मनीष कुमार/ कटिहार
महंगाई – बेरोजगारी की मार झेल रहे गरीब मजदूर किसानों को संगठित करने में जुटी है राजद कटिहार के जगह- जगह मजदूर क्षेत्रों में राजद प्रदेश महासचिव समरेंद्र कुणाल सभा कर लोगों को सात अगस्त को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन द्वारा आहूत प्रतिरोध मार्च में शामिल होने के लिए अपील कर रहे हैं। रेलवे क्षेत्र में मजदूरी कर रहे मजदूरों को संबोधित करते हुए कुणाल ने कहा कि महंगाई की मार सबसे ज्यादा रोज कमाने खाने वाले मजदूरों पर पड़ रहा है। दो जून की रोटी पर जीएसटी बर्दाश्त नहीं हो रहा है।
गरीब जीएसटी के नाम पर रोटी में कटौती करने को मजबूर हैं। उन्होने कहा कि बेरोजगारी का आंकड़ा दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। कटिहार उद्योग विहीन हो गया है। केन्द्र सरकार ने पूरे देश में नेशनल जूट कॉरपोरेशन को भंग कर आरबीएचएम जूट मिल को बंद कर दिया,नतीजतन एक हजार मजदूर बेरोजगार बैठे हैं। सारे कल कारखाने को अडानी – अंबानी जैसे पैसे वालों को बेचा जा रहा है। समरेंद्र कुणाल ने कहा कि विपक्ष को सीबीआई, ईडी जैसी जांच एजेंसियों के माध्यम से बदनाम कर जेल में डाला जा रहा है। उन्होंने कहा आज भ्रष्टाचार को हर आदमी महसूस कर रहा है रिश्वतखोरी हर जगह बेधड़क चल रही है, बावजूद कोई पकड़ में नहीं आएगा।
चुकी जांच एजेंसियों को स्वायत्ता खत्म कर दिया गया है सूचना अधिकार को पंगु बना दिया गया है। इस अवसर पर समरेंद्र कुणाल ने कहा कि बिजली विभाग जिला में लूट मचा दी है, प्रीपेड मीटर लगने के बाद बिजली बिल अनाप शनाप आ रहा है पूराने इलेक्ट्रिक मीटर बिल की तुलना में बीस से पच्चीस फीसदी अधिक बिजली बिल का लोग बिल भगतान करने को मजबूर हैं बिजली की अनियमितता से लोग बेहाल हैं। उन्होने कहा कि सात अगस्त को राज्यभर में प्रतिरोध मार्च निकाला जाएगा। कटिहार में भी हजारों गरीब किसान मजदूर मध्यम वर्गीय लोग सड़कों पर निकलेंगे। प्रतिरोध मार्च में राज्यसभा सांसद डॉ०अहमद अशफ़ाक करीम मुख्य रूप से शामिल होंगे
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राजद कांग्रेस माले सीपीएम सीपीआई के तमाम बड़े नेता शामिल होंगे। इस अवसर पर राजद जिला सचिव बिनोद सिंह, जवाहर सिंह, सोनू जायसवाल, अनुप पासवान, राजा पासवान, फुच्चू, शिवा, सहनी, साजन साह, पवन पासवान ,सुमन ऋषि, मोहम्मद भोला, मनोज पासवान, मो अज़हर, पप्पू ख़ान, मो जलाल, रमेश पासवान, जग्गन, लोहड़ा जितेन्द्र मिस्त्री, बंटी मिश्रा, बरून दास, अवधेश दास, सुमन ऋषि, नंदी ऋषि, मो सरफुल ,मदन मिस्री, लाला राय, संजीत राय आदि सैकड़ों मजदूर शामिल थें।