गुरुनानक देव के 554वां प्रकाश गुरु पर्व की तैयारी का जायजा बुधवार को ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने लिया। उन्होंने गुरुद्वारा के व्यवस्थापक से मिलकर तैयारी के बारे में जानकारी ली। मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि सरकार के द्वारा आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बेहतर व्यवस्था की है। ठहरने के लिए भी व्यवस्था की गयी है। वहीं उनकी सुविधा व सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा गया है। इसके लिए जगह-जगह पर हेल्प डेस्क बनाया गया है। मेडिकल कैम्प लगाकर लोगों की हेल्थ चेकअप भी की जा रही है। मंत्री ने कहा कि देश व विदेश से आने वाले अतिथियों की सेवा यहां के लोगों से अपेक्षा है।
अतिथि देवो भव: को साकार कर दिखाना है। राजगीर के लिए यह गौरव की बात है कि विश्व के विभिन्न जगहों से यहां पर लोग आयें हैं। उन्हें यह जताना है कि शांति की नगरी में आने वाले लोगों की सेवा में कभी भी यहां के लोग पीछे नहीं हटते। श्री कुमार ने कहा कि पटना से श्रद्धालुओं को राजगीर आने के लिए बसों की व्यवस्था की गयी है। वहीं ठहरने वाले होटलों से गुरुनानक कुंड तक आने के लिए नि:शुल्क ई-रिक्शा की व्यवस्था की गयी है ताकि लोगों को कोई परेशानी न हो सके।
जगह-जगह पर दंडाधिकारी व पुलसि पदाधिकारी तैनात किये गये हैं। यहां के लोग आने वाले अतिथि की ऐसी आवभगत करें कि वे इस नगरी को कभी न भूलें। यहां बार-बार आने को चाहें। यहां से पूरी दुनिया में भारत के अतिथि देवो भव: का संदेश जाये। बिहार का गौरव पूरे विश्व में हो। कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार तेजी से विकास कर रहा है। राजगीर सर्वधर्म स्थली रही है।
गुरुनानक देव इस पावन धरा पर 1506 ई. में आये थे। उनकी महत्ता के कारण ही यहां का पानी शीतल हो गया था। उस समय यहां पर काफी गर्मी थी। लोगों को लगा था कि गुरुनानक देवी जी काफी यशी हैं। यहां के कुंड का पानी गर्म था। लोगों ने उनसे अनुरोध किया कि गर्म को शीतल कुंड में बदल दीजिये। गुरुनानक देव जी ने लोगों के अनुरोध पर गर्म कुंड में जैसे ही अपना चरण दिया वह शीतल में बदल गया। उसके बाद से ही यह पावन कुंड है। इसकी सेवा बाबा अजायब सिंह ने सालों तक की। वे रिटायर आर्मी मैन थे। बाबा अजायब सिंह ने वर्ष 2016 में मुक्ति पायी।
प्रकाश पर्व में यूके, रांची, धनबाद, बंगाल, पंजाब, दिल्ली, बिहार सहित अन्य जगहों से श्रद्धालु आये हैं। मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि हमारी सभ्यता व संस्कृति में अतिथियों का स्वागत करने का प्रचलन पुराने समय से है। लोगों को ऐसी आवभगत हो कि यहां से पूरी दुनिया में भारत के अतिथि देवो भव: का संदेश जाये। बिहार के गौरव को फिर से विश्व में फैलाना है। इस मौके पर त्रिलोकी सिंह निषाद, जदयू नेता मुन्ना कुमार, जदयू नगर अध्यक्ष राकेश कुमार, संतोष प्रसाद सहित अन्य मौजूद थे।