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  • बिहार के मुजफ्फरपुर में शराब के नशे में पकड़े गए मुखिया जी, पुलिस ने भेजा जेल

    मुजफ्फरपुर। शराबबंदी वाले बिहार में मुखिया जी शराब के नशे में गिरफ्तार हुए हैं । पुलिस ने उन्हें शराब के नशे में गिरफ्तार किया गया है। इसकी पुष्टि डीएसपी पश्चिमी अभिषेक आनंद ने की है।

    दरअसल शाहपुर मरीचा के मुखिया अमरजीत पासवान को नशे की हालत में उनके घर से धर दबोचा गया है। हालांकि इस दौरान जब पुलिस गिरफ्तार करने पहुंची तो विरोध का सामना भी करना पड़ा लेकिन भारी सुरक्षा बलों के साथ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद जांच में शराब पीने की पुष्टि हुई है। वहीं जब उन्हें कोर्ट में लाया गया था तो कोर्ट में मुखिया के समर्थकों की भीड़ जमी थी।



    हालांकि पूरे मामले को लेकर डीएसपी पश्चिमी अभिषेक आनंद ने बताया कि सूचना मिली थी इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की और वहां के मुखिया को गिरफ्तार किया गया जांच में शराब पीने की पुष्टि हुई है।

  • जहानाबाद में रहकर ही दो छात्रों ने क्रैक की आईआईटी-जेईई 2022 की परीक्षा

    जहानाबाद । गुदड़ी के लाल तो आपने कहानियों में सुना होगा लेकिन आईआईटी-जेईई के रिजल्ट में यह पता चला है कि जहानाबाद में भी गुदड़ी के लाल हैं। जिन्होंने पहले ही प्रयास में जेईई की परीक्षा पास कर ली है। जहानाबाद में रहकर ही दो छात्रों ने क्रैक की आईआईटी-जेईई की परीक्षा, शिक्षालय में माता पिता के साथ दोनों छात्रों को किया गया सम्मानित ।

    जहानाबाद एनएच 83 शिव शंकर सिनेमा हॉल के पास स्थित शिक्षालय कोचिंग के ये दोनों छात्र रवि राज और उज्जवल राज बेहद साधारण परिवार से हैं । दोनों ही छात्र जहानाबाद जिले के रहने वाले हैं और यहीं रहकर तैयारी करते थे। बता दें कि कम संसाधनों के बीच इन छात्रों ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से जेईई जैसे एक्जाम में सफलता हासिल की है।

    छात्रों की इस उपलब्धि से शिक्षालय कोचिंग के शिक्षक भी खासे उत्साहित हैं। वहीं छात्रों ने भी अपनी सफलता का श्रेय स्कूल के शिक्षकों और अपने माता-पिता को दिया है। शिक्षालय के डायरेक्टर और शिक्षक ने भी छात्रों की इस कामयाबी पर बधाई दी है और उन्होंने बच्चों को उज्जल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए छात्रों की जमकर तारीफ की है।



    छोटे शहर में रहकर और अभावों से लड़कर रवि और अभिनव ने जो सफलता हासिल की है वो गौरान्वित करने वाली है।

  • होमियोपैथी क्लिनिक में चल रहा एलोपैथ इलाज, फर्जी तरीके से होता था ऑपरेशन, झोलाछाप डॉक्टर महिला की मौत के बाद फरार

    मुजफ्फरपुर । मुजफ्फरपुर में इनदिनों फर्जी निजी क्लिनिकों में गलत तरीके से इलाज को लेकर कई खबरें सामने आ रही है, जिसमें ताज़ा मामला मुजफ्फरपुर के सकरा थाना क्षेत्र के परशुराम पचदही का है।

    जहाँ पिछले दिनों एक निजी क्लिनिक में महिला का इलाज गलत तरीके से किया गया, जिससे महिला की मौत हो गई । क्लिनिक में जाकर जब पड़ताल की गई तो जानकारी मिली कि वो क्लिनिक एक होमियोपैथ क्लिनिक के रूप में चलता है।



    जहाँ गुड्डू नामक व्यक्ति क्वेक के रूप में अवैध तरीके से एलोपैथ का इलाज करता था और फर्जी तरीके से ऑपरेशन भी करता था।

  • जहानाबाद शहर में बड़े सेक्स रैकेट का हुआ खुलासा कई युवक एवं युवतियों आपत्तिजनक हालत में पुलिस ने पकड़ा

