डेस्क : SCSS का मैच्योरिटी पीरियड 5 साल की है, लेकिन निवेशक अगर चाहें तो इस समय सीमा को बढ़ाया भी जा सकता है। एक रिर्पोट के अनुसार, मैच्योरिटी के बाद आप इस स्कीम को 3 साल के लिए बढ़ा सकते हैं। इसके लिए आपको पोस्ट ऑफिस में जाकर आवेदन करना होगा। SCSS के तहत डिपॉजिटर इंडीविजुअली या फिर अपनी पत्नी/पति के साथ ज्वॉइंट में एक से ज्यादा अकाउंट भी रख सकता है, लेकिन सभी को मिलाकर मैक्सिमम इन्वेस्टमेंट लिमिट 15 लाख से अधिक नहीं हो सकती। खाता खोलने और बंद करवाने के समय नॉमिनेशन फैसिलिटी उपलब्ध है।
इस स्कीम में खाता खुलवाने के लिए न्यूनतम राशि 1000 रुपए तक है। वहीं इस खात में आप अधिकतम 15 लाख रुपए से ज्यादा नहीं रख सकते हैं। अब अगर आपकी खाता खुलवाने की रकम एक लाख रुपए से कम है तो तब आप नकद पैसे देकर भी खाता खुलवा सकते हैं। इसके अलावा आपको एक लाख रुपए से ज्यादा का खाता खुलवाने के लिए चेक देना होगा।
अब अगर टैक्स की बात करें तो SCSS के तहत यदि आपकी ब्याज राशि 10,000 रुपए सालाना से ज्यादा हो जाती है तब आपका TDS कटने लगता है। हालांकि, इन्वेस्टमेंट पर इस स्कीम में इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत छूट है। आपकी आयु सीमा सीनियर सिटीज़न्स सेविंग्स स्कीम में खाता खुलवाने के लिए 60 साल होनी चाहिए। इस स्कीम में 60 साल या उससे ज्यादा आयु के लोग ही खाता खुलवा सकते हैं। इसके अलावा जिन लोगों ने VRS ले रखी है वे भी इस स्कीम में खाता खुलवा सकते हैं।