Tag: खास खबरें
-
बिहारशरीफ में छात्रा ने की खुदकुशी.. ब्लैकमेल कर रहे थे दो लड़के.. सुसाइड नोट में क्या लिखा.. जानिए
बिहारशरीफ में छात्रा ने की खुदकुशी.. ब्लैकमेल कर रहे थे दो लड़के.. सुसाइड नोट में क्या लिखा.. जानिए | Nalanda Live
-
दर्दनाक हादसा, ऑटो पर पलटा बालू से लदा ट्रक.. 5 की मौत, कई घायल
कहा जाता है ना कि मौत को आना होता है तो किसी बहाने से आ जाती है। जन्मदिन का मौका हो और पूरा परिवार
जन्मदिन मनाने के लिए मंदिर जा रहा हो और रास्ते में मौत आ जाए तो उसे क्या कहेंगे। ऐसा ही एक मामला सामने आया है । जिसमें
5 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि बाकी पांच लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है ।कैसे हुआ हादसा
बताया जा रहा है कि सुजीत नाम के एक बच्चे का जन्मदिन था। सारा परिवार शिवचर्चा कराने के लिए ऑटो से देवी मंदिर जा रहा था। सारे लोग मंदिर के पास पहुंच गए थे। ऑटो वाले ने बोला अभी बैठे रहो पहले ऑटो को मोड़ लेते हैं। तब तक पीछे से एक तेज रफ्तार बालू से लदा ट्रक आ रहा था। इस बीच बाइक सवार बीच में आ गया। जिसे बचाने के चक्कर बालू से लदा ट्रक ऑटो पर पलट गया। फिर क्या था चीख पुकार मच गईकहां हुआ हादसा
हादसा मोतिहारी जिले के मुफ्फसिल थाना इलाके NH 28 पर बैरिया में देवी मंदिर के पास हुआ है । मृतकों में आठ साल का बच्चा भी शामिल है । जिसका जन्मदिन था । इसके अलावा तीन चार महिलाएं हेमंती देवी (50), किरण देवी (37), रेखा देवी (50) और उमा देवी (52) शामिल हैं।क्रेन की मदद से निकाला
हादसे की सूचना स्थानीय लोगों ने तुरंत मुफ्फसिल थाना पुलिस को दी। जिसके बाद आनन-फानन पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय लोग की मदद से राहत बचाव में जुट गई। ट्रक के नीचे फंसे ऑटो में से लोगों को निकालने के लिए क्रेन बुलाई गई। काफी मशक्कत के बाद क्रेन की मदद से ऑटो से ट्रक को हटाया गया।अस्पताल में भर्ती कराया
सभी लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया । जहां पांच लोगों को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया । बाकी पांच लोगों की हालत गंभीर है उनका इलाज चल रहा है। घायलों में तीन महिला और एक युवक के अलावा ऑटो का ड्राइवर भी शामिल है -
छात्रों के आगे झुकी नीतीश सरकार.. 67वीं BPSC PT की तारीख बदली.. जानिए अब कब होगी परीक्षा
कहा जाता है कि झुकती है दुनिया झुकाने वाला चाहिए.. जी हां, छात्र जब अपने पर आ जाती है तो बड़े बड़े सल्तनत की नींव हिला देती है । ऐसे में छात्रों के आंदोलन के सामने बिहार की नीतीश सरकार को भी झुकना पड़ा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने BPSC के अभ्यर्थियों से जो वादा किया था उसे उन्होंने निभाया। BPSC ने 67वी की प्रारंभिक परीक्षा की तारीख को बदल दिया है ।
21 सितंबर की परीक्षा स्थगित
बिहार लोक सेवा आयोग ने अभ्यर्थियों की मांगों को मानते हुए 67वीं प्रारंभिक परीक्षा की तिथि में बदलाव किया है। अब 67वीं BPSC की प्रारंभिक परीक्षा 21 सितंबर को नहीं होगा।अब कब होगी परीक्षा
67वीं BPSC की प्रारंभिक परीक्षा अब 30 सितम्बर यानी शुक्रवार को आयोजित की जाएगी। ये परीक्षा एक पाली में ही आयोजित की जाएगी। 30 सितंबर को दोपहर12 बजे से 2 बजे तक एक ही पाली में ही परीक्षा आयोजित की जाएगी।कब जारी होंगे एडमिट कार्ड
