l मलमास को पुरुषोत्तम मास का दर्जा प्राप्त है और यह महीना भगवान विष्णु की उपासना के लिए विशेष पुण्यप्रद है l मान्यता है कि मलमास में सभी देवों का निवास राजगीर में होता है l राजगीर को मलमास में निरामिष क्षेत्र होना चाहिए l जहाँ लाखों तादात में श्रद्धालु पुण्य लाभ के लिए आते हैं वहाँ जीव हिंसा, अभक्ष्य भक्षण नहीं होना चाहिए l राजगीर के संत सम्मेलन में इस आशय की भावना व्यक्त करते हुए महंत ब्रजेश मुनि ने कहा प्रसिद्ध मलमास मेला राजगीर निरामिष घोषित करे सरकार l उन्होंने कहा कि राजगीर बुद्ध महावीर का धरती संत महापुरुषों की तपोभूमि है l यहां पर मांस मुर्गा अंडा मछली धड़ल्ले से हर चौक चौराहे पर खुलेआम बिक्री हो रहा है साधु संतों ने इसकी घोर निंदा की l राजगीर को मलमास मे निरामिष क्षेत्र घोषित करने की माँग का समर्थन किया महान सतगुरु शरण शास्त्री, साहब महंत नरोत्तम दास जी, अर्जुन दास जी, लक्की श्रमदान, नरेश दास जी, राजेंद्र दास, केशव दास महंत शिवचरण दास जी महंत श्री प्रभु दास जी महंत श्री विवेक मुनि महाराज डॉ महेश पासवान, संत अशोक दास, सद्गुरु शरण शास्त्री, सत्संग शास्त्री एवं राजगीर कबीर मठ के संत महंत ने l