शहर के चोरा बगीचा में रविवार को जिला ट्रक-ट्रैक्टर एसोसिएशन संघ की बैठक आयोजित की गई। बैठक में संघ के पदाधिकारियों का चयन सर्वसम्मति से किया गया। दिवाकर यादव को अध्यक्ष, विजय यादव को उपाध्यक्ष व लवकुश यादव को कोषाध्यक्ष मनोनित किया गया।
नवनियुक्त अध्यक्ष ने सभी चालकों से ट्रैफिक नियमों का पालन करने का अनुरोध किया। आए दिन पुलिस ओवरलोड के नाम पर चालकों को तंग करती है। ऐसे मामलों में एसोसिएशन सहयोग करेगा। उन्होंने वाहनों के सभी कागजात अपडेट रखने की अपील की। बैठक में चालकों ने अपनी-अपनी समस्याएं रखी और इसे दूर करने की रणनीति बनायी।
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न्यूज नालंदा – ट्रक-ट्रैक्टर एसोसिएशन अध्यक्ष बनें दिवाकर, ट्रैफिक नियमों पर कही बड़ी बात…
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न्यूज नालंदा – थानेदार मुश्ताक ने नहीं दिया मौका , जानें करतूत…
राजगीर डीएसपी के नेतृत्व में कार्रवाई कर पुलिस रविवार को हथियार-कारतूस संग दो बाइक सवार बदमाशों को गिरफ्तार कर ली। जबकि, एक बदमाश फरार होने में सफल रहा। पकड़ा गया दोनों बदमाश अतंरजिला गिरोह का शातिर है। जो लूट व चोरी की घटना करता है। बदमाशों के पास से दो कट्टा, 8 कारतूस, 3 मोबाइल, एक बाइक, रॉड, छेनी समेत अन्य चोरी में इस्तेमाल उपकरण बरामद हुआ। जांच में खुलासा हुआ कि दोनों अंतरजिला गिरोह का सदस्य है। जो चोरी-लूट को अंजाम देता है।
न्यूज नालंदा – थानेदार मुश्ताक ने नहीं दिया मौका , जानें करतूत…
डीएसपी प्रदीप कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना पर वाहन चेकिंग के दौरान बदमाशों काे पकड़ा गया। जबकि, एक फरार हो गया। पकड़े गए युवकों के पास से हथियार-कारतूस व चोरी में इस्तेमाल होने वाला औजार बरामद हुआ। 12 की रात बदमाश सिलाव स्थित अमेजन के गोदाम में चोरी करने गया था। जहां पुलिस को देख सभी फरार हो गया। फिर से बदमाश घटना को अंजाम देने जा रहा था। सरगना गौतम पर राजगीर में पूर्व से आर्म्स एक्ट का केस दर्ज है। फरार की तलाश में पुलिस जुटी है।
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मुख्यमंत्री ने राजकमल प्रकाशन के नवनिर्मित भवन का किया उद्घाटन
पटना, 13 नवम्बर 2022 । मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज राजकमल प्रकाशन के स्थापना दिवस के अवसर पर अशोक राजपथ स्थित राजकमल प्रकाशन के नवनिर्मित भवन का फीता काटकर उद्घाटन किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर राजकमल प्रकाशन समूह के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि आप सभी इसी तरह आगे बढ़ें और तरक्की करें। छात्र जीवन से ही हम यहां आते रहे हैं। राजकमल प्रकाशन काफी लोकप्रिय रहा है और इसकी लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। राजकमल प्रकाशन के प्रति मेरे मन में काफी सम्मान है और रहेगा।
राजकमल प्रकाशन समूह के अध्यक्ष श्री अशोक महेश्वरी ने नवनिर्मित भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। श्री अशोक महेश्वरी ने लेखकों का एक फोटो फ्रेम और पुस्तक भेंटकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
कार्यक्रम में बिहार राज्य आपदा प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री उदयकांत मिश्रा, बिहार राज्य आपदा प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष श्री व्यास जी, राजकमल प्रकाशन समूह के अध्यक्ष श्री अशोक महेश्वरी, जिलाधिकारी श्री चंद्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक श्री मानवजीत सिंह ढिल्लो, संपादक, लेखक एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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न्यूज नालंदा – नशेड़ियों ने गैराज से की डेढ़ लाख के सामान की चोरी, जानें घटना…
शहरी इलाके में सक्रिय बदमाश ताबतोड़ चोरी की घटना को अंजाम दे रहा है। शुक्रवार की रात दीपनगर थाना अंतर्गत बाजार समिति के समीप बदमाशों ने गैराज से तीन ई रिक्शा से 12 बैटरी की चोरी कर ली। करकट तोड़ घटना को अंजाम दिया गया। अगली घटना का खुलासा हुआ। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई। इलाके का फुटेज खंगाला जा रहा है।
न्यूज नालंदा – नशेड़ियों ने गैराज से की डेढ़ लाख के सामान की चोरी, जानें घटना…
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न्यूज नालंदा – छात्रावास निर्माण का होने लगा विरोध, लगे प्रशासन विरोधी नारे…
दीपनगर थाना अंतर्गत राणा बिगहा गांव में कल्याण विभाग द्वारा बनाए जा रहे पिछड़ा-अति पिछड़ा छात्रावास विरोध शुरू हो गया है। शनिवार को ग्रामीणों ने निर्माण का विरोध करते हुए प्रशासन विरोधी नारेबाजी की। जिसके बाद मौके पर सुरक्षा बलों को बुला लिया गया।
ग्रामीणों ने बताया कि कोसुक एवं राणा बिगहा के बीचोंबीच खेल का मैदान है। जिस पर जिला प्रशासन के द्वारा छात्रावास निर्माण कराया जा रहा है। यह जमीन उनके पुरखों की है। ओपेन जीम, बेहतर मैदान बनाने की जगह जिला प्रशासन के द्वारा छात्रावास का निर्माण कराया जा रहा है। जबकि पास में ही नदी किनारे खाली जमीन पड़ी हुई है। उक्त स्थल का उन लोगों के पास रजिस्ट्री के पेपर भी हैं।
मौके पर सदर एसडीओ अभिषेक पलासिया सहित अन्य अधिकारी एवं स्थानीय थाना पुलिस मौजूद रही। घंटो जिला प्रशासन एवं स्थानीय लोगों से नोकझोंक होते रही। अंततः 2 दिनों का समय जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों को दिया है। ताकि वे अपने जमीन से संबंधित कागजात दिखा सकें। दरअसल कल्याण विभाग के द्वारा 100 बेड का पिछड़ा एवं अति पिछड़ा छात्रावास का निर्माण कराया जा रहा है।न्यूज नालंदा – छात्रावास निर्माण का होने लगा विरोध, लगे प्रशासन विरोधी नारे…
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न्यूज नालंदा – बदमाशों का बढ़ा हौसला: हमला कर दारोगा समेत 9 को किया जख्मी…
जिले में बदमाशों का हौसला बढ़ा है। इसलामपुर थाना अंतर्गत संडा बाजार में शुक्रवार की रात मारपीट की सूचना पर पहुंची पुलिस पर बालू धंधेबाजों ने हमर कर दिया। घटना में दो दारोगा समेत 9 कर्मी जख्मी हो गए। पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया। धंधेबाज गया से आ रहे बालू लोड ट्रक व अन्य वाहनों से वसूली कर रहे थे।
सूचना पाकर वाहन मालिक पहुंचे तो मारपीट होने लगी। जिसके बाद पुलिस पहुंच। धंधेबाजों ने पुलिस पर भी हमला कर दिया। इसके बाद पर्याप्त संख्या में बलों को बुलाकर जवाबी कार्रवाई कर पुलिस चार बदमाशों को गिरफ्तार की। गिरफ्तार बदमाशों में राकेश कुमार, राजीव कुमार, प्रिंस कुमार और लालू कुमार शामिल है। धंधेबालों ने वाहन मालिक-कर्मी की पिटाई करते हुए उनसे लूटपाट भी की।
डीएसपी कृष्ण मुरारी प्रसाद ने बताया कि धंधेबाज गया से बालू लेकर आ रहे ट्रक से वसूली कर रहा था। जिस कारण चालक-धंधेबाज में मारपीट हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस पर बदमाशों ने हमला कर दिया। मौके से चार बदमाशों को पकड़ा गया। 14 नामजद व 20 अज्ञात को आरोपित कर केस दर्ज किया गया है।न्यूज नालंदा – बदमाशों का बढ़ा हौसला: हमला कर दारोगा समेत 9 को किया जख्मी…
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न्यूज नालंदा – वन पदाधिकारी हत्याकांड: अब भी पुलिस के हाथ खाली, अपराधी तो दूर कारणों का खुलासा नहीं
राजगीर में वन पदाधिकारी की नृशंस हत्या के तीसरे दिन भी पुलिस के हाथ खाली हैं। अपराधी तो दूर अब तक कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। पुलिस सभी संभावनाओं पर जांच का दायरा बढ़ाने का दावा कर रही है। शुक्रवार को पटना से डॉग स्क्वायड टीम को बुलाया गया। खोजी कुत्ते को घटनास्थल और मृतक के घर के समीप दौड़ाया गया। डॉग स्क्वायड से पुलिस जांच को दिशा मिलने का दावा कर रही है। अपरिहार्य कारणों से फोरेंसिक टीम नहीं पहुंच सकी। अनुमान है एफएसएल टीम शनिवार को आएगी। साक्ष्य नष्ट न हों इस कारण घटनास्थल के समीप घेरा डालकर किसी के आने-जाने पर रोक लगा दी गई है। इधर, मृतक के पुत्र मनीष कुमार ने अज्ञात बदमाशों को आरोपित कर हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई है।
न्यूज नालंदा – वन पदाधिकारी हत्याकांड: अब भी पुलिस के हाथ खाली, अपराधी तो दूर कारणों का खुलासा नहीं
सीएम से पा चुके थे सम्मान
वन पदाधिकारी सीएम नीतीश कुमार के हाथों सम्मानित हो चुके थें। कर्तव्यनिष्ठा के लिए वेणु वन के विस्तारीकरण समारोह में सीएम ने उन्हें सम्मानित किया था। उनकी सेवाभाव और निष्ठा को देखते हुए रिटायर्ड होने के बाद फिर से उन्हें संविदा पर बहाल किया गया था।नहीं रुक रहें आंसू, परिवार पूछ रहा कातिल कौन
पदाधिकारी 20 साल से राजगीर में तैनात थे। दो साल पहले उन्होंने जगदेव नगर में जमीन खरीदकर मकान बनाया था। जहां पत्नी व छोटे पुत्र के साथ रह रहे थे। बड़ा पुत्र संजीव बेतिया में आरक्षी है। इसी तरह मंझोला पुत्र भी दूसरे शहर में रहकर नौकरी करता था। घर में वह पत्नी व छोटे बेटे के साथ रहते थे। हत्याकांड के बाद से परिवार के आंसू नहीं रुक रहे हैं। पत्नी व पुत्र पुलिस से पूछ रहे हैं कि कातिल कौन है। किस कारण उनके पिता को मारा गया। हालांकि, पुलिस परिवार के सवाल पर चुप्पी साधे है।कर्मियों में शोक के साथ खौफ
पदाधिकारी की नृशंस हत्या से वन विभाग के अन्य कर्मियों में शोक के साथ खौफ देखा जा रहा है। घटना के कारणों का खुलासा नहीं होने के कारण लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं। कर्मियों की मानें तो मृतक शालीन स्वभाव के थे। उनकी किसी से दुश्मनी नहीं थी।पर्यटक स्थल की सुरक्षा पर सवाल
वन पदाधिकारी की नृशंस हत्या से राजगीरवासी खौफजदा हैं। बुद्धिजीवियों ने बताया कि पयर्टक स्थल की सुरक्षा भगवान भरोसे हैं। इलाके में आए दिन आपराधिक वारदात हो रही है। वन पदाधिकारी की हत्या रेल थाना और पदाधिकारियों के आवास के समीप, राह चलते हुए कर दिया गया। जिसकी भनक तक गश्ती पुलिस को नहीं लगी। इस वारदात से लोग दहशत में हैं। पर्यटक सीजन की शुरूआत में नृशंस हत्या का असर पर्यटन उद्योग पर प्रतिकूल पड़ेगा।
सभी बिंदुओं पर जांच का दावा
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पटना हाइकोर्ट में आयोजित किये गए राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल मिलाकर 308 मामलों की सुनवाई की गई
पटना हाइकोर्ट में आयोजित किये गए राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल मिलाकर 308 मामलों की सुनवाई की गई। आज 93 मुकदमों की सुनवाई लोक अदालत के दौरान की गई।
कुल मिलाकर 145 मुकदमों का निष्पादन हुआ, (जिसमें 52 मुकदमें की सुनवाई प्री – सिटींग में अर्थात इस लोक अदालत के पहले), 25 मुकदमें मोटर वाहन एक्ट, 43 सर्विस से जुड़े मामले और 73 अवमानना के मुकदमें शामिल थे।
इनमें से 25 मोटर वाहन एक्ट के मुकदमों में एक करोड़ पैतीस लाख रुपये का सेटलमेंट किया गया।
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ये शराब बहुत जालीम है नीतीश जी
ये शराब बड़ी जालिम चीज है,चले थे गांधी बनने और आज वही शराब नीति नीतीश कुमार के गले का फास बन गया है। जी हां, 2020 में सरकार बनने के बाद से अभी तक किसी एक विभाग की सबसे अधिक समीक्षा नीतीश कुमार द्वारा किया गया है तो वह है उत्पाद विभाग और उसी का नतीजा था कि नीतीश कुमार ने शराबबंदी कानून में संशोधन करते हुए शराब पीकर पकड़े जाने पर 2-5 हजार रुपये के बीच जुर्माना लेकर छोड़ने की बात सामने आयी और जुर्माना नहीं देने पर एक महीने की जेल हो सकती है।
संशोधन के बावजूद पुलिस जुर्माना लेने के बजाय कोर्ट में भेज देती है इस दौरान शराब पीने वाले को भी परेशानी झेलनी पड़ती है ।आंकड़ा बता रहा है कि शराब पीकर पकड़े गये अभियुक्तों में 80 प्रतिशत से अधिक गरीब और कमजोर वर्ग के लोग हैं, पैसे वाले पकड़े भी जाते हैं तो वही के वही पुलिस पैसा वसूल कर छोड़ देता है ।इस वजह से गरीब लोगों में शराब कानून को लेकर एक अलग तरह का गुस्सा पैदा होता जा रहा है ।
महिला अब शराबबंदी पर बात करना नहीं चाहती है
मोकामा और गोपालगंज विधानसभा उप चुनाव के दौरान मोकामा में कुछ ज्यादा तो समझ में नहीं आया लेकिन गोपालगंज में महिलाओं में नीतीश कुमार को लेकर वह उत्साह देखने को नहीं मिला जो पहले देखने को मिलता था। बातचीत में पता चला कि शराबबंदी कानून को लेकर महिला नीतीश से निराश है और वो अब हार मान गयी है ।इसका असर यह देखने को मिला कि वोट देने को लेकर महिलाओं में जो उत्साह पहले रहता था उसमें कमी आयी है । चुनाव के बाद मैंने इसके लिए अलग अलग जिलों में एक हजार महिलाओं से बात किये सभी के सभी शराबबंदी के पक्ष है लेकिन समस्या यह आ रही है कि गांव गांव में डोर टू डोर शराब पहुंचाने वालों का जो सिंडिकेट खड़ा हो गया है उस सिंडिकेट में कोई उसका देवर है तो कोई जाउत है तो कोई भैसुर है मतलब पीने वाला भी और शराब पहुंचाने वाला भी एक दूसरे का रिश्तेदार ही है ।
इस वजह से महिला अब उस अंदाज में विरोध नहीं कर पाती है क्यों कि विरोध करती है तो डोर तू डोर शराब पहुंचाने वालों का परिवार ही उसके लिए आगे आकर लड़ने लगती है इस वजह से महिलाओं में शराबबंदी को लेकर जो एकजुटता देखने को मिलता था वो पूरी तौर पर हर गांव में टूट गया है।
हालात यह है कि जीविका दीदी भी अब शराब पर चर्चा करने से डरती है क्यों कि चौकीदार से लेकर थानाध्यक्ष तक शराब कारोबारी और डोर टू डोर शराब पहुंचाने वालों के साथ खड़ी रहती है । वही जो शराब पहले सौ रुपया में मिलता था वो आज तीन सौ रुपया में मिल रहा है इस वजह से महिलाओं को घर चलाने में काफी परेशानी हो रही है इससे महिला खासा निराश है और इसका असर नीतीश कुमार के छवि पर पड़ रहा है।
Nitish Kumar and Liquor Ban वही आकड़ा पर गौर करे तो अभी तक शराबबंदी के बाद जितनी भी गिरफ्तारी हुई है उसमें सबसे अधिक संख्या पिछड़े और दलित जाति के लोगों का है। वही इस काम में गांव स्तर पर काम करने वाला भी पिछड़ा और दलित वर्ग से ही आता है इस वजह से गांव आर्थिक व्यवस्था पूरी तौर पर बदल गया है।
डोर टू डोर शराब पहुंचाने वाले के घर कि स्थिति में बड़ा बदलाव आ रहा है इसको देखते हुए रोज नये नये लोग इस धंधे में शामिल हो रहे हैं। अब हालात यह है कि डोर टू डोर शराब पहुंचाने वालो की संख्या इतनी बढ़ गयी है कि शराब कारोबारी डोर टू डोर शराब पहुंचाने का काम देने से पहले 25 से 50 हजार रुपया लेता है उसके बाद उन्हें यह काम देता है और यह पैसा वापस नहीं मिलता है ।
एक तरह से डोर टू डोर शराब पहुंचाने का लाइसेंस निर्गत करता है जिसकी जानकारी गांव के चौकीदार से लेकर थानेदार तक को रहता है अब तो मुखिया भी इस खेल में हिस्सेदार बन गया है। इस तरह गांव स्तर पर शराबबंदी कानून पूरी तरह से फेल हो गया है । वही पुलिस को दिखाने के लिए जो कार्यवाही कर रही है उसके शिकार अधिकांश गरीब ,दलित और पिछड़ा हो रहा है इस वजह से एक नयी तरह की समस्या खड़ी होने लगी है जिसका राजनीतिक नुकसान कही ना कही नीतीश को हो रहा है और यही वजह है कि इन दिनों जदयू के नेता भी शराबबंदी कानून को लेकर बोलने लगे हैंं।
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पटना हाईकोर्ट ने चंपारण, बेतिया जिला स्थित सभी SC-ST आवासीय विद्यालयों के रखरखाव के लिए खरीद और आपूर्ति में कथित रूप से बड़े पैमाने पर बरती गई वित्तीय अनियमितता और गबन के मामले पर सुनवाई की
पटना, 11 नवम्बर 2022। पटना हाईकोर्ट ने ऑनलाइन सुनवाई करते हुए चंपारण, बेतिया जिला स्थित सभी एससी/ एसटी आवासीय विद्यालयों के रखरखाव के लिए खरीद और आपूर्ति में कथित रूप से बड़े पैमाने पर बरती गई वित्तीय अनियमितता और गबन के मामले पर सुनवाई की।
चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने पूनम देवी की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य के चीफ सेक्रेटरी से गठित की गई जांच कमेटी का रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।
कोर्ट ने इस मामलें पर सुनवाई करते हुए दो सप्ताह के भीतर इस मामले में की गई कार्रवाई का ब्यौरा देने का आदेश भी दिया है। याचिककर्ता के अधिवक्ता सुरेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि मामला वर्ष 2018 -2000 से जुड़ा हुआ है।
याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका के जरिये मामले की जांच के लिए हाई लेवल जांच कमेटी के गठन हेतु आदेश देने का भी अनुरोध किया है। इस मामले पर अगली सुनवाई चार सप्ताह की जाएगी।