बायोमेट्रीक सिस्टम से उपस्थिति दर्ज करने के लिए चिकित्सकों पर जब दवाब बढ़ने लगा तो परिणाम भी सामने आने लगे हैं। बुधवार को करीब 2 घंटा ओपीडी बाधित रहा। कोई डॉक्टर नहीं रहने के कारण मरीज पर्चा लेकर इधर से उधर घुमते नजर आए। सिस्टम से परेशान जब मरीजों से हल्ला करना शुरू किया तो डीएस ने ओपीडी संभला तब जाकर मरीज शांत हुए। जानकारी के मुताबकि जिन डॅक्टर की डियुटी थी वे एक दिन पहल तक ही ओवर डियुटी कर चले गए थे। एक चिकित्सक डॉ. राजशेखर डियुटी पर थे जो 9 बजे तक मरीज को देखकर प्रशिक्षण के लिए चले गए। इसके बाद 11 बजे तक ओपीडी खाली रहा। इसके बाद डीएस डॉ. कुमकुम प्रसाद ने 11 बजे के बाद ओपीडी का कमान संभाला।
मिशन 60 दिन के तहत हर विभाग के लिए अलग-अलग ओपीडी शुरू करने की तैयारी की जा रही है लेकिन यहां एक ओपीडी संभलना प्रबंधन के लिए मुश्किल हो रहा है। बता दें कि बोयोमेट्रीक सिस्टम से उपस्थिति बनाने को लेकर पहले ही पांच डॉक्टर छुट्टी के नाम पर गायब हो गए हैं। अगर सिस्टम में सुधार नहीं किया गया और वर्तमान मे जो परिस्थिति बनती जा रही है ऐसे में स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरूस्त करना विभाग के लिए बड़ी चुनौती बन सकती है। डीएस डॉ. कुमुकम ने बताया कि डॉ. प्रिया अचानक छुट्टी पर चली गयी हैं। जबकि, डॉ. सावन मंगलवार की ड्यूटी करने के बाद बुधवार को नहीं आए। डॉ. राजशेखर प्रशिक्षण के लिए पटना गए हैं। इस कारण ओपीडी की सेवा बाधित रही।