बिहार लोक सेवा आयोग के मुताबिक 67वीं BPSC की प्रारंभिक परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड 20 सितंबर को जारी किया जाएगा। जिसे बीपीएससी के आधिकारिक वेबसाइट bpsc.bih.gov.in से डाउनलोड किया जा सकता है।विवादों में 67वीं PT एग्जाम
आपको बता दें कि 67वीं BPSC की प्रारंभिक परीक्षा को लेकर काफी विवाद रहा है । पहले अभ्यर्थियों की संख्या छह लाख से अधिक होने की वजह से परीक्षा दो दिन आयोजित की जाएगी और परसेंटाइल सिस्टम लागू किया जाएगा। जिसके विरोध में छात्र सड़क पर उतरे और आंदोलन किया। इस दौरान छात्रों को पुलिस की लाठी भी झेलना पड़ा। अभ्यर्थियों की मांग थी कि परसेंटाइल सिस्टम लागू नहीं किया जाए और परीक्षा एक ही दिन, एक पाली में ली जाए।इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हस्तक्षेप किया और परीक्षा एक दिन में एक ही पाली में ली जा रही है और इसमें परसेंटाइल सिस्टम भी लागू नहीं हो रहा है।CM नीतीश से मिले थे छात्र
आपको बता दें कि बीपीएससी और यूपीएससी के अभ्यर्थियों ने परीक्षा की तारीख को आगे बढ़ाने की मांग को लेकर गुरुवार को दिल्ली में सीएम नीतीश कुमार से मिले थे। छात्र अचानक सीएम के काफिले के सामने आकर अपनी पीड़ा बताई थी। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था ।क्यों बढ़ा डेट
दरअसल, संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा 16 सितंबर से 25 सितंबर तक चलेगी। ये परीक्षा लगातार 16, 17, 18 सितंबर के बाद 24 और 25 सितंबर को है। ऐसे में मुख्य परीक्षा देने वाले छात्र बीपीएससी पीटी की परीक्षा से वंचित रह जाते । हालांकि बीपीएससी ने तारीख बढ़ाने से इनकार कर दिया था। लेकिन मुख्यमंत्री के आदेश के बाद फैसला बदलना पड़ा -
BPSC अभ्यर्थियों ने रोका CM नीतीश का काफिला…. जानिए CM नीतीश ने अभ्यर्थियों से क्या कहा ?
जब अभ्यर्थियों की बातों को अधिकारी नहीं सुनते हों तो ऐसे में छात्रों के पास एक ही रास्ता बचता था कि मुख्यमंत्री से गुहार लगाई जाए। लेकिन मुख्यमंत्री से मिलने का वक्त ही नहीं मिल रहा था। ऐसे में BPSC के अभ्यर्थी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले के सामने अचानक आ धमके। जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों की हाथ पांव भी फुल गए।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, ये पूरा वाक्या तब हुआ जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली से पटना लौट रहे थे। मु्ख्यमंत्री जैसे ही दिल्ली स्थित बिहार भवन से एयरपोर्ट जाने के लिए निकले। वैसे ही BPSC और UPSC के अभ्यर्थी उनकी गाड़ी के आगे आ गए।अभ्यर्थियों ने रोका काफिला
BPSC और UPSC के अभ्यर्थियों ने दिल्ली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का काफिला रोक दिया। छात्रों की भीड़ को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद गाड़ी से उतर कर आए। उन्होंने अभ्यर्थियों से बात की।क्या थी छात्रों की मांग
दरअसल, छात्रों ने सीएम नीतीश से बीपीएससी एग्जाम की तारीख आगे बढ़ाने की मांग की।छात्रों ने मुख्यमंत्री को बताया कि 21 सितंबर को 67वीं बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा होने जा रही है। लेकिन उस दौरान यूपीएससी की मुख्य परीक्षा भी है । ऐसे में जो छात्र-छात्राएं यूपीएससी और बीपीएससी दोनों की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें परीक्षा देने में परेशानी होगी।कब से होगा मेंस
