विद्यार्थियों को किया एनीमिया से बचाव के प्रति जागरूक

इनर व्हील बिहार शरीफ की ओर से यूनिटी इंटरनेशनल स्कूल में एनीमिया जागरूकता के तहत पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें कक्षा छठी से कक्षा आठवीं तक के विद्यार्थियों ने उत्साह दिखाते हुए बढ़चढ़कर हिस्सा लिया और इनर व्हील ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों ( नंदनी कुमारी, आयुषी कुमारी, जानशी कुमारी,स्पर्श कुमार, आर्यवीर, प्रत्यूष कुमार, जितेंद्र कुमार, आराध्या कुमारी )को स्मृति चिन्ह देकर उन्हें पुरुस्कृत किया। इनर व्हील बिहार शरीफ के प्रोजेक्ट चैयरमैन सह यूनिटी इंटरनेशनल स्कूल’ के प्रबंध निदेशिका डॉक्टर कुमारी प्रीति रंजना ने कहा कि एनीमिया सबसे पहले किशोरियों पर आक्रमण करती है। क्योंकि 10 से 16 वर्ष की उम्र में हार्मोन में व्यापक बदलाव होने लगते हैं। मानसिक के साथ शारिरिक अंगों में भी बदलाव होते हैं। ऐसे में किशोर-किशोरियों के समक्ष के प्रकार की समस्याएं और जटिलताएं भी आती हैं। किशोरियों में खून की कमी (एनीमिया) आम बात है। यह कोई बड़ी बीमारी नहीं है। खाने-पीने में पौष्टिक तत्वों को शामिल कर एनीमिया दूर किया जा सकता है।
इनर व्हील के पी.पी. नीरजा कुमारी ने कहा कि शरीर में खून की कमी होने के कारण एनीमिया जैसी बीमारी उत्पन्न होती है। इसके लिए हमलोगों को अपने खानपान के तरीके में बदलाव कर आयरन की कमी को पूरा किया जा सकता है। चुकंदर, टमाटर, गाजर एवं हरी पत्तीदार सब्जियों का सेवन नियमित रूप से करते हैं, तो निश्चित ही आयरन की कमी को दूर किया जा सकता है।
विद्यालय के प्रधानाचार्य स्वर्ण किरण प्रसाद ने कहा कि पढ़ाई के दौरान युवाओं में अक्सर फल और सब्जियां खाने की आदत कम रहती है। जब आप दूषित पदार्थ का सेवन करते हैं, तो परजीवी आपकी आंत में चला जाता है। फिर वही आंत में प्रवेश कर प्रजनन करने लगता हैं। सबसे अहम बात यह है कि यदि परिवार में किसी एक बच्चे या बड़े को कृमि हो जाए तो इसके पूरे परिवार में फैलने की आशंका प्रबल हो जाती है। कृमि संक्रमण के लिए संभावित कारणों में दूषित पानी का सेवन, दूषित मिट्टी मे खेलना या खाना, दूषित मल के साथ संपर्क, सफाई की व्यवस्था ना होना, खराब स्वच्छता आदि है। इनर व्हील के सचिव रूबी सिंहा ने कहा ने कहा कि आमतौर पर दूषित मिट्टी और मल के संपर्क के माध्यम से प्रेषित होते हैं। इसके अलावा आंतों के कृमि से संक्रमित होने का एक तरीका यह भी होता है कि संक्रमित जानवरों या मछली का कच्चा मांस खाने से कृमि की बीमारी उत्पन्न होती है। जिस कारण शरीर में खून की कमी की शिकायत होती है। इस मौके पर इनर व्हील के पी.पी. मधु कंचन, सुधा गुप्ता,नीतू सिंह,पूनम कुमारी, सुमन भारती, एडिटर अमिता रानी, सोभा रानी, मंजू प्रकाश, लक्ष्मी दास, शिक्षकगण- रीना सिंह, राणा रणजीत सिंह, ज्ञानेंद्र पांडेय,दीपक कुमार, सुदीप भट्टाचार्य, मोहम्मद अजहर, ओमप्रकाश, अतुल कुमार आलोक,बालमुकुंद पांडेय,, स्नेहा कुमारी, अभिषेक कुमार, सोनम कुमारी, सुनीता कुमारी,पीयूष कुमार मंडल एवं अकाउंटेंट सूरज कुमार, शैलेश कुमार, आदि मौजूद थे।

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