रोहित – 7903735887
सड़क हादसों में देश में रोजाना दर्जनों लोगों की मौतें होती हैं। समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण 100 में से 78 लोगों की जानें चली जाती हैं। सड़क हादसे में जख्मी की जिंदगी बचाने के लिए पहला घंटा गोल्डेन आवर होता है। इस दौरान बिना समय गंवाए उनका प्राथमिक उपचार कराएं। इसके साथ ही तुरंत अस्पताल पहुंचाएं। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार देश में सड़क दुर्घटना में मरने वालों में 7.2 फीसद युवा बिहार के ही होते हैं। लोगों की जान बचाने के लिए नालंदा के डेढ़ लाख लोगों को प्रशिक्षित किया जाएगा। ताकि, ये समय पर प्राथमिक उपचार कर सकें।
बिहारशरीफ आईएमए सभागार में बुधवार को बोन एंड ज्वांयट डे मौके पर नालंदा ऑर्थो क्लब के अध्यक्ष डॉ. नरेंद्र कुमार सिंह, सचिव डॉ. चंदेश्वर प्रसाद, उपाध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार व डॉ. कुमार अमरदीप नारायण ने बताया कि नौवीं से 12वीं के छात्रों को भी इस हालात में मिलने वाली प्राथमिक उपचार की जानकारी दी जाएगी। उन्हें इसके लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके साथ ही ट्रैफिक पुलिस, पुलिस, एम्बुलेंस चालक, सामान्य वाहन चालक व आमजनों के बीच बुनियादी जीवन रक्षा संबंधित सारी जानकारी दी जाएगी। इससे जख्मी को गोल्डेन आवर में ही उपचार मिल सकेगा।
7 तक कैंप लगाकर की जाएगी बीएमडी जांच:
सात अगस्त तक सुरक्षा सप्ताह मनाया जाएगा। इस दौरान आईएमए में कैंप लगाकर लोगों की बोन मिनरल डेंसिटी टेस्ट (बीएमडी) की निशुल्क जांच की जाएगी। साथ ही, सुरक्षा के लिए उन्हें जागरूक किया जाएगा। गुरुवार को सुबह में साइकिल रैली निकालकर लोगों को जागरूक किया जाएगा।