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  • बहुजन सेना 5 सूत्री मांगों को लेकर 2 नवंबर को पटना में राजभवन मार्च करेगी।

    गिरियक प्रखंड के ठाकुर विगहा गांव में बहुजन सेना के कार्यकर्ताओं एवं ग्रामीणों ने राज्य सरकार से समान शिक्षा प्रणाली लागू करने की मांग को लेकर धरना दिया।
    इस अवसर पर बहुजन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिलीप कुमार ने कहा कि पिछले 20-22 वर्षो में बिहार में शिक्षा व्यवस्थ चौपट हो गया है। आज सरकारी विद्यालयों में पढा़ई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रहा है। इसका कारण है कि सरकार जानती है कि सरकारी विद्यालयों में मुख्य रूप से गरीब गुरबा का ही बाल-बच्चा पड़ता है इसलिए इन्हें पढा़ई से वंचित रखा जाय। बिहार में शिक्षा में सुधार लाने के लिए समान शिक्षा प्रणाली लागू करना अति आवश्यक है।
    इस अवसर पर प्रदेश महासचिव रामदेव चौधरी ने कहा कि समान शिक्षा प्रणाली तभी लागू होगा जब सरकारी अफसर के बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ेंगे समान शिक्षा प्रणाली हेतु बहुजन सेना पुरे राज्य में धरना प्रदर्शन करेगी एवं आज 5 सूत्री मांगों को लेकर आगामी 02 नवंबर को राजभवन मार्च करेगी।
    (1) न्यायपालिका में कॉलेजियम सिस्टम समाप्त किया जाए।(2) बड़े-बड़े प्राइवेट संस्थानों /कंपनियों का राष्ट्रीयकरण किया जाए।(3) समान शिक्षा प्रणाली लागू करते हुए सभी प्रकार के शिक्षा मुक्त किया जाए।(4) गरीब वोटर पेंशन लागू किया जाए।(5) बहुजनों के लिए 85% आरक्षण लागू किया जाए।
    आज के इस धरना में सुरेश कुमार दास, अमर कुमार, श्रीचौधरी, रीता देवी, शांति देवी, रिंकु देवी, सावो देवी, पवन यादव,। बच्ची देवी सुमित श्रीदेवी संगीता देवी जय मंती देवी रेखा देवी जितेंद्र चौधरी विलास चौधरी नीतीश कुमार शंकर चौधरी भजन चौधरी मनोज चौधरी बालेश्वर चौधरी अमर कुमार इत्यादि लोगों ने भाग लिया।

  • मार्गदर्शन व पुस्तक वितरण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए बैठक की गई।

    गिरियक प्रखंड के ठाकुर बीघा में मार्गदर्शन व पुस्तक वितरण एससी एसटी ओबीसी अल्पसंख्यक के लिए दिनांक 16 अक्टूबर रविवार 2022 को सफल बनाने के लिए बैठक की गई यह कार्यक्रम श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल पटना में होगी इस मौके पर फुटपाथ संघर्ष मोर्चा के जिला अध्यक्ष रामदेव चौधरी ने कहा कि फुले अंबेडकर शिक्षण संस्थान व एजुकेशन फॉर चेंज की ओर से पटना के श्री कृष्णा मेमोरियल हॉल पटना में 10वीं 12वीं व स्नातक उत्तीर्ण 4 मेधावी बच्चों को के लिए 10000 स्कॉलरशिप पुरस्कृत किए जाएंगे।

    कक्षा 10th 11th 12th कक्षा के लिए समय (9:00 सुबह से शाम 6:00 बजे तक) तथा स्नातक स्नातकोत्तर( दोपहर 2:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक) आमंत्रित। अनेक राज्यों के उपकुलपति जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय दिल्ली विश्वविद्यालय व अन्य विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों द्वारा मार्गदर्शन जेईई एईईटी यूपीएससी बीपीएससी ज्यूडेे ज्यूडेसियरी पत्रकारिता बैंकिंग रेलवे व अन्य की तैयारी हेतु मार्गदर्शन एनसीईआरटी के पुस्तक पर 50% एवं अन्य पुस्तकों पर 80% की छूट पर पुस्तकों का वितरण किया जाएगा छात्र छात्राओं के माता-पिता का उपस्थित होना अनिवार्य है।