    जहानाबाद शहर के कोर्ट होल्ट के समीप सत्यम शिवम रेस्ट हाउस में बड़ा सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस को गुप्त सूचना मिली की इस रेस्ट हाउस में गलत तरीके से कागजात लेकर सेक्स रैकेट चलाया जा रहा है।

    इसी सूचना के आधार पर सोमवार को अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में इस रेस्ट हाउस में छापामारी किया गया । जहां से 12 लड़कियां 11 लड़के को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा गया इस बाबत पूछे जाने पर कुछ युवक ने बताया कि एक व्यक्ति से 1000 रुपया होटल संचालक द्वारा लिया जाता था।

    लोग इस होटल में अपने हवस को मिटाने के लिए पहुंचे थे पुलिस को सूचना मिली थी कि इस होटल में बहुत बड़ा सेक्स रैकेट चल रहा है। इसी के आधार पर पुलिस द्वारा छापामारी किया गया है जैसे ही बड़ी संख्या में युवक युवतियों एक रेस्ट हाउस से गिरफ्तार हुए सभी लोग देखकर अचंभित हो गए बड़ी संख्या में आसपास के लोग इकट्ठे हो गए पूरे शहर में इस घटना से सनसनी फैल गई।

    पुलिस को भी इतने बड़े पैमाने पर सेक्स रैकेट चलने की अनुमान नही था कुछ लोगों का कहना है कि बहुत दिनों से इस होटल में धंधा चल रहा था। पुलिस अपने स्तर से मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस पता लगा रही है धंधे में तय कौन-कौन लोग शामिल हैं अगर सही ढंग से इसकी जांच की गई तो बड़े पर्दाफाश हो सकता हैं।

    sex racket

    पुलिस द्वारा रेस्ट हाउस से 12 लड़कियां 11 लड़कों को पकड़ कर आगे की कार्रवाई करने में जुट गई है पकड़े गए सभी लोगों को पता लगाया जा रहा है की लड़का लड़कियां कहां के रहने वाली है पुलिस द्वारा कई बिंदुओं पर जांच प्रारंभ कर दिए हैं वह इस पूरे मामले पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अशोक कुमार पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि काफी दिनों से पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी किस होटल में गलत और अनैतिक कार्य चल रहा है जिसके उपरांत छापेमारी करते हुए संदिग्ध अवस्था में युवक युवतियों के साथ आपत्तिजनक सामान भी बरामद किए गए हैं।

  • पटना हाईकोर्ट में पटना के जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा समेत राज्य के अन्य हवाईअड्डों के विस्तार और विकास के मामले पर सुनवाई की

    चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने केंद्र और राज्य के सभी हवाईअड्डों की समस्यायों,विकास और विस्तार के मामलें पर अगली सुनवाई में जवाब देने का निर्देश दिया है।

    पिछली सुनवाई में राज्य सरकार की ओर से कोर्ट को बिहार के विभिन्न हवाईअड्डों के विकास और विस्तार से जुड़ी समस्यायों को कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया गया था।इनमेंं भूमि से सम्बंधित काफी मामलें थे।

    पिछली सुनवाई में कोर्ट ने राज्य सरकार को राज्य में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट बनाए जाने के मामलें में स्थिति स्पष्ट करते हुए जवाब देने का निर्देश दिया था।ये जनहित याचिकाएं गौरव सिंह व अन्य द्वारा की गई है।

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    पूर्व की सुनवाई में पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने कोर्ट को जानकारी देते हुए कहा था कि कई राज्यों में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाए जा रहे हैं।उन्होंने कहा कि बिहार में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाए जाने की आवश्यकता है।

    याचिकाकर्ता की अधिवक्ता अर्चना शाही ने बताया था कि गया एयरपोर्ट के विकास के लिए एक बड़ी धनराशि आवंटित की गई है।लेकिन अभी तक गया एयरपोर्ट का विकास कार्य प्रारम्भ नहीं हुआ है।

    कोर्ट को बताया गया था कि राज्य में पटना के जयप्रकाश नारायण अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के अलावा गया, मुजफ्फरपुर,दरभंगा,भागलपुर व अन्य हवाईअड्डे हैं।लेकिन इन एयरपोर्ट पर बहुत सारी आधुनिक सुविधाओं के अभाव एवं सुरक्षा की समस्याएं भी हैं।

    इस मामलें पर अगली सुनवाई 26 सितम्बर,2022, को होगी।

  • बिहार राज्य में मानसिक स्वास्थ्य और चिकित्सा सुविधाओं से सम्बंधित मामलें पर पटना हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए राज्य सरकार को की गई कार्रवाई का ब्यौरा देने के लिए दो सप्ताह का मोहलत दिया