दरअसल, संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा 16 सितंबर से शुरू होगी और ये 25 सितंबर तक चलेगी। ये परीक्षा लगातार 16, 17, 18 सितंबर के बाद 24 और 25 सितंबर को है। इसी बीच में 21 सितंबर को बीपीएससी की पीटी देने से छात्र परेशान हैं।मुख्यमंत्री ने दिया आश्वासन
मुख्यमंत्री नीतीश ने अभ्यर्थियों की समस्या को ध्यान से सुना और आश्वासन दिया कि वे पटना जाकर इस मुद्दे पर जरूर विचार करेंगे। मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद छात्र खुश दिखे और ताली बजाकर सीएम को धन्यवाद कहा।आपको बता दें किअभ्यर्थी बीपीएससी परीक्षा की तिथि में बदलाव की मांग कर रहे हैं। हालांकि बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष का कहना है कि कुछ छात्रों की वजह से 6 लाख स्टूडेंट्स की परीक्षा में बदलाव करना संभव नहीं है। हालांकि परीक्षा को लेकर अंतिम फैसले में बदलाव पर विचार किया जा रहा है।
-
आतंकी मॉड्यूल का बिहारशरीफ कनेक्शन.. NIA की छापेमारी.. जानिए किसे हिरासत में लिया
आतंकी संगठन का PFI के टेरर मॉड्यूल का बिहारशरीफ कनेक्शन सामने आया है । राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानि NIA की टीम आज बिहारशरीफ पहुंची। देश विरोधी गतिवधियों में शामिल लोगों के खिलाफ NIA की जांच चल रही है । इसी सिलसिले में NIA ने आज बिहार भर में 32 ठिकानों में छापेमारी की । उसमें बिहारशरीफ भी शामिल है ।
बिहारशरीफ में कहां रेड
एनआईए की टीम आज सुबह-सुबह बिहारशरीफ के खासगंज मोहल्ला पहुंची। जहां SDPI के प्रदेश अध्यक्ष शमीम अख्तर के घर छापेमारी की। बताया जा रहा है कि छापेमारी के वक्त शमीम अख्तर घर पर मौजूद नहीं थे। आपको बता दें कि शमीम अख्तर का नाम फुलवारी शरीफ टेरर मॉड्यूल में सामने आया है । जिसमें 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लिए आतंकियों को हथियारों की ट्रेनिंग दी रही थी। साथ ही पटना दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमले की साजिश रची गई थी।किसे हिरासत में लिया
SDPI के प्रदेश अध्यक्ष शमीम अख्तर घर पर मौजूद नहीं थे। जिसके बाद NIA की टीम ने शमीम अख्तर के छोटे भाई दानिश को हिरासत में लेकर सोहसराय थाना पहुंची। सोहसराय थाना में NIA की टीम ने दानिश से पूछताछ की। उसके बाद कुछ कागजातों पर दानिश का दस्तखत लेने के बाद उसे छोड़ दिया गया।लौटे शमीम अख्तर
जब NIA की छापेमारी खत्म हो गई और NIA की टीम बिहारशरीफ से पटना के लिए लौट गई तब शमीम अख्तर अपने घर पहुंचे। जिसके बाद उन्होंने कहा कि 13 जुलाई को फुलवारी शरीफ में जो कांड हुआ था, उसी सिलसिले में एनआईए की टीम सर्च वारंट लेकर आई थी।बीजेपी पर बोला हमला
SDPI के प्रदेश अध्यक्ष शमीम अख्तर ने NIA की छापेमारी को लेकर बीजेपी और केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला । उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ईडी, एनआईए, सीबीआई को अपनी कठपुतली बनाकर लोगों को परेशान करने का काम कर रही है। शमीम अख्तर ने कहा की आज केंद्र सरकार के द्वारा लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।कौन हैं शमीम अख्तर
पटना पुलिस द्वारा फुलवारीशरीफ आतंकी मॉड्यूल मामले में जो मुकदमा दर्ज कराया गया है उसमें नालंदा जिले के सोहसराय थाना इलाके के खासगंज के रहने वाले शमीम अख्तर को भी आरोपी बनाया गया है। FIR में तीसरा नाम शमीम अख्तर का ही है। शमीम अख्तर इसके पहले बिहार शरीफ विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुका है। हाल ही में नूपुर शर्मा के विवादित बयान के विरोध में शहर प्रदर्शन का नेतृत्व कर चुका है।