    नाश्ता व दिन का भोजन निशुल्क। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन लिंक द्वारा आरंभ है एवं ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए 16 अक्टूबर सुबह 7:00 बजे आयोजन स्थल पर संपर्क करें। छात्र-छात्राओं को अंक प्रमाण पत्र आई कार्ड जाति प्रमाण तथा दो पासपोर्ट साइज फोटो साथ में लाना अनिवार्य है। इस मौके पर सुरेश दास अमर कुमार पवन यादव रीता देवी देवंती देवी रिंकू देवी साबू देवी शांति देवी बच्ची देवी सुमित्रा देवी संगीता देवी मुन्ना देवी जयंती देवी रेखा देवी श्री चौधरी जितेंद्र चौधरी बिलाल चौधरी नीतीश कुमार शंकर चौधरी भजन चौधरी मनोज चौधरी बालेश्वर चौधरी अमर कुमार मिगन मांझी आदि उपस्थित थे।

  • प्रतिमा देवी के द्वारा हरी झंडी दिखाकर स्वच्छता अभियान की शुरुआत

    मिशन निर्माण नालंदा स्वच्छ भारत स्वच्छ मिशन ग्रामीण लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान द्वितीय चरण के तहत बुधवार को परवलपुर प्रखंड के चौसंडा पंचायत के बबुरबन्ना गांव में द्वितीय चरण की शुरुआत की गई। इस मौके पर हिलसा विधानसभा के विधायक कृष्ण मुरारी प्रसाद उर्फ प्रेम मुखिया और drdo कृष्ण कुमार उपाध्याय चौसंडा पंचायत मुखिया मनोज यादव प्रमुख प्रतिमा देवी के द्वारा हरी झंडी दिखाकर संयुक्त रूप से स्वच्छता अभियान की शुरुआत की गई।

    इस मौके पर हिलसा विधानसभा के विधायक कृष्णमुरारी और प्रेम मुखिया ने कहा कि राज्य सरकार लगातार गांव के लोगों को स्वच्छ और स्वस्थ रखने के लिए चिंतित है क्योंकि गांव के अंदर कई तरह की बीमारियां बरसात के दिनों में पनपती है। हर क्षेत्र में राज्य की सरकार योजना चला रही है। उसी की कड़ी में यह भी योजना है। इसके पहले सरकार के द्वारा घर-घर शौचालय सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल जल अभियान की शुरुआत की गई थी जो काफी सफल भी रहा।राज्य की सरकार ने यह निर्णय लिया है हर घर में कचरा प्रबंधन की व्यवस्था किया जा रहा है।

    आज इस अभियान के तहत पंचायत में रहने वाले लोगों को एक ब्लू और एक हरा रंग का डस्टबिन दिया जा रहा है।इस अभियान को सफल बनाने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर जन जागरूकता अभियान और पंचायत स्तर पर चौपाल भी लगाया जाएगा। विद्यालयों में भी जागरूकता अभियान चलाकर बच्चों में भी इस अभियान को लेकर प्रतियोगिता के माध्यम से जागरूकता लाई रही है प्रभात फेरी का भी आयोजन किया जा रहा है।

  • नवरात्र के शुभ अवसर पे जब सारा संसार देवी की पूजा कर रही हैं

    नवरात्र के शुभ अवसर पे जब सारा संसार देवी की पूजा कर रही हैं इसी के सुअवसर पे रोटरी तथागत बिहार शरीफ के द्वारा दिनांक 29 सितंबर को राजगीर के इंडडो होक्के के प्रांगण में संध्या 7 बजे से डांडिया नाईट का आयोजन करने जा रही हैं । विगत 8 वर्षों से रोटरी सदस्यो की यह टीम डांडिया का आयोजन करते आ रही हैं ।

    इस डांडिया के आयेजन में शहर के कई गण्यमान्य व्यक्तियों ने अपना भरपूर सहयोग कर रही हैं । डांडिया आयोजन का मुख्य उद्देश्य लोगो को भक्ति भाव के भारत के अन्य संस्कृतियो से जोड़ना हैं । रोटटी तथागत के इस कार्यक्रम के परियोजना निदेशक रो0 डॉ0 चन्देस्वर प्रसाद ने बताया कि गुजरात के तर्ज पे रोटरी तथागत डांडिया का आयोजन करते आ रहो हैं ,

