Tag: प्रशिक्षण

  • नव नियुक्त सभी कम्युनिटी हेल्थ पदाधिकारी को प्रशिक्षण का आयोजन

    हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पर नव नियुक्त सभी कम्युनिटी हेल्थ पदाधिकारी को उनके कार्यो व जिम्मेदारी की जानकारी देने के लिए बुधवार को सदर अस्पताल के सभागार में उन्नमुखी प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण के दौरान सबसे पहले सभी सीएचओ को उनके कार्यों व विभाग के प्रति जिम्मेदारी का पाठ पढ़ाया गया। इसके बाद एनसीडी स्क्रिनिग व विभाग द्वारा चलाये जा रहे योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। इसके अलावे स्वास्थ्य सेवा से जुड़ी रिपोर्ट को विभागीय पोर्टल पर अपलोड करने की भी जानकारी दी गई।

    सीएस डॉ अविनाश कुमार सिंह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए हेल्थ एण्ड वेलनेश सेंटर बनाया गया है। और उसके संचालन की जवाबदेही आपलोगों को सौंपी गई है। प्रयास रहे कि मरीजों को सदर अस्पताल तक आने की जरूरत कम पड़े। इसके अलावे सरकार द्वारा कई प्रकार के कार्यक्रम भी चलाये जा रहे है। इसे भी मरीजों तक पहुंचाने में आपलोगों को प्रयास करना है। साथ ही गैर संचारी रोग का भी स्क्रिनिग पर जोर देना है ताकि ज्याद से ज्यादा मरीजों को चिन्हित कर स्वस्थ्यसुबिफ उपलब्ध कराया जा सके। इस मौके पर गैर संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ राम मोहन सहाय, पंकज तिवारी, क्षितिज मोहन लाल, उज्जवल कुमार आदि उपस्थित थे।

  • जलवायु परिवर्तन पर वैश्विक स्तर पर देशों को बनानी होगी सहमति: डॉ बिनीत

    वैश्विक स्तर पर हो रहे जलवायु परिवर्तन एक गंभीर समस्या है जो समसायिक विश्व के प्रमुख सुरक्षा खतरे के रूप में विद्यामान है। इससे निपटने के लिए जरूरी है सभी देशों को एक मंच पर आना और सहमति बनाना। लगातार बारिश के पैटर्न में बदलाव, सुखा, बाढ़, चक्रवात को देखते हुए अपने राष्ट्रीय हित से उपर उठकर सभी देशों को कठोर निर्णय लेने होंगें। ये बातें आज गौरैया बिहग फाउंडेशन एवं भूगोल विभाग द्वारा नालंदा कॉलेज में चल रहे सात दिवसीय पर्यावरण जागरूकता कार्यशाला मे राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ बिनीत लाल ने कही।

    उन्होंने कहा की मानव सभ्यता के लगातार उन्नत होने से लोगों की जीवन शैली में लगातार बदलाव हो रहा है इसलिए गांधी जी के अनुसार पृथ्वी सभी मनुष्यों की जरूरतों को तो पुरा करने में सक्षम है पर सभी लोगों के बढ़ते लोभ को पुरा करने में सक्षम नहीं है। इसलिए जरूरी है की आज की युवा पीढी ज्यादा सजग हों और सतत विकास को आगे बढ़ाने में हर संभव प्रयास करें।
    ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन विषय पर कार्यशाला के पांचवे दिन प्रतिभागियों को ग्रुप में बांटकर तीन इको टीम का गठन किया गया। अमृता देवी ईको टीम, दिव्य दर्शन इको टीम और अल्बाट्रोस् ईको टीम में 5-7 छात्रों को जिम्मेवारी दी गयी है की अपने पियर ग्रुप में जगरूकता फैलाकर पर्यावरण से जुड़े मुद्दे पर चर्चा करें साथ ही अपने देश के पुरातन संस्कृति को ध्यान में रखकर प्रकृति के ज्यादा नजदीक होने का आहवाहन करें। कार्यशाला के सह समनव्यक राजीव रंजन पांडे ने कहा की सभी छात्रों ने उत्सुकता पूर्वक कई सवाल भी पूछे और सत्र के बाद परिसर के विभिन्न स्थानों पर पौधारोपन भी किया।