Tag: रक्षाबंधन

  • रोटरी क्लब तथागत द्वारा शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया।

    श्रम कल्याण केंद्र मैदान में 12 अगस्त 2022 दिन शुक्रवार को आज़ादी के 75 वर्ष होने के अवसर पर अमृत महोत्सव के तहत रोटरी क्लब तथागत द्वारा शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया।

    शपथ ग्रहण एवं देशभक्ति गीतों के इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में स्कूल एवं कॉलेज के छात्र, शिक्षक एवं उनके अभिभावक, महिलाएं, युवा, गणमान्य लोग सहित शहर के अनेक बुद्दिजीवी मौजूद थे।

    कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत रोटरी तथागत के अध्यक्ष रो अनिल कुमार, सचिव रो परमेश्वर महतो, परियोजना निदेशक रो डॉ नीरज कुमार, वरिष्ठ सदस्य रो डॉ अरविंद कुमार सिन्हा, नालंदा कॉलेज के प्राचार्य डॉ राम कृष्ण परमहंस, पब्लिक स्कूल असोसिएशन के अध्यक्ष आशीष रंजन, आरपीएस स्कूल के निदेशक अरविंद कुमार एवं इनर व्हील क्लब की अध्यक्ष संजना जोसेफ ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया।

    कार्यक्रम की शुरुआत में सेंट जोसेफ स्कूल के बच्चों के द्वारा राष्ट गान गाया गया तो वहीं आरपीएस स्कूल के बच्चों के द्वारा वंदे मातरम का गायन किया गया। बाद में सेंट जोसेफ स्कूल के बच्चों एवं नालंदा कॉलेज के छात्राओं के देशभक्ति गीतों पर प्रस्तुत नृत्य ने उपस्थित लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया। जय हो, सबसे आगे होंगे हिंदुस्तानी जैसे गानों पर लोग लोग झूम उठे। श्रम कल्याण मैदान शहरवासियों से भरा था जो बीच बीच में भारत माता की जय एवं वंदे मातरम का नारा लगा कर उत्साहित हो रहे थे।

    रो डॉ बिनीत लाल ने आज़ादी का अमृत महोत्सव के महत्व एवं प्रासंगिकता के बारे में बताया। प्रजापिता ब्रहमाकुमारी इश्वरीय विश्वविद्यालय की बहन अनुपमा ने उपस्थित जनसमूह को देश के प्रति अपने कर्तव्यों को याद दिलाते हुए सभी को शपथ दिलाई। उपस्थित लोगों ने एक हाथ में तिरंगा तो दूसरे हाथ में मोमबत्ती लेकर देश की एकता एवं अखंडता को बनाये रखने, पर्यावरण का संरक्षण करने, वरिष्ठ नागरिकों एवं महिलाओं का सम्मान करने, स्वच्छता को अपने जीवन में उतारने और एक अच्छे इंसान बनने की शपथ ली। कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा धन्यवाद ज्ञापन के साथ रो डॉ अरविंद कुमार सिन्हा ने किया। पूरे कार्यक्रम में देशभक्ति गीतों के साथ ही तिरंगा लहराते हुए आम शहरवासी आज़ादी के इस अमृत महोत्सव को रोटरी तथागत के साथ पूरे उत्साह के साथ मनाया।

    इस ऐतिहासिक कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए नालंदा कॉलेज, आरपीएस स्कूल, नालंदा विद्या मंदिर, सेंट जोसेफ स्कूल के छात्र-छात्राएं, अभिवावक एवं शिक्षकगण, इंटरेक्ट क्लब, रोटरेक्ट क्लब, लायंस क्लब, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की बहने, इनरव्हील क्लब की सदस्यों ने अपनी भूमिका निभायी।

  • रक्षाबंधन का त्यौहार की महत्ता पर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया

    ब्रिलियंट कान्वेंट के भव्य सभागार में रक्षाबंधन का त्यौहार की महत्ता पर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया इस अवसर पर बच्चों ने काफी हर्ष उल्लास के माहौल में आनंद उठाया। आज रक्षाबंधन या राखी बंधन केवल भाई-बहन के बीच का ही माहौल होकर नहीं रह गया है वरन रक्षाबंधन देश की रक्षा पर्यावरण की रक्षा सामाजिक हितों की रक्षा तथा आपसी भाईचारा आदि के भेदभाव को बुलाकर सुमित एक धागे में पिरो कर संभालने की प्रक्रिया को रक्षाबंधन कहा जाने लगा है। यूं तो हम जानते हैं

    कि रक्षाबंधन पर बहने भाइयों की कलाई पर राखी बांधी है और तिलक लगाती है और उनसे अपनी रक्षा का संकल्प लेती है। राखी रक्षाबंधन की व्यापकता इससे भी कहीं ज्यादा है राखी बांधना भाई-बहन के बीच का कार्यकलाप केवल नहीं रह गया है। इस अवसर पर विद्यालय के चेयरमैन डॉ शशि भूषण कुमार ने बताया कि हमारे देश में विभिन्न धर्म और संप्रदाय का मिलाजुला देश है। इस देश में हर साल सावन पूर्णिमा के दिन त्यौहार राखी हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। भारत ठीक है कैसा देश है

    जहां पर यह पर्व मानवीय मूल्यों से भी बढ़कर लोग सेना के जवानों के लिए राखी डाक के द्वारा भेजना पेड़ पौधे में रक्षा सुंदर बांधना तथा विभिन्न धर्मावलंबियों के लोगों के बीच राखी बांधकर भाईचारा एवं प्रेम का रास्ता अपनाते हैं। हमारा देश भारत ही एक ऐसा देश है जो पुरानी परंपरा को आज भी हर्ष एवं उल्लास के साथ जीवंत रखे हुए हैं। विद्यालय में उपस्थित सभी शिक्षकों ने बल्कि सभी छात्राओं ने छात्रों के दाईं कलाई पर राखी एवं रक्षा सूत्र बांधने। जो विद्यालय का निरंतर पारंपरिक परंपरा रही है। कुछ छात्राओं ने विद्यालय के रूप गार्डन पर जाकर पौधों को भी रक्षा सूत्र से बांधे। विद्यालय के सभी शिक्षक गण इस रक्षाबंधन के आयोजन को मिलजुल कर और खूबसूरत बनाया। जिसमें सर्व श्री रंजय कुमार सिंह किशोर कुमार पांडे विजय कुमार आनंद कुमार सृष्टि मैम नाजिया मैम निशा मेम अंकिता मैम तथा राजकुमार सिंह एवं सोनम मैं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और इस कार्यशाला को सुशोभित किया। धन्यवाद