    इस बार के डांडिया नाईट 2022 के कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध गायक विक्की छाबड़ा औऱ उनकी टीम अपना जलवा बिखेरेगी । लोग इसका भरपूर आनंद लेंगे और डांडिया नाईट में शिरकत करेंगे । क्लब के अध्यक्ष रो0 अनिल कुमार ने बताया कि कार्यक्रम में लोगो के लिए नवरात्र स्पेशल शुद्ध स्पेशल भोजन और अल्पाहार को भी व्यवस्था की गईं हैं । 2500 रु0 प्रति फैमिली अपना रेजिस्ट्रेशन करा इसमें सम्मलित हो पाएंगे। एक रेजिस्ट्रेशन में कुल पांच व्यक्ति की इंट्री हो सकती है जिसमे एक ड्राइवर भी शामिल हैं ।

    क्लब के वरिष्ठ सदस्य रो0 डॉ0 अरबिन्द कुमार सिन्हा ने बताया कि डांडिया के इस कार्यक्रम में बिहार शरीफ के अलावा राजगीर ,नवादा,शेखपुरा में अलावा पटना शहर के भी कई गण्यमान्य परिवर के सदस्य इसमें शिरकत करेंगे ।
    बरिष्ठ सदस्य रो0 अरुण कुमार वर्मा ने डांडिया नाईट के आयोजन के लिए कई प्रयोजको की चर्चा की उन्होने ने बताया कि लाल क्लासेज,सन्त जोसफ स्कूल,वी0 जे0 कांसेप्ट स्कूल इस बार के डांडिया मुख्य प्रायोजक हैं जिनके सहयोग से रोटरी तथागत इस बार डांडिया नाईट का आयोजन करने जा रही हैं ।

  • समाजसेवी दीपक कुमार के नेतृत्व में 10 सदस्यीय टीम तेलंगाना रवाना ।

    तेलंगाना के करीमनगर में सांस्कृतिक महोत्सव में भाग लेने के लिए नालंदा के 11 युवा कलाकार हरनौत से रवाना हो गए।
    इस महोत्सव का विधिवत उद्घाटन कार्यक्रम में तेलंगाना के मुख्यमंत्री श्री के चंद्रशेखर राव गुरु, प्रसिद्ध मेगास्टार चिरंजीवी , तेलंगाना सरकार के मंत्री श्री गंगुला कमलाकर,करीमनगर के जिला अधिकारी आर वी करण,श्री भी सत्यनारायण,कमिश्नर ऑफ द पुलिस करीमनगर सहित गणमान्य लोग भाग लेंगे।इस अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम के लिए चयनित सभी युवा कलाकार को हरनौत के प्रखंड विकास पदाधिकारी उज्जवल कांत जी ने हौसला बढ़ाते हुए युवा कलाकारों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

    और सद्भावना युवा क्लब के द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की। मालूम हो कि तेलंगाना करीमनगर के डॉ. भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में इंटरनेशनल इंडियन ट्राडिशनल कल्चरल फेस्टिवल का आयोजन बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। जिसमें पचास हजार से अधिक लोग भाग लेंगे।तारा डांस अकादमी के द्वारा पूरे भारत के कोने कोने से युवा कलाकार का चयन किया गया जिसमे सद्भावना युवा क्लब से जुड़े कलाकारों का चयन होना पूरे जिले सहित बिहार राज्य के लिए गौरव की बात है।

    सद्भावना युवा क्लब सह सद्भावना मंच (भारत)के संस्थापक समाजसेवी दीपक कुमार ने बताया कि तेलंगाना के करीमनगर में हो रहे अंतरराष्ट्रीय कला महोत्सव के दौरान बिहार के युवा कलाकार बिहारी संस्कृति के बारे में संपूर्ण देश के लोगों को अवगत कराएंगे । साथ ही बिहार के प्रसिद्ध लोक नृत्य कजरी एवं जाट जटिन की प्रस्तुति कर बिहार की कला संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने में अपना अहम रोल अदा करेंगे। ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले सभी युवा कलाकार काफी खुश हैं कि उन्हें पहली बार अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में जाने का मौका मिल रहा है।

