नमस्ते महाराष्ट्र ऑनलाइन: भारत हालांकि यह एक कृषि प्रधान देश है, लेकिन देश के अधिकांश हिस्से पानी की कमी (पीएम कुसुम योजना) की समस्या से जूझ रहे हैं। पानी की किल्लत से फसलें सीधे तौर पर प्रभावित होती हैं। हर किसान सिंचाई के लिए महंगे उपकरण का उपयोग नहीं कर सकता। इसके लिए सरकार द्वारा विभिन्न सिंचाई योजनाएं लागू की जाती हैं। इसी पृष्ठभूमि में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात में लोगों को संबोधित करते हुए कुसुम योजना का जिक्र किया जिसके जरिए किसान सिर्फ 10 फीसदी पैसा खर्च कर अपने खेतों में सोलर पंप लगा सकते हैं.
क्या है पीएम कुसुम योजना?
कुसुम योजना 2019 में बिजली मंत्रालय द्वारा शुरू की गई थी। इस योजना के तहत केंद्र सरकार द्वारा 30% सब्सिडी, राज्य सरकार द्वारा 30% और अन्य वित्तीय संस्थानों द्वारा 30% (पीएम कुसुम योजना) प्रदान की जाती है। इसमें किसानों को मात्र 10 प्रतिशत राशि ही देनी होगी। इस योजना का सबसे बड़ा फायदा यह है कि किसानों को बिजली और डीजल पर खर्च नहीं करना पड़ता है और बिजली पर उनकी निर्भरता भी कम हो जाती है। इस प्रकार खेती की लागत बहुत कम हो जाती है।
कुसुम योजना के माध्यम से सरकार ने खर्च कम करने के साथ-साथ किसानों की आय बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। इस पंप से किसान अपने खेतों की सिंचाई कर आय अर्जित कर सकते हैं। इससे बनने वाली बिजली भी किसान बिजली कंपनी को बेच सकेंगे। अगर आपके पास 4-5 एकड़ जमीन है तो आप सालाना काफी बिजली पैदा कर सकते हैं और अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
ऐसे करें अप्लाई
इस योजना के तहत आवेदन करने के लिए राज्यों की विभिन्न आधिकारिक वेबसाइटें जारी की गई हैं। अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो आप राज्य सरकार की आधिकारिक (पीएम कुसुम योजना) वेबसाइट पर जा सकते हैं। आप इस संबंध में सभी जानकारी https://mnre.gov.in/ से प्राप्त कर सकते हैं।