Tag: पर्यावरण

  • हिलसा में चला पर्यावरण जागरुकता अभियान , बाँटे गए पौधे !

    हिलसा ( नालंदा ) मिशन हरियाली नूरसराय के बैनर तले शहर के मोमिंदपुर स्थित आरपीएस स्कूल के प्रांगण में पर्यावरण जागरुकता अभियान सह पौधा वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें सैंकड़ों छात्र छात्राओं ने भाग लिया . बढ़ते प्रदूषण एवं पर्यावरण की लगातार बिगड़ती स्थिति को देखते हुए मिशन के संस्थापक राजीव रंजन भारती की पहल पर यह अभियान चलाया गया . इस मौक़े पर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित डा.

    आशुतोष कुमार मानव ने कहा कि पौधे हमारे सच्चे साथी हैं जो कभी भी धोखा नहीं दे सकते . ये हमें न केवल खाने को फल देते हैं बल्कि पूरे पर्यावरण को भी सुरक्षित रखने की ज़िम्मेवारी निभाते हैं . उन्होंने कहा कि हमें भी पौधों की तरह दूसरों के काम आना चाहिए . इसके लिए हर हाथ को कम से कम दस पौधे लगाने होंगे . श्री भारती ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण की रोक थाम के लिए हर शहर एवं गाँव में बड़ी संख्या में पौधरोपण अभियान चलाने की दरकार है . हर संगठन को इसके लिए आगे आना होगा .

    इस मौक़े पर बच्चों के बीच शरीफा, अमरूद , कटहल, हरश्रिंगार आदि पौधों का निशुल्क वितरण किया गया .इस अवसर पर शिक्षाविद अश्विनी कुमार, उपेन्द्र कुमार, आविष्कार त्यागी, सुलभा कुमारी, आरती रानी, ख़ुश्बू कुमारी, अविनाश कुमार, रामानन्द प्रसाद, अनाविया परवीन, रूही परवीन, नाहिद परवीन समेत कई लोग उपस्थित थे

  • शिक्षक ने अपने जन्म दिन पर बच्चों के बीच किया पौधा का वितरण

    बुधवार को हिलसा शहर के रेलवे स्टेशन के दक्षिण टारगेट क्लासेस के बच्चे को बीच में पौधा वितरण किया गया है, पौधा वितरण कार्यक्रम में नालंदा के ब्रांड एम्बेसडर डॉ आशुतोष कुमार मानव ने कहा कि एक पेड़ 100 पुत्र के समान होता है वैसे में जिनके घर में बेटा हो या बेटी या जन्म ले तो उसके जन्म के मौके पर कम से कम 5 पौधे जरूर लगाना चाहिए,

    टारगेट क्लासेज के संचालक चंद्र भूषण कुमार ने कहा कि जन्मदिन के ख्याल से ही या पौधा वितरण किया जा रहा है जो भी टारगेट क्लासेस के रविश सर के जन्मदिन है और उन्हीं के जन्मदिन पर यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, बच्चों के बीच बेहतर पठन-पाठन के साथ-साथ पर्यावरण का जागरूकता भी होना जरूरी है यही ख्याल से बच्चे को पर्यावरण के बचाव को लेकर भी कई प्रकार के चीजों के बारे में बताया गया इस दौरान सौरव कुमार,युवा शिक्षक अजीत कुमार सिंह,आरवी सर मौजूद थे।

  • शिक्षक ने बच्चे के जन्म दिन पर किया पौधा वितरण

    हिलसा ( नालंदा ) समाजसेवी शिक्षक सह पर्यावरण प्रहरी अजीत कुमार सिंह ने सोमवार की देर शाम अपने बच्चे अजीतांशु अनंत के प्रथम जन्म दिन पर अतिथियों के बीच पौधा वितरण किया तथा पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया . जन्मोत्सव समारोह में पहुँचे लोगों ने अमरूद, महोगनी, हरश्रिंगार समेत विभिन्न प्रकार के फलदार व फूलदार पौधे प्राप्त कर ख़ुशियाँ ज़ाहिर की तथा तहे दिल से बच्चे को अपना आशीर्वाद दिया .

    इस जन्मोत्सव के अवसर पर पहुँचे समाजसेवी सह ज़िला आइकॉन डा. आशुतोष कुमार मानव ने कहा कि हर तरह के सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने वाले युवा शिक्षक अजीत कुमार सिंह ने अपने बेटे के प्रथम जन्मोत्सव पर पौधा वितरण करके पर्यावरण संरक्षण के साथ साथ जल जीवन हरियाली से सम्बंधित एक बड़ा संदेश समाज को दिया है . इसी तरह अगर सभी लोग बर्थ डे पार्टी, शादी समारोह आदि के मौक़े पर आगे आएँ तो पूरे विश्व का कल्याण सम्भव है .