    संपूर्ण बिहार से चयनित होने वाले एकमात्र बिहार टीम का नेतृत्व समाजसेवी दीपक कुमार कर रहे है । उप दल नायक के रूप में क्लब की सचिव मोनी कुमारी , रेनू कुमारी ,निशांत कुमार आदि शामिल रहेंगे ।
    युवा कलाकार में सुरुचि कुमारी, लाडली कुमारी साक्षी कुमारी ,अनुप्रिया कुमारी, कुमारी ,संध्या कुमारी ,शिवानी वर्मा आदि महोत्सव में कजरी एवम जाट जटीन प्रस्तुत करेगे ।

    तेलंगाना जाने वाली टीम के लिए जाने-माने समाजसेवी श्री आशुतोष कुमार मानव, जिले के वरीय समाहर्ता श्री आशुतोष कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी हरनौत सेव द चिल्ड्रन के जिला समन्वयक रवि कुमार , डीएवी हरनौत के निदेशक नागेंद्र कुमार सहित जिले के समाजसेवियो, बुद्धिजीवियों एवं शुभचिंतकों ने बधाई दी है।

  • न्यायिक जांच कर कांड संख्या 371/2022 के हत्यारे की गिरफ्तारी हो।

    बिहारशरीफ के राहुई प्रखंड के मोडा पचासा सामुदायिक भवन में अखिल भारतीय रविदासिया धर्म के बैनर तले बैठक की गई जिसमें भिन्न-भिन्न संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित हुए बैठक में जिला औरंगाबाद के थाना दाउदनगर गांव शमशेर नगर के निवासी वीरेंद्र कुमार के हत्या के संबंध में बातचीत की गई इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि जिला औरंगाबाद थाना दाउदनगर गांव शमशेर नगर के निवासी रामचंद्र राम के 30 वर्षीय पुत्र वीरेंद्र कुमार आर के कंस्ट्रक्शन भासनबीघा (तुलसीगढ़) चंडी थाना चंडी जिला नालंदा में कार्यरत था मृतक पहले भी इस कंपनी में काम करता था

    लेकिन रुपए के लेनदेन के कारण काम को छोड़ चुका था मालिक के आश्वासन के बाद फिर से इस कंपनी में 2/9/ 2022 को काम पर लौट गया और काम करने लगा लेकिन 7/9/2022 को उसकी सुनोचित कर हत्या कर दी गई मृतक के परिवार को इंसाफ ना मिल देख 23/9/ 2022 को नालंदा के जिला आरक्षी अधीक्षक एवं उप अधीक्षक हिलसा को ज्ञापन देकर मांग की कि वीरेंद्र कुमार के हत्यारे को जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो हत्यारे दबंग रहने के कारण चंडी थाना के थाना प्रभारी हत्यारे को गिरफ्तार करने में असमर्थ दिखाई दिए आगे वक्ताओं ने कहा कि वीरेंद्र कुमार के हत्यारे की गिरफ्तारी हो एवं गिरफ्तार कर हत्यारे को इस स्प्रेड ट्रायल के तहत फांसी की सजा हो

    और मृतक के परिवार को 50 लाख रुपैया मुआवजा मिले एवं एक परिवार को सरकारी नौकरी मिले अंत में उपस्थित लोगों ने एक स्वर से बोले की जिला प्रशासन 1 हफ्ते के अंदर गिरफ्तारी नहीं की तो नालंदा जिला के आरक्षी अधीक्षक के समक्ष विरोध मार्च किया जाएगा और आंदोलन उग्र होगा इस मौके पर अखिल भारतीय रविदासिया धर्म के जिला अध्यक्ष बलराम दास फुटपाथ संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष एवं बहुजन सेना के प्रदेश महासचिव रामदेव चौधरी डॉक्टर भीमराव अंबेडकर संघर्ष विचार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल पासवान बहुजन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिलीप कुमार उपाध्यक्ष सुरेश दास सरवन पासवान छोटेलाल दास अभिषेक कुमार लल्लू बौद्ध अरविंद दास राजाराम दास पवन दास प्रीतम दास उमेश दास स्वामी सरहजानंद अधिवक्ता कृपानंद आजाद परीखा दास राकेश कुमार श्यामधर प्रकाश एवं मृतक के परिवार के साथ-साथ सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित थे।