    पटना, 12 सितंबर 2022। पटना हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने आकांक्षा मालवीय की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए बिहार राज्य में मानसिक स्वास्थ्य और चिकित्सा सुविधाओं से सम्बंधित मामलें पर राज्य सरकार को की गई कार्रवाई का ब्यौरा देने के लिए दो सप्ताह का मोहलत दिया है।

    कोर्ट ने पिछली सुनवाई में इस जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए याचिकाकर्ता को पूरी जानकारी देने को कहा था। कोर्ट ने याचिकाकर्ता को राज्य में मानसिक स्वास्थ्य सेवा में क्या क्या कमियों के सम्बन्ध में ब्यौरा देने को कहा था। साथ ही इसमें सुधारने के उपाय पर सलाह देने को कहा।

    याचिकाकर्ता की अधिवक्ता आकांक्षा मालवीय ने बताया कि नेशनल मेन्टल हेल्थ प्रोग्राम ही के अंतर्गत राज्य के 38 जिलों में डिस्ट्रिक्ट मेन्टल हेल्थ प्रोग्राम चल रहा हैं। लेकिन इसमें स्टाफ की संख्या नाकाफी ही है। हर जिले में सात सात स्टाफ होने चाहिए।

    उन्होंने बताया कि राज्य सरकार का दायित्व है कि वह मेन्टल हेल्थ केयर एक्ट के तहत कानून बनाए।साथ ही इसके लिए मूलभूत सुविधाएं और फंड उपलब्ध कराए।लेकिन अबतक कोई ठोस और प्रभावी कदम नहीं उठाया गया है।

    कोर्ट को ये भी बताया गया था कि सेन्टर ऑफ एक्सलेंस के तहत हर राज्य में मानसिक रोग के अध्ययन और ईलाज के लिए कॉलेज है।लेकिन बिहार ही एक ऐसा राज्य हैं,जहां मानसिक रोग के अध्ययन और ईलाज के लिए कोई कालेज नहीं है।जबकि प्रावधानों के तहत राज्य सरकार का ये दायित्व हैं।

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    पिछली सुनवाई में कोर्ट को बताया गया था कि केंद्र सरकार की ओर से दिए जाने वाले फंड में कमी आयी है,क्योंकि फंड का राज्य द्वारा पूरा उपयोग नहीं हो रहा था।

    पहले की सुनवाई में याचिकाकर्ता की अधिवक्ता आकांक्षा मालवीय ने कोर्ट को बताया कि बिहार की आबादी लगभग बारह करोड़ हैं।उसकी तुलना में राज्य में मानसिक स्वास्थ्य के लिए बुनियादी सुविधाएँ नहीं के बराबर है।

    इस मामलें पर अगली सुनवाई 27 सितम्बर,2022 को होगी।

  • मुजफ्फरपुर में भीषण सड़क हादसा, एक की मौत, मुआवजे के लिए गुस्साई भीड़ ने किया हंगामा

    मुजफ्फरपुर के सकरा थाना क्षेत्र के मुरौल में दो ट्रकों में भिड़ंत हो गई, जिसमें एक व्यक्ति की मौके पर मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया।

    घटना के बाद स्थानीय लोगो ने रोड को जाम कर दिया, और जमकर बवाल काटा.इस दौरान पुलिस के लेट से पहुंचने का आरोप लगाते हुए लोगों पुलिस को खदेड दिया। लोग का गुस्सा देख पुलिस अपनी गाड़ी लेकर भाग गई। हालांकि मौके पर पहुंचे प्रशिक्षु डीएसपी अबू सैफी मूर्तजा ने उग्र भीड़ को समझा बुझाकार शांत कराया।

    आपको बता दें कि मुजफ्फरपुर के सकरा थाना क्षेत्र के मुरौल स्वास्थ्य केंद्र के निकट दो ट्रकों में भिड़ंत हो गई। इस घटना में उदय राय की मौत हो गई, जबकि एक अन्य घायल है। इस घटना से गुस्साए स्थानीय लोगों ने घटना को लेकर रोड जाम कर दिया।

    Muzaffarpur accident

  • पुलिस से भाग रहे शराब माफिया की गाड़ी ने दो को कुचला

    वैशाली । पुलिस से भाग रहे शराब माफिया की गाड़ी ने दो लोगो को कुचला । ईलाज के दौरान एक कि मौत,दूसरे की हालत गंभीर।