-
नालंदा में कई थानेदारों पर गिरी हाईकोर्ट की गाज.. SP ने किया सस्पेंड
इस वक्त एक बड़ी ख़बर आ रही है नालंदा जिला से। जहां पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है । हाईकोर्ट के आदेश के बाद नालंदा के पुलिस अधीक्षक ने बड़ी कार्रवाई की है । जिसमें नालंदा जिला के कई थानाप्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया है ।
दीपक कुमार सस्पेंड
नालंदा में जिन पुलिसवालों पर निलंबन की कार्रवाई हुई है । उसमें सबसे बड़ा नाम दीपक कुमार का है । दीपक कुमार अभी वर्तमान में राजगीर के थानाध्यक्ष हैं और इससे पहले वो बिहार थाना के थानाप्रभारी थे। दीपक कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है । सूत्रों का कहना है कि दीपक कुमार पर पटना हाईकोर्ट के आदेश पर कार्रवाई हुई है। दीपक कुमार की छवि नालंदा में अच्छे पुलिस अधिकारी के तौर पर रहा है । वे आम लोगों की समस्याओं को निपटाने में तत्पर रहते हैं । लेकिन उनपर भी कार्रवाई की गई है । उन्हें भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है ।संतोष कुमार निलंबित
जिन पुलिस अफसरों पर सस्पेंशन की कार्रवाई हुई है । उसमें दूसरा बड़ा नाम संतोष कुमार का है । जो बिहार थाना में थाना प्रभारी के पद पर तैनात थे। पांच दिन पहले भी उनके निलंबन की बात सामने आयी थी । लेकिन कहा जा रहा है कि उन्होंने मैनेज कर लिया था । जिसके बाद उन्हें बिहार थाना से हटाकर पुलिस लाइन में हाजिर कर दिया गया था। अब उन्हें भी निलंबित कर दिया गया है। उन्हें पिछले हफ्ते ही बिहार थाना से हटाकर लाइन हाजिर कर दिया गया था ।और कौन कौन निलंबित
इसके अलावा जिन पुलिस अफसरों पर निलंबन की कार्रवाई हुई है । उसमें अशोक कुमार और केशव कुमार मजूमदार शामिल हैं । दोनों पहले बिहार थाना के थानाध्यक्ष थे और अभी दोनों पटना में पदास्थापित हैं । इन दोनों पर भी निलंबन की कार्रवाई हुई है । बताया जा रहा है कि पटना हाईकोर्ट की सख्ती के बाद दोनों पर कार्रवाई हुई है ।क्यों हुई कार्रवाई
इन लोगों का निलंबन क्यों किया गया है इस बारे में पुलिस अधीक्षक कार्यालय की ओर से कुछ भी साफ साफ नहीं कहा गया है । लेकिन सूत्रों का कहना है कि इन सभी पर जमीन मामले में कार्रवाई हुई है । बताया जा रहा है कि बिहार शरीफ के पतुआना में जमीन को लेकर विवाद था । जिसमें इन लोगों ने कार्रवाई नहीं की थी और मामला पटना हाईकोर्ट पहुंच गया था। जिसके बाद कार्रवाई की गई है ।
-
खाकी हुई दागदार, कॉलगर्ल के पास मिला SP साहब का मोबाइल.. DIG साहब ने दिए जांच के आदेश
पुलिस की खाकी वर्दी एक बार फिर दागदार हो गई है। पुलिस के आलाधिकारियों के कैरेक्टर पर अब सवाल उठने लगे हैं और उठे भी क्यों नहीं ? क्योंकि कॉलगर्ल की दलाल ने जो खुलासा किया है, वो बहुत ही शर्मनाक है। जिन पुलिस के आलाधिकारियों पर कानून व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी होती है। वो पुलिस बिस्तर गर्म करने में व्यस्त हो तो सवाल उठना लाजिमी है। एक ऐसा ही मामला सामने आया है । जिसमें कॉलगर्ल की दलाल के पास से जिले के सबसे बड़े पुलिस अफसर यानि एसपी साहब का मोबाइल मिला है । महिला का दावा है कि उसे जब कॉलगर्ल के बदले पैसे नहीं दिए तो मोबाइल ही रख लिया। आइए आपको बताते हैं कि पूरा
मामला है क्या ?