  • जिला पदाधिकारी नालन्दा द्वारा कुल 06 वादों को किया गया निष्पादित

    लोक शिकायत निवारण अधिनियम के तहत द्वितीय अपील वादों की की गयी सुनवायी ,कुल 06 वादों को किया गया निष्पादित | जिला पदाधिकारी नालन्दा श्री शशांक शुभंकर द्वारा आज दिनांक 26/09/2022 को लोक शिकायत निवारण अधिनियम के तहत द्वितीय अपील वादों की सुनवाई की गई।

    आज आवास योजना के लाभ से संबंधित,पेय जल तथा गली-नली से संबंधित,वैक्सीनशन कार्य के भुगतान से संबंधित सहित कुल 06 अपील वादों की सुनवाई की गई। कई मामलों में वरीय पदाधिकारी द्वारा जांच के आदेश दिए गए।

  • यश कुमार की पहेली, चौकाने वाला है फर्स्ट लुक

    अलग अलग सब्जेक्ट पर फिल्मे करना इनकी विशेषता है। आम फिल्मो से अलग यश ने हमेशा यूनिक कन्टेन्ट ही चुना। तभी तो इनके फैन्स ने इन्हें यूनिक स्टार का उपनाम दिया है। यूनिक स्टार यश कुमार ने अपने ऑफिसियल सोशल मीडिया आईडी से अपने अपकमिंग फिल्म पहेली का फर्स्ट लुक जारी किया है। यश के पहेली का ये फर्स्ट लुक काफी चौकाने वाला है। फर्स्ट लुक में यश 2 शेड में दिख रहे हैं। एक मे ठेठ गवई अंदाज और दूसरे में शहरी लुक काफी रोमांचित करने वाला है। फर्स्ट लुक रिवील होते ही सोशल मीडिया व व्हाट्सएप ग्रुप्स में खूब शेयर किये जा रहे हैं।

    पहेली के विषय मे यश कहते हैं, पहेली एक अनोखी फ़िल्म है। सस्पेंस थ्रिलर फिल्में भोजपुरी में कमतर देखने को मिलती हैं। दर्शको की उम्मीदें अब काफी बढ़ गयी हैं और ये फ़िल्म उनके उम्मीदों पर खड़ा उतरेगी। पहेली हमारे बेहतरीन फिल्मो में से एक है। वर्तमान में यश भोजपुरी सिनेमा उद्योग के सबसे व्यस्ततम अभिनेता हैं। इनकी फिल्मे लगातार सफलता के झंडे गाड़ रहे हैं। यश की दर्जनों फिल्मे रिलीज के लिए तैयार हैं। पहेली के निर्माता कमल यादव व कपिल पांडे और निर्देशक शिवजीत कुमार हैं।

  • मैं किसी भी पार्टी की उम्मीदवार नहीं, मैंने स्वतंत्र रूप से भरा अपना पर्चा

    शैलेन्द्र नाथ विश्वास -: नगर निगम के डिप्टी मेयर पद के प्रत्याशी सविता सहाय ने कहा कि मैं किसी भी पार्टी की उम्मीदवार नहीं हूं। मैंने अपना पर्चा डिप्टी मेयर पद के लिए स्वतंत्र रूप से भरा है। कुछ तथाकथित लोग मेरी लोकप्रियता से घबराकर लोगों को बरगलाने का कार्य किया। इंटरनेट मीडिया पर मेरा फोटो वायरल कर किसी पार्टी विशेष प्रत्याशी के पक्ष में स्पोर्ट करने की बात कही गई जो बिल्कुल गलत व निराधार है।

    उक्त बातें रविवार को अपने आवास पर प्रेस वार्ता के दौरान डिप्टी मेयर प्रत्याशी सविता सहाय ने कहीं। उन्होंने कहा कि मेरी लोकप्रिययता व आम जन का मिल रहा समर्थन से घबराकर कुछ तथा-कथित तो बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं। लेकिन मैं पूरी मजबूती के साथ डिप्टी मेयर की लड़ाई में लगी हूं। उन्होंने कहा कि मैं आप सभी मतदाताओं को विश्वास दिलाती हूं कि आपके जन समर्थन को किसी भी कीमत पर धूमिल नहीं होने दूंगी।

    मैं इस चुनाव मैं डटी रहूंगी तथा बिहारशरीफ के सभी मतदाताओं के दरवाजे पर जाऊंगी तथा उनसे विजयी होने का आशीर्वाद लूंगी। सविता ने सभी लोगों से निवेदन किया है कि अफवाहों बचें तथा मुझ पर पूर्ण विश्वास रखें। मैं आपके विश्वास पर पूरी तरह से खरी उतरूंगी।

