाप्त होने के बाद लोग मघड़ा मेला का आनंद उठाने काफी दुर-दुर से आते हैं। प्रतिमा विसर्जन जुलूस को लेकर सोमवार को दोपहर के बाद बिहारशरीफ-एकंगर मार्ग पर जाम का नजारा रहा। हलांकि रोड जाम हटाने के लिए पुलिस बल तैनात थे। लेकिन जुलूस में भीड़ होने के कारण समस्या हो रही थी।