डेस्क : पिछले 2 महीने में वंन्दे भारत ट्रेन कुल 4 व बार दुर्घटना ग्रस्त हो चुकी है कभी गाय से टकरा कर, तो कभी किसी और वजह से, हाल-फिलहाल में वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) के दुर्घटनाग्रस्त होने की काफी खबरें आयी और वंदे भारत ट्रेन काफी ट्रोल भी हुई इसलिए अब सरकार ने इनके रखरखाव के लिए अब बोलियां मंगाई हैं. कुल 5 कंपनियों ने अपनी बिड्स भेज दी हैं जिनमें एक सरकारी कंपनी ने भी इसपर बोली लगाई है. वहीं सरकार का साल 2024 से स्लीपर क्लास वाली वंदे भारत ट्रेन शुरू करने को भी योजना है.
क्या BHEL को मिलेगी मेंटिनेंस की जिम्मेदारी?
क्या BHEL को मिलेगी मेंटिनेंस की जिम्मेदारी?
सरकारी कंपनी भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) ने भी वंदे भारत ट्रेन के मेंटिनेंस (Vande Bharat Maintenence) के लिए बिड्स भेज दी हैं. वह उन कुल 5 कंपनियों में शामिल है, जो 200 वंदे भारत ट्रेन की मैन्युफैक्चरिंग से लेकर अगले 35 साल तक उनका रखरखाव भी करेगी. इज पूरी डील 58,000 करोड़ रुपये तक की है. BHEL ने इसके लिए टीटागढ़ वैगन्स के साथ एक गठजोड़ भी बनाया है.
कंपनी के कुछ अधिकारियों ने बताया कि इस सौदे के तहत कुल 26,000 करोड़ रुपये रेलगाड़ियों की आपूर्ति के लिए पहले दिए जाएंगे. वहीं इनके रखरखाव के लिए कुल 35 साल की अवधि में 32,000 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया जाएगा.
ये कंपनियां भी हैं कतार में
ये कंपनियां भी हैं कतार में
सरकारी कम्पनी BHEL के अलावा नई वंदे भारत ट्रेन के लिए बोली लगाने वाली अन्य कंपनियों में फ्रांसीसी रेलवे कंपनी एल्सटॉम, इसके अलावा स्विटजरलैंड की रेलवे रोलिंग स्टॉक विनिर्माता स्टैडलर रेल और हैदराबाद स्थित मीडिया सर्वो ड्राइव्स का कंसोर्टियम, इसके अलावा मेधा-स्टैडलर, BEML और सीमेंस का कंपनी समूह और एक भारतीय फर्म के साथ रूसी रोलिंग स्टॉक विनिर्माता ट्रांसमाशहोल्डिंग (TMH) का कंसोर्टियम शामिल हैं.