  • प्रगतिवादी कवि रामधारी सिंह दिनकर की 114 वीं जयंती पर विशेष

     राकेश बिहारी शर्मा – रामधारी सिंह ‘दिनकर’ एक प्रसिद्ध कवि, निबंधकार तथा देशभक्त थे। उनके द्वारा रचित कविताएं वीर रस से भरी हुई होती हैं। अपनी देशभक्ति को उन्होंने अपनी रचनाओं में दिखा कर के राष्ट्र को स्वतंत्र कराने के लिए लोगों को प्रेरित किया। “दिनकर” उनका उपनाम था और उनका वास्तविक नाम रामधारी सिंह था। वे हिंदी भाषा के महान कवियों में से एक थे। उनकी रचनाएं एनसीईआरटी व अन्य स्टेट शिक्षा बोर्ड की पाठ्य पुस्तकों में सम्मिलित की जाती है।

    रामधारी सिंह दिनकर का जन्म और परिवारिक जीवन

    हिंदी और मैथिली भाषा के सुविख्यात राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर का जन्म 23 सितंबर 1908 को बिहार के बेगुसराय जिला सिमरिया गांव में एक सामान्य किसान परिवार पिता रवि सिंह तथा माता मनरूप देवी के घर में हुआ। दिनकर जब वो दो साल के थे तभी उनके पिता रवि सिंह का निधन हो गया था। इसके बाद उनकी माता ने पूरे परिवार की जिम्मेदारी संभाली। परिवार में रामधारी के दो भाई और थे, जिनका नाम केदारनाथ सिंह और रामसेवक सिंह था। दिनकर और उनके भाई-बहनों का पालान-पोषण उनकी विधवा माता ने ही किया। दिनकर का बचपन और कैशोर्य देहात में बीता, जहाँ दूर तक फैले खेतों की हरियाली, बांसों के झुरमुट, आमों के बगीचे और कांस के विस्तार थे। प्रकृति की इस सुषमा का प्रभाव दिनकर के मन में बस गया, पर शायद इसीलिए वास्तविक जीवन की कठोरताओं का भी अधिक गहरा प्रभाव पड़ा।

    दिनकर का शिक्षा,शादी और बरबीघा के संस्थापक प्रधानाध्यापक

    दिनकर जी का प्रारंभिक शिक्षा संस्कृत के एक पंडित के पास प्रारंभ हुई। दिनकर जी ने अपने गाँव के प्राथमिक विद्यालय से प्राथमिक शिक्षा प्राप्त की एवं निकटवर्ती बोरो नामक ग्राम में राष्ट्रीय मिडल स्कूल जो सरकारी शिक्षा व्यवस्था के विरोध में खोला गया था, में प्रवेश प्राप्त किया। यहीं से इनके मनो मस्तिष्क में राष्ट्रीयता की भावना का विकास होने लगा था। हाई स्कूल की शिक्षा इन्होंने मोकामाघाट हाई स्कूल से प्राप्त की। इसी बीच इनका विवाह श्यामावती के साथ हुआ तथा ये एक पुत्र के पिता भी बन गये थे। 1928 में मैट्रिक के बाद दिनकर ने पटना विश्वविद्यालय से 1932 में इतिहास में बी. ए. ऑनर्स किया। पटना विश्वविद्यालय से बी. ए. ऑनर्स करने के बाद अगले ही वर्ष दिनकर जी 03 जनवरी 1933 को उच्च विद्यालय बरबीघा के संस्थापक प्रधानाध्यापक बने थे तथा ये 21 जुलाई 1934 तक रहे। रामधारी सिंह दिनकर उच्च विद्यालय में प्रधानाध्यापक पद पर रहते हुए 60 रुपये महीने की नौकरी की थी तथा अन्य तरह के कटौती करते हुए 41 रुपैया 10 आना और तीन पैसा उनको महीने का दिया जाता था। यहां से फिर वे शेखपुरा जिला मुख्यालय के कटरा चौक स्थित कार्यालय में रजिस्ट्रार की नौकरी की। इस कार्यलय में 8 सालों तक अपनी सेवा दी थी।