    कार सहित एक कारोबारी धराया, कार पर सवार अन्य लोग हुए फरार । कार से 240 बोतल शराब बरामद, लालगंज के लखन सराय में कार ने मारी टक्कर।



    बेलसर के जारंग में धराया कार, एन्टी लिकर टास्क फोर्स की टीम कर रही थी पीछा।

  • आस्था की आड़ में जारी है अश्लीलता, छपरा में फिर लगे महावीरी अखाड़े में बार बाला के ठुमके

    छपरा में नगरा बाजार में आज महावीरी अखाड़ा जुलूस निकाला गया जिसमें बार बालाओं ने जमकर ठुमके लगाए। बजरंगबली के झंडे के साथ निकले जुलूस में जमकर अश्लीलता परोसी गई।

    यह जुलूस नगरा प्रखंड के नगरा बाजार से निकलकर कई इलाकों में नचनिया के नाच के साथ घूमता रहा। हद तो तब हो गई जब जय श्री राम के नारों पर भी अश्लील ठुमके लगते रहे और लोग नचनिया के पीछे नाचते रहे।

    यह जुलूस आज देर रात तक चलेगा जिसमें बड़ी संख्या में लोग सड़क पर उतर पड़े हैं प्रशासनिक सुरक्षा भी है लेकिन इस सुरक्षा के बीच अश्लील नृत्य और डीजे के धुन के बीच भक्ति का वातावरण कहीं खो गया है।

  • सफेद हीरे की लूट की काली कहानी

    चलिए आज हम आपको बताते है सफेद हीरे की लूट की कहानी।
    चौकिए मत बिहार में झारखंड के अलग होने के बाद भले ही काले हीरे की लूट बंद हो गयी लेकिन सफेद हीरे की लूट बदस्तूर जारी है ।
    क्या है सफेद हीरे की लूट की कहानी देखिए हमारी खास रिपोर्ट :-

    कब तक हम लोग बुनियादी सवालों से मुख मोड़ते रहेंगे पिछले कई दिनों से यूरिया खाद को लेकर बिहार के किसान परेशान है सुबह तीन बजे लाइन में खड़े हो जाते हैं इस उम्मीद से कि एक बोरा भी यूरिया मिल जाये यह कहानी किसी एक जिले का नहीं है यह पूरे बिहार का मसला है और यह कोई इसी वर्ष का मसला नहीं है हर वर्ष जब किसान को धान और गेहूं के लिए यूरिया की जरूरत महसूस होती है तो कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिलता है ।

    हम मीडिया वाले भी इस खबर को बस रूटीन खबर मानते हुए जब तक हंगामा चलता रहता है खबर किसी बुलेटिन में चला कर अपनी जिम्मेवारी से मुक्त हो जाते हैं। ऐसा ही कुछ अखबार वाले भी करते हैं और कही किसी पेज पर छोटी सी तस्वीर के साथ खबर लगाकर गंगा स्नान कर लेते हैं।



    लेकिन यह समस्या क्यों है इस पर कभी उस तरीके से ध्यान नहीं दिये संयोग से खाद को लेकर बिहार के अलग अलग हिस्सों में हो रहे हंगामे की खबर पर बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल का एक बयान आया कि सरकार फेल है दुकानदार किसान को एक बोरा खाद लेने के लिए छाता और मछरदानी खरीदने का शर्त लगा रहा है केन्द्र सरकार की और से बिहार को प्रयाप्त खाद दी गयी है फिर भी खाद के लिए किसान परेशान है कालाबाजारी हो रहा है और हजार रुपया में एक बोरा खाद लेने को मजबूर है किसान।

    बीजेपी नीतीश कुमार के साथ 2005 से लेकर 2022 (चार वर्ष छोड़कर)तक सरकार में साथ रही है सुशील मोदी से लेकर बीजेपी के तमाम बड़े नेता नैनो यूरिया लाने को बड़ी उपलब्धि मानते हुए बड़ी बड़ी बातें करते रहे हैं बरौनी में खाद कारखाना खोलने का श्रेय बीजेपी ले ही रही है तो फिर खाद किसानों को मिल क्यों नहीं रहा है ।

    मेरे लिए ये बड़ा सवाल था क्यों कि मेरे गांव के जो छोटे छोटे किसान हैं वो कल भी यूरिया के लिए मुझे फोन कर रहे थे हालांकि इस तरह का फोन गेहूं और धान के हर सीजन में आता है और ये कोई पहली बार नहीं आया था ।

