न्यूज डेस्क : देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग काफी तेजी से बढ़ रही है। लेकिन इसकी अधिक कीमत की वजह से लोग अभी खरीदने में असक्षम साबित हो रहे हैं। दरअसल पेट्रोल डीजल से चलने वाले वाहनों से इसकी कीमत अधिक है। ऐसे में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अगले साल तक इलेक्ट्रिक कारों की कीमत पेट्रोल आधारित गाड़ियों के समान होगी। वहीं मंत्री ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों की सेलिंग में 800 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है।
ये इलेक्ट्रिक कार है सबसे सस्ती :
ये इलेक्ट्रिक कार है सबसे सस्ती : फिलहाल भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक कारों की मांग बढ़ रही है। इलेक्ट्रिक वाहनों में सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार टाटा टियागो EV को कहा जा रहा है। इसकी कीमत 8.49 एक्स शोरूम है। इलेक्ट्रिक सेगमेंट में ये कार सबसे सस्ती होने के बावजूद भी लोगों को पेट्रोल से चलने वाले कारों के मुकाबले महंगा पड़ रहा है। इसको लेकर सरकार प्रयास में है ताकि लोगों को सस्ते रेट पर इलेक्ट्रिक कार मिल सके।
सरकार की तैयारी में ये भी शामिल :
सरकार की तैयारी में ये भी शामिल : भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए पंजीकरण 2018 में 17 लाख से अधिक था। गडकरी ने इस बात पर भी जोर दिया कि सरकार का लक्ष्य देश में सभी 1.5 लाख राज्य परिवहन बसों को इलेक्ट्रिक बसों में बदलना है। वर्तमान में, 93 प्रतिशत बसें डीजल पर चलती हैं और उनमें से कई पुरानी और अनुपयुक्त हैं। इसके अलावा नितिन गडकरी ने एक कार्यक्रम में कहा कि भारत में आने वाले टूरिस्ट को आकर्षित करने के लिए डबल डेकर बसों की संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी। इसके अलावा इस बस की टिकट की कीमत को कम करने का प्रयास सरकार कर रही है, जिससे आम लोगों को टिकट खरीदने में सहूलियत हो।