    उच्च विद्यालय बरबीघा में मध्यान भोजन की रखी थी नींव

    राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर ने बरबीघा उच्च विद्यालय में नौकरी करते हुए मध्यान भोजन की आधारशिला रख दी थी जो आज भी लागू है। प्रसंग यह था कि एक छात्र टिफिन के दौरान खाने के लिए घर चला गया और लेट से लौटकर आया तो शिक्षक ने उसकी पिटाई कर दी। इससे मर्माहत होकर रामधारी सिंह दिनकर ने टिफिन के समय स्कूल में ही हल्के नाश्ते की व्यवस्था कर दी। जिसमें चना, चूड़ा, भूंजा इत्यादि शामिल था जो आज तक चल रहा है। रामधारी सिंह दिनकर की याद में बरबीघा उच्च विद्यालय के प्रांगण में दिनकर जी की आदमकद प्रतिमा का उद्घाटन बिहार के मुख्यमंत्री माननीय नीतीश कुमार के द्वारा सेवा यात्रा के दौरान किया गया था।

    दिनकर जी ने बरबीघा से संसद भवन तक की सफर तय की

    दिनकर जी ने उच्च विद्यालय बरबीघा से संसद भवन दिल्ली तक की यात्रा की। बावजूद वे बिहार की धरती बरबीघा को नहीं भूले। दिनकर गरीब किसानों, मजदूरों और देश के लिए लड़ने वाले जवानों के लिए लिखे हैं। जो कवि जनता को प्यार नहीं करता, जनता भी उसे भुला देती है। रामधारी सिंह दिनकर भारतीय संस्कृति, समाज और राष्ट्रीयता के महाकवि थे। उनकी रचनाओं की प्रासांगिक आज भी है। दिनकर जी एक साधारण शिक्षक से लेकर पद्म विभूषण की उपाधि तक का सफर किया। हिंदी साहित्य के साहित्य-चूड़ामणि रामधारी सिंह दिनकर जी एक सफल आदर्श शिक्षक, प्रखर लेखक, सुविख्यात कवि और प्रकांड निबंधकार थे।

    दिनकर जी प्राध्यापक से राज्यसभा का सदस्य तक बने

    1947 में देश स्वाधीन हुआ और वह बिहार विश्वविद्यालय में हिन्दी के प्राध्यापक व विभागाध्यक्ष नियुक्त होकर मुज़फ़्फ़रपुर पहुंचे। वर्ष 1950 से 1952 तक लंगट सिंह कालेज में हिन्दी के विभागाध्यक्ष रहे। भागलपुर विश्वविद्यालय के उपकुलपति के पद पर भी काम किया था। वर्ष 1952 में जब भारत की प्रथम संसद का निर्माण हुआ, तो उन्हें राज्यसभा का सदस्य चुना गया और वह दिल्ली आ गए। दिनकर 12 वर्ष तक संसद-सदस्य रहे, बाद में उन्हें सन 1964 से 1965 ई. तक भागलपुर विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया गया। लेकिन अगले ही वर्ष भारत सरकार ने उन्हें 1965 से 1971 ई. तक अपना हिन्दी सलाहकार नियुक्त किया और वह फिर दिल्ली लौट आए।

    दिनकर ने अपने कविताओं में ऐतिहासिक पात्रों और घटनाओं को पिरोया

    ’दिनकर’ की कविता को एक नये शिखर पर पहुँचा दिया है। भले ही सर्वोच्च शिखर न हो, दिनकर के कृतित्त्व की गिरिश्रेणी का एक सर्वथा नवीन शिखर तो है ही। हिन्दी साहित्य संसार में एक ओर उसकी कटु आलोचना और दूसरी ओर मुक्तकंठ से प्रशंसा हुई। धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हुई इस काव्य-नाटक को दिनकर की ‘कवि-प्रतिभा का चमत्कार’ माना गया। दिनकर जी ने सामाजिक और आर्थिक समानता और शोषण के खिलाफ कविताओं की रचना की। एक प्रगतिवादी और मानववादी कवि के रूप में उन्होंने ऐतिहासिक पात्रों और घटनाओं को ओजस्वी और प्रखर शब्दों का तानाबाना दिया। कवि रामाधारी सिंह दिनकर ने इस वैदिक मिथक के माध्यम से देवता व मनुष्य, स्वर्ग व पृथ्वी, अप्सरा व लक्ष्मी और अध्यात्म के संबंधों का अद्भुत विश्लेषण किया है।