नालंदा जिला के एकंगर सराय थाना क्षेत्र अंतर्गत ओरियावाँ गांव के रहने वाले अभी चरण पासवान के मझले पुत्र निर्मल कुमार भारती जिस कि 19 अक्टूबर को सुबह इमली के पेड़ पर गमछी से बांध का टंगा हुआ शव बरामद हुआ।जिसके बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गई और अभी चरण पासवान के घर में मातम सा माहौल हो गया।पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर छानबीन में जुट गई।लेकिन सवाल यह है कि अब तक 1 महीने से ज्यादा बीत जाने के बावजूद भी पुलिस के हाथों अब तक कोई ऐसा सुराग हाथ नहीं लगा है जिससे यह साफ तौर पर साबित कर सके कि ये हत्या था या आत्महत्या।जबकि परिजनों ने इस मामले की पूरी जानकारी देते हुए बताया है कि 18 अक्टूबर की रात करीब 10 बजे हम सभी परिवार के साथ खाना पीना खाकर बातचीत कर रहे थे कि अचानक मेरा बेटा हमारे पास आया और कहा कि कहीं से फोन आया है|
मैं उससे मिलकर आता हूं और वह चला गया जबकि हम लोग उसे जाने से मना कर रहे थे लेकिन उसने गुस्से में घर के दीवार पर अपना फोन पटक दिया और चुपचाप बाहर चला गया उसके जाने के बाद हम लोगों ने उसका मोबाइल उठाया तो देखा कि उसके मोबाइल का डिस्प्ले पूरी तरह से चकनाचूर हो चुका था हम सोचे कि मेरा बेटा किसी से मिल कर तुरंत आ जाएगा उसकी आशा देखकर सभी परिवार सो गए लेकिन मेरा बेटा वापस आया ही नहीं जब हम लोग सुबह उठे करीब 4:30 बजे घर की पूरब से हल्ला हुआ की दरगाह पर किसी व्यक्ति को मारकर गर्दन में गमछा बांध कर लटकाया हुआ है तब मैं और मेरा पूरा परिवार अपने बेटे को रात्रि में घर न आने पर शक हुआ तो हम लोग भाग कर गए तो देखा कि मेरा बेटा निर्मल कुमार भारती ही है।
अब इस घटना से साफ तौर पर स्पष्ट होता है कि मेरे बेटे को किसी अपराधी ने मोबाइल के माध्यम से घर से बुलाकर सुनसान जगह पर ले जाकर मुंह नाक बंद कर गमछी से फांसी देकर हत्या कर दिया और उसके बाद इमली के पेड़ में गमच्छी के सहारे टांग दिया ताकि देखने वाले को यह लगे कि लड़के ने खुदकुशी की है।उसके बाद मामले को पुलिस छानबीन करते हुए मेरे बेटे के रूम में गई जिसमें वह रहता था जहां से पुलिस को एक विवो कंपनी का डब्बा मिला जिस डब्बा को खोला गया तो उसमें काजल कुमारी पिता संतोष कुमार के द्वारा एक लिखा गया लव लेटर मिला पुलिस ने बिना कुछ बताए हुए वह बेटे का फोटो मोबाइल और वह लेटर अपने साथ लेकर चला गए।उस समय थाना प्रभारी ने हम लोगों से कहा कि थाना पर इसकी प्राथमिकी दर्ज की जाएगी और उन्होंने प्राथमिकी दर्ज भी किया लेकिन अब तक इतने समय बीत जाने के बावजूद भी मुझे न्याय नहीं मिला है।इस घटना की पूरी बात जाने के बाद ऐसा प्रतीत होता है कि यह एक प्रेम प्रसंग में एक बड़ी घटना को अंजाम दिया गया है अब यह घटना हत्या या आत्महत्या इसकी जानकारी के लिए संवाददाता ने थाना प्रभारी से बात करने के लिए उनसे संपर्क किया तो वह कुछ भी बताने से परहेज करते दिखे यहां तक की संवाददाता से बात करने के लिए उन्हें थाना पर बुलाया भी गया लेकिन थाना पर से थाना प्रभारी संवादाता के पहुंचने से पहले ही निकल चुके थे।परिजनों ने जिला पुलिस अधीक्षक नालंदा और मुख्यमंत्री बिहार से लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है।