राष्ट्रीय एकता, शांति, सद्भावना एवं भाईचारा को लेकर आजीवन कार्य करने वाले विश्व शांति दूत डॉ.एसएन सुबाराव उर्फ भाई जी की प्रथम पुण्य स्मृति में मध्य प्रदेश के ग्वालियर में राष्ट्रीय लीडरशिप युवा शिविर 6 नवंबर से लेकर 10 नवंबर तक आयोजित की गई है। जिसमें संपूर्ण देश के 250 प्रतिनिधि भाग लिए हैं। बताते चलें कि डॉक्टर एसएन सुब्बाराव जी की प्रेरणा से ही चंबल के 654 दुर्दांत डाकुओं ने 1972 में आत्मसमर्पण किया था। जिसमें माखन सिंह, माधव सिंह, मलखान सिंह, वीर बहादुर सिंह, नेत्रपाल सिंह जैसे खूंखार डाकूओ ने आत्मसमर्पण किया था । डॉ. सुब्बाराव संविधान में मान्यता प्राप्त सभी 22 भाषाओं के ज्ञाता थे। और वे आजीवन युवाओं के हित के लिए पूरे देश और दुनिया भर में काम करते रहे है । उनके द्वारा प्रशिक्षित लाखों युवा प्रेरित होकर समाज निर्माण में अच्छा कार्य कर रहे हैं। डॉ सुब्बाराव का का निधन 27 अक्टूबर 2021 को जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में हो गया था ।उनके पुण्य स्मृति को यह शिविर समर्पित है ।कैंप में राष्ट्रीय युवा योजना के सचिव रण सिंह परमार, धर्मेंद्र भाई सहित शिविर संयोजक शीतल भाई का सराहनीय योगदान है।
शिविर के प्रथम दिन का शुभारंभ युवा गीत, झंडा बंधन, श्रम संस्कार आदि के साथ हुआ। इसके साथ ही भाषाई आदान प्रदान, दिन की बैठक (शिविर में आने का उद्देश्य) पर विचार विमर्श, कम्यूनिटी खेल, प्रतिभा आदान प्रदान (पंजाब का भंगड़ा, गुजरात का गरबा, असम का बिहू ) के नांच को सीखना, सभी धर्मो की प्रार्थना, भारत की संतान इत्यादि कार्यक्रम हुए शिविर के आयोजन में आदरणीय रन सिंह परमार, (सचिव राष्ट्रीय युवा योजना), श्री कराईल सुकुमारन जी राष्ट्रीय युवा योजना दिल्ली ट्रस्टी, श्री मधु भाई ट्रस्टी, श्री नरेंद्र भाई,(भारत की संतान निर्देशक), श्री शीतल जैन, श्री युवराज शिविर के व्यवस्थापक, श्री अमित कुटे छत्तीसगढ़, श्री सुभाष मवि, श्री मोबीन खान दिल्ली. श्री जगजीवन भाघेल गुजरात, श्री रंजीत भाई, श्री युद्धवीर सिंह हरियाणा, श्री प्रशांत बी कर्नाटक, श्री करीम बानो महाराष्ट्र, करुणा करन तमिल नाडू, सुश्री मनोरमा, श्री द्विजेन्द्र विश्वात्मा उत्तर प्रदेश, श्री सुबीर भाई पश्चिम बंगाल शिविर में आदि का महत्वपूर्ण योगदान है।