दरअसल, एक वीडियो वायरल हो रहा है । वीडियो में दिख रही महिला के पास से मधेपुरा के एसपी का मोबाइल फोन बरामद किया गया है। महिला मधेपुरा के डीएसपी पर संगीन आरोप लगा रही है ।कैसे पहुंचा मोबाइल
महिला का आरोप है कि वो डीएसपी साहब के डेरा पर रिफ्यूजी कॉलोनी सुभाष चौक के पास से एक लड़की को लेकर आती थी। डीएसपी साहब का आवास सदर अस्पताल मधेपुरा के पास है। साहब से एक घंटे का सौदा तय होता था लेकिन तीन-चार घंटे रखने पर भी पैसा नहीं देते थे। महिला का आरोप है कि डीएसपी साहब ने एक बार रुपया दिया, लेकिन तीन-चार बार से पैसा नहीं दे रहे थे, तब जाकर महिला ने मोबाइल उठा लिया था। महिला का कहना है कि लड़की उससे पैसे मांग रही थी और डीएसपी साहब पैसे दे नहीं रहे थे । ऐसे में उसके पास दूसरा और कोई चारा नहीं था। नाराज होकर लड़की ने बिस्तर पर तकिए के नीचे रखा मोबाइल चुरा लिया। पुलिस ने महिला से चोरी किया गया मोबाइल फोन बरामद कर लिया है।कैसे हुआ खुलासा
दरअसल, किसी बात को लेकर सरहसा के डीआईजी शिवदीप लांडे ने मधेपुरा के एसपी के नंबर पर कॉल किया। तो, मधेपुरा एसपी का फोन स्विच ऑफ मिला। फोन बंद मिलने से नाराज डीआईजी के आदेश पर डीएसपी हेडक्वार्टर के नंबर को सर्विलांस पर लिया गया। पता चला कि डीएसपी साहबक मधेपुरा में नहीं बल्कि सहरसा में हैं। पुलिस के टेक्निकल सेल ने मधेपुरा एसपी के बंद मोबाइल को ट्रैक किया तो वो तो महिला के पास से बरामद हुआ जो कॉल गर्ल सप्लायर है। महिला को डीआईजी कार्यालय में बुलाकर पूछताछ की गई तब पूरे रहस्य से पर्दा उठ गया।SP का फोन DSP के पास कैसे ?
आपको बता दें कि जिस मोबाइल की चोरी हुई है वो मधेपुरा के एसपी का है। मधेपुरा के एसपी छुट्टी पर गए थे। ऐसे में डीएसपी को एसपी का चार्ज मिला था। एसपी साहब ने अपना आधिकारिक मोबाइल डीएसपी को दे दिया था। लेकिन कॉलगर्ल को पैसे नहीं देने के चक्कर में डीएसपी साहब के पास से मोबाइल की चोरी हो गई । महिला का दावा है कि उसने दो मोबाइल चुराया था। एक एसपी का सरकारी मोबाइल, जो डीएसपी के पास था और दूसरा खुद डीएसपी का।डीएसपी साहब कहां हैं
उधर, कॉल गर्ल सप्लायर का वीडियो वायरल होने के बाद आरोपी डीएसपी भी छुट्टी पर चले गए हैं। उधर, कोसी रेंज के डीआइजी शिवदीप लांडे ने सुपौल एसपी के नेतृत्व में चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है। गठित कमेटी को पूरे मामले की जांच कर 36 घंटे के अंदर रिपोर्ट समर्पित करने का आदेश दिया है। जबकि महिला का वीडियो बनाकर लीक करने वाले कर्मचारी और पदाधिकारी को भी चिह्नित कर कार्रवाई का आदेश दिया गया है।जांच कमेटी में कौन कौन
डीआईजी शिवदीप लांडे ने जो चार सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है । उसमें सुपौल के एसपी डी अमरकेश, सहरसा के डीएसपी मुख्यालय एजाज हाफिज मणि, मधेपुरा सदर अंचल के पुलिस निरीक्षक प्रशांत कुमार और सहरसा महिला थाना की थानाध्यक्ष प्रेमलता भूपाश्री शामिल हैं। -
BPSC की PT परीक्षा को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बड़ा फैसला.. जानिए अब कैसे होगी परीक्षा ?
बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित होने वाली 67 वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा फैसला है। BPSC की 67वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बड़ी बैठक बुलाई थी । जिसमें बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद,मुख्य सचिव अमीर सुबाहनी मौजूद थे। इस दौरान सभी जिलाधिकारियों और क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ भी चर्चा की गई। जिसके बाद फैसला लिया गया है ।
सीएम नीतीश ने लिया बड़ा फैसला
BPSC की 67वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर हुई हाईलेवल मीटिंग में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा फैसला लिया है । बैठक में कहा गया है कि बीपीएससी 67 वीं की प्रारंभिक परीक्षा अब एक ही दिन एक ही पाली में ली जाएगा।छात्रों के आगे झुकी सरकार
दरअसल, बुधवार को बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) 67वीं परीक्षा में बदलाव किए जाने के विरोध में अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया था । अभ्यर्थी लगातार परसेंटाइल सिस्टम को खत्म कर परसेंटेज सिस्टम और एक पाली में परीक्षा आयोजित कराने की मांग कर रहे थे । जिसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा था कि वो इस मामले में बैठक कर फैसला करेंगे ।पैटर्न में हुआ था बदलाव
दरअसल, बीपीएससी ने प्रारंभिक परीक्षा के पैटर्न में बदलाव किया था । बीपीएससी ने दो पाली में परीक्षा को आयोजित करने की घोषणा की थी। 67वीं पीटी परीक्षा को लेकर बीपीएससी ने तारीख का भी ऐलान कर दिया था। जिसके मुताबिक 20 और 22 सितंबर, 2022 को परीक्षा होनी थी । नोटिफिकेशन के अनुसार 67वीं पीटी की यह परीक्षा दो दिन की होगी जिसमें प्रारंभिक परीक्षा में परसेंटाइल के आधार पर अंक देने का निर्णय लिया गया था।क्यों नाराज़ थे छात्र
अभ्यर्थी बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा परीक्षा के पैटर्न में किए गए बदलाव का विरोध कर रहे थे। छात्रों की मांग है कि 67वीं बीपीएससी की परीक्षा एक ही दिन और एक ही पाली में हो । साथ ही ये भी मांग थी कि परीक्षा का रिजल्ट परसेंटाइल सिस्टम से नहीं बल्कि परसेंटेज सिस्टम से तय हो । आपको बता दें कि परसेंटेज और परसेंटाइल सिस्टम में बहुत अंतर होता है ।
-
गर्ल्स हॉस्टल के बाथरुम में हिडेन कैमरा.. वीडियो बनाकर छात्रा को भेजा.. जानिए पूरा मामला
अब सोचिए गर्ल्स हॉस्टल में भी बेटियां सुरक्षित नहीं है । गर्ल्स हॉस्टल के बाथरूम में हिडेन कैमरा लगाने का मामला सामने आया है। एक छात्रा ने लिखित शिकायत की है कि उसका वीडियो बनाकर टेलिग्राम नंबर पर भेजा गया है। कैमरा गीजर में फिट किया गया था।
छात्राओं का हंगामा
वीडियो सामने आने के बाद छात्राओं ने हंगामा किया। छात्राओं ने कॉलेज के ही छात्रों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। एक छात्रा ने लिखित शिकायत की है। हंगामे मचने के बाद सिविल सर्जन ने जांच टीम गठित की है ।कहां का है मामला