    उन्होने कहा कि बढ़ते प्रदूषण के इस दौर में अगर अभी नहीं जागे तो आने वाला समय काफ़ी मुश्किलो भरा होगा . पौधा वितरण का यह कार्य वास्तव में सराहनीय एवं अनुकरणीय है क्योंकि आम तौर पर जन्म दिन जैसे उत्सव पर काफ़ी पैसे व्यर्थ खर्च किए जाते हैं . उन्ही में से कुछ पैसों का सदुपयोग अगर ऐसे रचनात्मक कार्यों के लिए हो तो कार्यक्रम यादगार और जानदार बन जाता है . उन्होंने बच्चे की उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए पूरे परिवार को बधाई दी .

    इस मौक़े पर समाजसेवी शिक्षक अजीत कुमार सिंह, शिक्षिका निशु कुमारी, अजीतांशु परी, गणेश मेहता, उर्मिला देवी, डॉ.मंजीत राज, नेहा राज, समाजसेवी सौरभ कुमार, मधुसूदन कुमार, हेमंत कुमार, शिक्षक जगदेव प्रसाद, संगीता कुमारी,मीना देवी,सुषमा कुमारी, सरस्वती कुमारी,नन्दनी कुमारी,वीरमणि प्रसाद, विक्की कुमार,अमित कुमार,वरुण कुमार,शिक्षक राकेश कुमार राज,दीपक कुमार समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।

  • पर्यावरण संरक्षण जागरूकता विषय पर सात दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत

    गुरुवार से स्थानीय नालंदा कॉलेज मे भूगोल विभाग और गौरैया विहग फाउन्डेशन के संयुक्त तत्वावधान मे पर्यावरण संरक्षण जागरूकता विषय पर सात दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत हुई। कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया गया. अपने उद्घाटन संबोधन मे कॉलेज के प्राचार्य डॉ रामकृष्ण परमहंस ने कहा कि मानव का इतिहास संघर्षों का इतिहास है.कभी खुद से तो कभी प्रकृति से.आदि काल मे मानव का क्रियाकलाप प्रकृति के अनुकूल था,दोनों मे तादात्म्य स्थापित कर विकास को अंजाम दिया जाता था.लेकिन औद्योगिक क्रांति के उपरांत विकास के कार्यों ने प्रकृति को अनदेखा कर दिया जिसके फलस्वरूप पर्यावरण मे असंतुलन उत्पन्न हो गया जो वर्तमान मे विश्व के सामने सबसे बड़ी चुनौती बँकर उभरी है.इस कार्यशाला के माध्यम से इस समस्या का हल खोजेंगे.पर्यावरण संरक्षण जागरूकता विषय पर सात दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत
    कार्यक्रम के समन्वयक भूगोल विभाग की अध्यक्षा डॉ भावना ने कहा कि अर्जित ज्ञान की सार्थकता तभी है जब उसे दैनिक जीवन और जमीनी स्तर पर उतारा जाए. इस कार्यशाला के उपरांत सच्चे प्रकृति सेवक निकलेंगे जो लोगों मे पर्यावरण के प्रति जागरूक करने का अवसर मिलेगा. इसके लिए आभार प्रकट करती हूँ राजीव रंजन पांडेय का जिन्होंने अपनी संस्था के माध्यम से पर्यावरण के प्रति लोगों को सचेत करने का जिम्मा उठाया है.
    इतिहास विभाग के डॉ रतनेश अमन ने कहा कि नालंदा कॉलेज हमेशा से सामाजिक दायित्वों को प्रथमिकता दी है.जिसमें पर्यावरण सर्वोपरि है.भविष्य मे भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जायेगे ताकि बच्चे सीधे पर्यावरण से जुड़कर समाज और राष्ट्र हित मे कार्य कर कालेज का नाम रौशन कर सकें. कार्यशाला में 30 बच्चों का चयन किया जायेगा जो प्रत्येक दिन 2 घंटे के विशेष सत्र में विभिन्न विषयों पर चर्चा करेंगे। कार्यशाला के अंत में प्रतिभागियों को फील्ड ट्रिप के लिए राजगीर ले जाया जायेगा जहाँ उन्हें वस्तविकता से रुबरु कराया जायेगा। इस अवसर पर वनस्पति विभाग के डॉ सुमित कुमार,रूबी कुमारी, अर्पिता कुमारी,धीरज कुमार,सुनील कुमार,सोनम कुमारी नितु कुमारी के अलावे अन्य छात्र मौजूद थे.