बिहारशरीफ सदर अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे है। क्योंकि जिन सुरक्षाकर्मियों को सदर अस्पताल की सुरक्षा के लिए लगाया गया है वे ड्यूटी के बजाय बैरक में आराम फरमाते हैं। इसे लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थी। लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं हो रही थी । लेकिन सोमवार को जब औचक निरीक्षण हुआ तो वे ड्यूटी से गायब मिले। जिसके बाद उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई है ।
दरअसल, बिहार थाना के थानाध्यक्ष सदर अस्पताल पहुंचे थे । जहां पोस्टमार्टम के बाद वे कमान देने के लिए होमगार्ड के जवानों को खोज रहे थे तभी वहां कोई जवान नजर नहीं आया। चार में से तीन जवान तो ड्यूटी से गायब थे जबकि एक जवान सादी वर्दी में बैरक में आराम फरमा रहा था ।
इसे पढ़िए-महिला समेत 5 लोगों ने पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने की कोशिश की.. जानिए क्यों ?
सदर अस्पताल में तैनात डॉक्टरों का आरोप है कि कई बार इसके बारे में वरीय अधिकारियों को सूचना दी गई है । लेकिन इसके बावजूद भी उनपर कार्रवाई नहीं की जाती। साथ ही वे अभ्यर्थियों का मेडिकल बनवाकर रुपए कमाने के जुगाड़ में भी लगे रहते हैं।
इसे पढ़िए-बिहार की बेटियों के लिए नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान.. जानिए तोहफे में क्या दिया ?
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. आरएन प्रसाद ने लावारिस लाश को छह दिनों तक अंतिम संस्कार नहीं कराने पर होमगार्ड के जवान अरविंद प्रसाद से शोकॉज किया है। साथ ही, इसकी शिकायत एसपी से करते हुए कार्रवाई करने को कहा है। मगर सात दिन बाद भी वरीय पदाधिकारी की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
इसे पढ़िए-बिहार में शिक्षक भर्ती के नियम में बदलाव.. जानिए अब कैसे होगी 7वें चरण की बहाली
सदर अस्पताल में तैनात होमगार्ड के जवान रामगुलाम, नरेश प्रसाद, अरविंद और जवाहर प्रसाद हैं। पूछे जाने पर रामगुलाम प्रसाद ने बताया कि यहां से हटा भी दिया जाएगा तो कोई परवाह नहीं हैं। ये लोग कई माह से एक ही जगह पर तैनात हैं।
इसे पढ़िए-बिहारशरीफ में बनेगा एक और फ्लाईओवर.. जानिए कहां से कहां तक बनेगा फ्लाईओवर
वहीं, होमगार्ड के कमांडेंट का कहना है कि जवानों को ड्यूटी के दौरान तैनात रहना आवश्यक है। ड्यूटी से गायब रहने या लापरवाही बरतने पर निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी।