हिलसा थाना क्षेत्र के अकबरपुर गांव में खेलने के दौरान पानी भरे गड्ढ़े में डूबकर 3 साल की बच्ची की मौत हो गई। मृतका गया जिला के वजीरगंज थाना क्षेत्र के कुर्कीहार गांव निवसी दीपक कुमार की पुत्री विशाखा कुमारी है। घटना सोमवार की शाम हुई। एक माह पहले बच्ची मां के साथ ननिहाल आई थी। जहां हादसा हुआ। थानाध्यक्ष देवानंद शर्मा ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार के हवाले कर दिया गया।
न्यूज नालंदा – मासूम समेत तीन की गई जान, जानें घटना…
वहीं, रहुई थाना क्षेत्र के इंदवास गांव के समीप सोमवार की शाम अज्ञात वाहन से कुचलकर महिला की मौत हो गई। मृतका गोखुलपुर ओपी क्षेत्र के तिसकुरवा गांव निवसी सत्येंद्र चौधरी की 45 वर्षीया पत्नी उषा देवी अपनी बहन के घर से लौट रही थी। उसी दौरान हादसा हुआ।
महिला की मौत इलाज के दौरान विम्स में हुई। थानाध्यक्ष नंदन कुमार सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार के हवाले कर दिया गया। अज्ञात वाहन पर केस दर्ज कर पुलिस कार्रवाई में जुट गई है।
जिले के अलग-अलग थाना इलाके में मंगलवार को कर्मा पूजा के लिए मिट्टी और झाड़ लाने के दौरान पानी भरे पईन में डूबकर सगी बहन समेत तीन की जान चली गई। नगरनौसा के मोनियमपुर गांव के पंचखुरवा खंधा में पईन में डूबकर सगी बहनों मौत हुई।मृतका रामसूचित यादव की 14 वर्षीया बेटी रानी कुमारी और 12 साल की लवली कुमारी है। पुलिस शवों को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल ले गई।
न्यूज नालंदा – कर्मा पूजा के लिए मिट्टी लाने में सगी बहन समेत तीन की गई जान ….
उधर, नूरसराय के पथरौरा गांव में पानी भरे पईन में डूबकर बच्चे की मौत हो गई। मृतक स्व. जागेश्वर जमादार का 10 वर्षीय पुत्र लोकनाथ कुमार है। पुलिस शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल ले गई। परिजन ने बताया कि बच्चा अपने दोस्तों के साथ कर्मा पूजा के लिए पईन किनारे मिट्टी लाने गया था। मिट्टी इकट्ठा कर बच्चा हाथ धोने पईन में गया। उसी दौरान पैर फिसलने से वह पईन में गिरकर डूब गया। जिससे उसकी मौत हो गई। मौत के बाद गांव में परिवार की चीत्कार गूंजने लगी। थानाध्यक्ष विरेंद्र चौधरी ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार के हवाले कर दिया गया।
पुलिस मुख्यालय के आदेश पर एसपी अशोक मिश्रा ने राजगीर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर दीपक कुमार और बिहार थाना के तत्कालीन थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर संतोष कुमार को सस्पेंड कर दिया। ईडब्लूजेसी नंबर 4448/2018 मो. जमाल अहमद बनाम बिहार सरकार के मामले में हाई कोर्ट के आदेश पर पदाधिकारियों पर गाज गिरी है।
बताया जा रहा है कि नगर थाना क्षेत्र के पतुआना के एक भूमि अतिक्रमण केस में कोर्ट ने कार्रवाई का आदेश दिया। दीपक कुमार नगर थाना के तत्कालीन थानाध्यक्ष थे।
बिहार थाना के दो तत्कालीन थानाध्यक्ष केशव कुमार मजूमदार और अशोक कुमार पर भी कार्रवाई की चर्चा है। हालांकि, दोनों पदाधिकारियों ने बताया कि इस संबंध में उनलोगों को कोई आदेश प्राप्त नहीं हुआ है।
न्यूज नालंदा – संतोष कुमार के बाद बिहार थाना के पूर्व पस्थापित तीन थानाध्यक्ष पर चला हाईकोर्ट डंडा …..
दीपनगर थाना पुलिस ने बीती रात अलग-अलग इलाके में छापेमारी हथियार संग फायरिंग के आरोपित समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। कोरई गांव से एक कट्टा व एक खाेखा के साथ देवानंद गोप के पुत्र राजू कुमार को पकड़ा गया। घर बंटवारा विवाद में बदमाश ने पिता पर फायरिंग किया था। घटना में बुजुर्ग बालबाल बचें। सूचना के बाद पुलिस कार्रवाई करते हुए बदमाश को गिरफ्तार कर ली। उधर, मघड़ा गांव से शराबी राम भाजू सिंह के पुत्र संजय सिंह को पकड़ा गई। वहीं जोरारपुर गांव से शराब धंधेबाज दयानंद पासवान के पुत्र मुन्ना पासवान और उसके भाई राजीव पासवान की गिरफ्तारी हुई। थानाध्यक्ष ने बताया कि सभी गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय के हवाले कर दिया गया।
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किशनगंज को कैराना बनाने की तैयारी है क्या? क्यों कि बिहार में सत्ता से जैसे ही बीजेपी बाहर हुई है अचानक उसका फोकस सीमांचल के जिलों में बढ़ गया है खुद अमित शाह इस अभियान की शुरुआत करने वाले हैं जेपी नड्डा भी आ रहे हैं और जो जानकारी मिल रही है इस माह के अंत में किशनगंज में बीजेपी नेताओं का बड़ा जमावड़ा लगने वाला है, तो फिर यह माना जाए कि किशनगंज के सहारे बीजेपी बिहार साधने की तैयारी शुरु कर रही है।
वैसे बात किशनगंज कि करे तो देश और दुनिया का यह पहला इलाका है जहां समतल भूमि पर हजारों एकड़ में चाय की खेती हो रही है वो भी बढ़िया क्वालिटी की ,इतना ही नहीं बड़े स्तर पर अनानास की खेती होती है कई किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती करके इन इलाकों में एक अलग तरह की अर्थतंत्र स्थापित किया है ।
इसी तरह हल्दी सहित कई मशाले और सब्जी की खेती बड़े स्तर हो रहा है जिसके पीछे मुस्लिम मजदूरों की बड़ी भूमिका है ।मेरा जो अनुभव रहा है बिहार में खेती की बात करे तो किशनगंज के टक्कर में बिहार का कोई जिला दूर दूर तक नहीं है नालंदा और समस्तीपुर सब्जी के मामले में बेहतर उत्पादक जिला जरुर है लेकिन इन दोनों जिला के पास बाजार नहीं है । लेकिन किशनगंज के साथ बड़ा लाभ यह है कि उसके खेत की सब्जी कोलकाता ,दार्जिलिंग और सिलीगुड़ी सुबह सुबह पहुंच जाता है ,और इस वजह से बढ़िया दाम भी मिल जाता है । इतना खुशहाल किसान बिहार के दूसरे जिले में नहीं है अनानास की खेती करने वाले किसानों का पैदावार खेत में ही लगा रहता है कि पंजाब के बड़े से बड़े कारोबारी पहले ही खरीद लेते हैं और यहां पहली बार मैंने देखा कि व्यापारी नहीं किसान अपने उपज का कीमत खुद तय करता है क्यों कि खरीददार की कोई कमी नहीं है इस वजह से दूर से भले ही हिन्दू मुसलमान और किशनगंज जिले के डेमोग्राफी बदलने की नैरेटिव बनाया जा रहा है लेकिन एक बड़ी सच्चाई यह भी है कि बांग्लादेशी मुसलमानों की वजह से इन इलाकों में हुनरमंद और शारीरिक रूप से मजबूत मजदूर की कोई कमी नहीं है।
बात लॉ इन ऑर्डर की करे तो उससे बुरी स्थिति सिवान और दूसरे मुस्लिम इलाके का है बॉर्डर होने के कारण काम का अवसर काफी ज्यादा है फिर यहां आपको अफगान,ईरान सहित कई मुस्लिम देश के लोग आपको मिल जायेंगे जो घोड़ा का कारोबार करने किशनगंज आता था। वही मुसलमान भी कई भागों में बंटा हुआ और वो भी बांग्लादेशी मुसलमानों से दूरी रखते हैं और कभी तनाव बढ़ता है तो बांग्लादेशी मुसलमानों के खिलाफ हिन्दू के साथ यहां के स्थायी मुसलमान भी खड़े हो जाते हैं यहां उस तरह की स्थिति नहीं है जैसा कटिहार के कुछ इलाको में है हालांकि संघ का इस इलाके में अच्छी पकड़ रही है और हिन्दू एकता को लेकर एक फोर्स जरुर तैयार कर दिया है लेकिन जब से तस्लीमुद्दीन के परिवार का वर्चस्व कमा है चीजे काफी बदल गयी है ।
वही पैसा हिन्दू के पास संपत्ति हिन्दू के पास है इसलिए इन इलाके हिन्दू उस तरह से अपने आपको असुरक्षित महसूस नहीं करते हैं पटना के बाद होटल इंडस्ट्रीज भी किशनगंज में काफी बड़ा है। इसलिए बीजेपी के लिए किशनगंज के सहारे हिन्दू मुस्लिम नैरेटिव को साधना बहुत बड़ा टास्क होगा क्यों कि संघ भी अब पहले जैसे मजबूत स्थिति में इन इलाकों में नहीं रहा व्यापार और वाणिज्य के फैलाव के कारण पहले से स्थिति काफी बदल गयी है और लॉ इन ऑर्डर की स्थिति भी पहले से काफी बेहतर है हां ये बात हो सकती है कि किशनगंज मॉडल के सहारे बिहार के अन्य जिलों में मुसलमानों के खिलाफ एक माहौल बनाया जा सकता देखिए आगे आगे होता है क्या यह बिहार है बहुत मुश्किल है इस तरह से सियासी दाव को साधना
चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने कुणाल कौशल की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए स्पष्ट किया कि अगर कालेज बीसीआई द्वारा निर्धारित मानकों को पूरा करता है, तभी छात्रों का एडमिशन होगा।
कोर्ट ने इन कालेजों को बीसीआई के समक्ष निरीक्षण हेतु आवेदन करने को कहा।यदि बीसीआई कालेजों की निर्धारित मानकों को पूरा करता है,तभी उसे कालेज चालू करने व छात्रों के एडमिशन की अनुमति प्रदान किया जाएगा।
पिछली सुनवाई में कोर्ट ने गया के अनुग्रह नारायण कालेज और बक्सर के जननायक कर्पूरी ठाकुर लॉ कॉलेज के सम्बन्ध में बार कॉउन्सिल ऑफ इंडिया से जवाब माँगा था।आज बीसीआई ने इस सम्बन्ध में कोर्ट में रिपोर्ट प्रस्तुत किया।
याचिकाकर्ता के अधिवक्ता दीनू कुमार ने कोर्ट को बताया कि राज्य के सरकारी और निजी लॉ कालेजों की स्थिति में बहुत सुधार नहीं हुआ है।बीसीआई के निरीक्षण के बाद भी बहुत सारे कालेज निर्धारित मानकों को नहीं पूरा कर रहे है ।
उन्होंने इन कालेजों की जांच स्वतन्त्र एजेंसी से कराने का कोर्ट से अनुरोध किया।कोर्ट ने कहा कि अगर निर्धारित अवधि में इन कालेजों की स्थिति में सुधार नही किया जाता, तो जांच कराई जा सकती हैं।
इससे पूर्व कोर्ट ने बीसीआई के अनुमति/ अनापत्ति प्रमाण 2021- 22 की सत्र के लिए राज्य के 17 लॉ कालेजों को दाखिले के लिए अनुमति दी थी।
#PatnaHighCourt
हाई कोर्ट ने पिछले 23 मार्च 2021 के उस आदेश , जिसके अंतर्गत बिहार के सभी 27 सरकारी व निजी लॉ कॉलेजों में नए दाखिले पर रोक लगा दी गयी थी। इस आदेश में आंशिक संशोधन किया गया। इसके तहत इन 17 कॉलेजों में सशर्त दाखिले की मंजूरी दे दी ।
हाई कोर्ट ने साफ किया कि नया दाखिला सिर्फ 2021-22 के लिए ही होगा। अगले साल के सत्र के लिए बार काउंसिल से फिर मंजूरी लेनी होगी । पिछली सुनवाइयों में कोर्ट ने इन कालेजों का निरीक्षण कर बार काउंसिल ऑफ इंडिया को तीन सप्ताह में रिपोर्ट देने का आदेश दिया था।कोर्ट ने यह भी निर्देश दिया था कि जिन लॉ कालेजों को पढ़ाई जारी करने की अनुमति दी गई थी, वहां की व्यवस्था और उपलब्ध सुविधाओं को भी देखा जाए।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे को लेकर पूर्वानुमान जारी करते हुए कहा है कि उत्तर पूर्वी उत्तर दक्षिण और पश्चिमी मध्य भाग में अगले 24 घंटों तक कई स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बरसात होगी।
छपरा में मसरख के देवरिया में सड़क हादसे का एक लाइव वीडियो सामने आया है। मशरक मलमलिया सिवान शीतलपुर एस एच 73 पर मशरक थाना क्षेत्र के देवरिया नहर पर दो बाइक की टक्कर में दो शख्स घायल हो गए।घायल दोनों हाजीपुर में स्वास्थय कर्मचारी के रूप में कार्यरत हैं वे हाजीपुर से बाइक पर सवार होकर गोपालगंज जिले के फुलवरिया अपने गांव जा रहें थें।
घायल दोनों को इलाज के लिए निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया जहां उसकी पहचान गोपालगंज जिले के फुलवरिया गांव निवासी अविनाश कुमार पिता ललन साह और गुड्डू कुमार पिता रामाकांत गुप्ता के रूप में हुई। बाइक दुर्घटना की घटना बगल के निजी नर्सिंग होम में लगें सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।
घटना में दिख रहा है कि दोनों घायल बाइक पर सवार होकर गोपालगंज की तरफ जा रहें हैं उसी वक्त आगे जा रहा बाइक सवार एकाएक बहरौली गांव में जाने के लिए बाइक मोड़ दिया जिससे दोनों की टक्कर हो गई जिसमें दोनों घायल हो गए वही सड़क किनारे खड़ा वृद्ध भी गिर पड़ा।घायल को इलाज के लिए निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया।
मनेर के शेरपुर में हुए नाव हादसे के शिकार लोगों के दर्द कम होने का नाम नहीं ले रहा है किसी ने अपना बेटा खोया तो किसी ने अपनी पत्नी और किसी ने अपनी बेटी।
नाव हादसे में लगभग 10 लोग गायब हुए थे जिसमें से 2 लोगों का शव एनडीआरएफ की टीम ने बरामद किया लेकिन अभी भी 8 लोगों की तलाश जारी है। नाव हादसे में 10 लोग लापता हुए थे, 10 लोगों के नाम भी प्रशासन ने जारी किए थे। जिसमें से 2 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं विनोद राय और कंपन देवी के शव बरामद किए गए हैं नाव हादसे वाले दिन काफी भयावह स्थिति थी हादसे के शिकार कंपन देवी के पति भोला प्रसाद भी सवार थे।
उनके अनुसार सारे लोग डूब रहे थे कोई घास तो कोई तैर कर पार होने की कोशिश कर रहा था वह भी पार कर रहे थे और तीन बार डूबे और फिर उभरे और जब उन्हें बांस का सहारा मिला तो बाहर निकल गए लेकिन उनकी पत्नी नदी में बहती हुई कहां चली गई उनको पता नहीं चला।
2 दिन के बाद शव बरामद किया गया और उन्हें सौंपा गया उनका दर्द आज भी झलक रहा है मौत के मुंह से निकले मृतक कंपन देवी के पति भोला प्रसाद का कहना है कि काफी मुश्किल भरा समय था । हम लोग रोज नाव से उस पार अपने मवेशियों का चारा लाने के लिए जाते थे और उस दिन भी गए थे और लौटते वक्त बीच धारा में उल्टा पड़ने की वजह से नाव पलट गई ।
और सभी नाव पर सवार 55 लोगों गंगा में डूब गए लेकिन किसी को नाव पर रखे घास का सहारा मिला तो किसी का उधर से नाव जा रही उसके बांस का, लोगों की जानें बची लेकिन अभी 10 में से 8 लोग के शव की बरामद नहीं किया गया उनकी तलाश एनडीआरएफ कर रही है प्रशासन भी लगी हुई है।
बक्सर की सड़क पर स्वास्थ्य विभाग की लचार व्यवस्था देखने को सामने आ रही है कि किस तरह से एक मरीज के परिजन अपने मरीज को टैंपू पर खटिया लगा करके उस पर लाद कर के तकरीबन 40 से 50 किलोमीटर की दूरी तय कर रहे हैं। वह भी जब की मरीज के जांघ के कूल्हे की हड्डी टूटी हुई है ।
परिजन ने बताया कि वे लोग बक्सर जिले के ईटहरी थाना के हकीमपुर गांव के रहने वाले हैं और इन इनके पिता जयराम की जाँघ की हड्डी टूट गई है जिसके बाद यह लोग सरकारी अस्पताल की लचर व्यवस्था को देखते हुए वहां ना जाकर निजी अस्पताल ले जा रहे थे।