रुपौली/ विकास कुमार झा
रुपौली प्रखंड क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गिरधर पंचायत में बने उच्च माध्यमिक विद्यालय लक्ष्मीपुर गिरधर बहदुरा में बने शौचालय सौभा की वस्तु बनकर रह गई है, स्कूल में कुल नामांकित छात्र छात्राओं की संख्या चौदह सौ है लेकिन उच्च माध्यमिक विद्यालय में शौचालय तो आठ बना हुआ है लेकिन उपयोग में एक भी नहीं है, उच्च माध्यमिक विद्यालय लक्ष्मीपुर गिरधर बहदुरा में पांच से सात किलोमीटर दूर से छात्र छात्राएं शिक्षा ग्रहण करने के लिए विद्यालय आंतें है लेकिन जब छात्राओं को शौच लग जाएं तो खुली मैदान में शौच के लिए मजबूर होना पड़ता है जिसे कहीं ना कहीं सरकार के लोहिया स्वक्षता मिशन पर भी सवाल उठता है,
जिस विद्यालय के शिक्षक गांव गांव घूमकर स्वक्षता का नारा लगवाते हो अगर वही स्कूल में कचड़े का अंबार हो, पानी का जमाव हो शौचालय जैसी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो तो कहीं ना कहीं विद्यालय प्रधान सहित विभागीय अधिकारियों की लापरवाही साफ साफ़ दर्शाता है। वही वर्ग नवम् में कुल 251 छात्र छात्राएं नामांकित है,जबकि 135 छात्र एवं छात्राएं 116 नामांकित है वहीं वर्ग दशमी में छात्र 128 एवं छात्राएं 100 नामांकित है वहीं एक से आठवीं तक में कुल 1055 छात्र छात्राएं नामांकित है वहीं विद्यालय में तीन महिलाएं टीचर हैं एवं पुरुष शिक्षकों की संख्या सात है,वर्ग नवम् में छात्र छात्राएं दरी पर बैठ पढ़ाई कर रहे थे। वही प्रभारी प्रधानाध्यापक रुश्तम अली से जब छात्राओं के दरी पर बैठ पढ़ाई के सवाल किए तो उन्होंने कहा जगह कम है, इसलिए छात्र छात्राएं दरी पर बैठ पढ़ाई कर रहे हैं,
वहीं शौचालय नहीं रहने का सवाल प्रभारी प्रधानाध्यापक रुश्तम अली से पुछा गया तो उन्होंने कहां विभाग के तरफ़ से शौचालय के लिए राशि उपलब्ध नहीं कराई गई है, वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी विश्वनाथ रजक ने बताया विभाग के तरफ़ से हर वित्तीय वर्ष में विद्यालय के विकास के लिए 75000 हजार रुपए दिया जाता है, मामले की जांच कर अग्रतर कारवाई की जाएगी।