राशन कार्डधारी बनने के लिए लोगों में होड़ मची है। यही कारण है कि संसाधनों से परिपूर्ण होने के बाद भी लोग आवदेन किए जा रहे हैं। नगर निगम क्षेत्र में राशन कार्ड के लिए किए गए आवेदनों का सत्यापन नगर निगम के माध्यम से किया जा रहा है। प्राप्त आवेदनो को संबंधित वार्ड के टैक्स कलक्टर द्वारा स्पॉट वेरिफकेशन कर प्रखंड को रिपोर्ट दिया जा रहा है। लेकिन आवदेन सत्यापन की स्थिति काफी धीमी है। जानकारी के मुताबकि नगर निगम को करीब 203 आवदेन सत्यापन के लिए दिया गया है जिसमें अभी तक मात्र 64 का ही सत्यापन का प्रखंड को भेजा गया है।
139 आवदेन संबंधित टीसी के पास अभी भी पेंडिंग हैं। सोमवार को उपनगर आयुक्त की अध्यक्षता में राजस्व विभाग की बैठक की गई जिसमें पेंडिंग आवेदनों को जल्द से जल्द सत्यापित करने का निर्देश दिया गया है। उपनगर आयुक्त सानिया सोनम एजाज ने बताया कि समय-समय पर राशन कार्ड के लिए प्राप्त आवदेनों के सत्यापन के लिए आदेश आते रहते हैं। जो भी लंबित आवदेन है उसे शिघ्र सत्यापित करने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावे राजस्व वसूली में भी तेजी लाने का निर्देश संबंधित टीसी को दिया गया है। ताकि लक्ष्य के अनुरूप टैक्स वसूली हो सके। इसके अलावे पॉलिथीन छापेमारी के लिए भी छापेमारी अभियान जारी रखने का निर्देश संबंधित अधिकारी को दिया गया है।
सुत्रों की माने तो अनाश्वयक रूप से लोग राशन कार्ड के लिए आवदेन कर रहे हैं। अब तक 65 आवेदनों का सत्यापन किया गया है जिसमें करीब 60 प्रतिशत लोग अयोग्य पाए गए हैं। आवदेन में राशन कार्ड के लिए जो भी मानक है उसे भर दिया जाता है, लेकिन जब स्थल जांच किया जाता है तो किसी के पास दो मंजिला तो कोई सरकारी सेवा में कार्यरत पाए जाते हैं। जबकि राशन कार्ड सिर्फ गरीबी रेखा से नीचे के लोगों को बनाया जाता है।
बैठक में एक बार फीर नोटिस भेजने का आदेश जारी किया गया है। देखा जाय तो राजस्व वसूली में नोटिस के खेल निगम द्वारा लगातार किया जा रहा है। लेकिन अपेक्षित परिणाम सामने नहीं आ रहे हैं। विगत छह माह पहले भी बड़े बकायदारों को नोटिस भेजने, खाता फ्रीज करने पर पहल की गई थी। लेकिन आज तक महज कुछ लोगों से वसूली का छोड़ दिया गया। एक बार फीर बड़े बकायदरों पर नोटिस भेजने का निर्देश दिया गया है। देखना इस वार एक्शन लेने में निगम दिलचस्पी दिखाता है।