मामला सीवान जिला के महाराजगंज फार्मेसी सह पारा मेडिकल कॉलेज का है। जहां गर्ल्स हॉस्टल के बाथरुम के गीजर में हिडेन कैमरा लगाने की जगह मिली है । सिविल सर्जन के आदेश पर सब डिविजनल हॉस्पिटल महाराजगंज के डिप्टी सुपरिटेंडेंट डॉ. श्याम सुंदर कुमार ने मामले की जांच की है। उन्हें छात्राओं के बाथरूम के गीजर में हिडेन कैमरा लगाने की जगह मिली।छात्राओं का क्या है आरोप
दरअसल, छात्रा का आरोप है कि कॉलेज के कुछ लड़के इसके पीछे हैं। साथ ही कुछ लड़कियों पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया। पीड़ित छात्रा का कहना है कि छात्रा के साथ मिलीभगत से बाथरूम के गीजर के पीछे कैमरा लगाकर वीडियो बना लिया और मेरे टेलीग्राम नंबर पर वीडियो भेजा। इसके बाद गंदी-गंदी चैटिंग की गई। छात्रा ने 7 छात्र और एक छात्रा का नाम लिया है।अश्लील गाना बजाने का आरोप
एक छात्रा ने आरोप लगाया है कि कुछ छात्र फोटो चैटिंग और भोजपुरी गाना बजा कर उसे परेशान करते हैं। 26 अगस्त की रात मौनिया बाबा मेला जुलूस देखकर छात्र आए। वे भोजपुरी अश्लील गीत गाते हुए सीटी बजाने लगे। मुझे व्यक्तिगत रुप से परेशान और प्रताड़ित किया गया।
-
बिहारशरीफ में चलेगा बुलडोजर.. जानिए कहां से कहां तक होगा सड़क का चौड़ीकरण
बिहारशरीफ में अतिक्रमण के खिलाफ बड़े एक्शन प्लान की तैयारी है । बिहारशरीफ नगर निगम ने इसके लिए तैयारी कर ली है । बिहारशरीफ नगर निगम ने इसके लिए अवैध निर्माण करने वालों की सूची तैयार कर ली गई है । अब उन्हें नोटिस भेजने की तैयारी माना जा रहा है कि अगले एक-दो महीने में बुलडोजर दहाड़ने लगेगा ।
क्यों चलेगा बुलडोजर
दरअसल, बिहारशरीफ के अतिव्यस्तम माने जाने वाली सड़क का चौड़ीकरण होना है । इसका ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया गया है । बिहारशरफी नगर निगम स्थानीय लोगों के साथ मिलकर इस मुद्दे चर्चा कर चुकी है । जिसमें लोगों की सलाह के बाद नया रोड मैप तैयार कर लिया गया है । चौड़ीकरण में बाधा बनने वाली अवैध निर्माण के खिलाफ बुलडोजर चलाने का फैसला लिया गया है।कहां से कहां तक चौड़ीकरण होगा
बिहारशरीफ के पुलपर चौराह से लहेरी चौराहा तक सड़क का चौड़ीकरण किया जाएगा। इसके लिए ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया गया है । हालांकि रोड निर्माण का काम सीवरेज नेटवर्क और नाला निर्माण के बाद होगा।सीवरेज नेटवर्क का काम शुरू
लहेरी मोड़ से पुलपर चौराहा की ओर सीवरेज नेटवर्क का काम शुरू कर दिया गया है ।बताया जा रहा है कि सीवरेज नेटवर्क और नाला निर्माण के बाद सड़क चौड़ीकरण का काम किया जाएगा।नगर आयुक्त का क्या है कहना
बिहारशरीफ के नगर आयुक्त तरनजोत सिंह का कहना है कि स्मार्ट सिटी द्वारा सीवरेज नेटवर्क पर काम किया जा रहा है । पाइप बिछाया जा चुका है। नालंदा लाइव को उन्होंने बताया कि सीवरेज का काम पूरा होने के बाद स्थानीय लोगों को नाला के ऊपर से अतिक्रमण हटाने का नोटिस दिया जाएगा। खुद से अतिक्रमण नहीं हटाने पर नगर निगम द्वारा अतिक्रमण हटाकर नाला का निर्माण किया जाएगा और उसके बाद सड़क चौड़ीकरण की प्रक्रिया शुरू होगी ।