    #स्वराज पर मैंने ये पूरी खबर पोस्ट करते हुए बीजेपी से भी सवाल किया कि सरकार से निकले जुम्मे जुम्मे एक माह भी नहीं हुआ है और आप सरकार से सवाल कर रहे हैं ये कोई इस बार की तो समस्या तो है नहीं । पता नहीं कैसे #स्वराज के इस खबर पर कृषि मंत्री सुधाकर सिंह की नजर पड़ गयी और उन्होंने मिलने की इच्छा व्यक्त की निर्धारित समय पर मैं पहुंच गया लेकिन मंत्री जी को आने में थोड़ा वक्त लगा, लेकिन आने के साथ ही करीब चार घंटे का समय उन्होंने मुझे दिया और इस दौरान बिहार में खाद के नाम पर हो रहे खेल को समझने का मौका मिला जहां कहीं भी लगता था ये क्या है और सवाल करते तो मंत्री जी मुझसे आग्रह करते थे कि यह सच जनता के सामने आना चाहिए।



    अब जरा सफेद सोना के इस लूट को आप भी समझिए यूरिया के उठाव और वितरण की पूरी प्रक्रिया क्या है पहले ये समझिए। बिहार में धान का कटोरा रोहतास से आरा तक माना जाता है जहां सोन नहर के कारण धान की जबरदस्त खेती होती है और बात उत्तर बिहार की करे तो बड़े स्तर पूर्वी और पश्चिमी चंपारण के साथ साथ दरभंगा और मधुबनी है जहां धान मुख्य फसल है।

    लेकिन यूरिया की आपूर्ति मांग के अनुरूप 90 प्रतिशत से अधिक कटिहार ,जमुई ,किशनगंज, सहरसा ,सुपौल,मधेपुरा और पूर्णिया जिले को अभी तक मिल चुका है इतना ही नहीं जिन जिलों में मौसम विभाग का डाटा है कि बरसात सबसे कब हुई है और पूरे जिले में सुखाड़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है और कृषि विभाग मान रही है कि यहां 10 से 15 प्रतिशत ही धान की खेती हुई है उन जिलों में भी मांग के अनुसार 60 से 70 प्रतिशत यूरिया किसानों के बीच वितरण चुका है वहीं भोजपुर,बक्सर ,रोहतास और कैमूर को मांग के अनुरूप मात्र 50 प्रतिशत यूरिया ही मुहैया कराया गया है ।

    यही स्थिति उत्तर बिहार के धान वाले इलाके की है दरभंगा और मधुबनी को भी मांग के अनुरूप 54 से 56 प्रतिशत ही यूरिया मुहैया कराया गया है। डाटा देख कर मैं हैरान रह और मंत्री जी से मैंने सवाल किया ये क्या खेल है नेपाल और बांग्लादेश से सटे बॉर्डर वाले जिलों में सबसे ज्यादा खाद की आपूर्ति हो रही है जबकि यहां उस तरह के खेती का इलाका भी नहीं है ।संतोष जी ये डाटा मेरा नहीं है पूर्व मंत्री जी के कार्यकाल का है बस इस डाटा के सहारे आप खेल को समझ सकते हैं ।

    मतलब इस सफेद सोना के खेल में ऊपर से नीचे तक सबके सब शामिल है नेपाल और बांग्लादेश में यूरिया की कीमत 1200 से 1500 सौ रुपया प्रति बोरा है और अपने यहां 250 से 300 रुपया के बीच है ,अब आप समझ सकते हैं कि बिहार की यूरिया से कहां का धान और गेहूं लहलहा रहा है।

    बात यहीं खत्म नहीं होती है बिहार में यूरिया जो भारत सरकार के कारखाने से चलती है उसके रैक प्वाइंट की सूची जहां खाद रखा जाता है इस सूची को देखकर आप हैरान रह जायेंगे।



    खाद कंपनी धान वाले इलाकों में स्थित रैक प्वाइंट पर रैक कम भेज रहा है और उन इलाकों में ज्यादा भेज रहा है जहां धान की खेती कम होती लेकिन वो नेपाल और बांग्लादेश के बॉर्डर के करीब है। जैसे जैसे मैं इस खबर पर बढ़ रहा था तो मुझे लगा कहां हम लोग एक मरे दो घायल और पांच करोड़ कैश के साथ इंनजियर पकड़े जाने वाली खबर के चक्कर में पड़े रहते हैं यहां तो एक सीजन में बैठे बिठाए 10 हजार करोड़ का खेल एक माह में हो जा रहा है ।

    ये है भ्रष्टाचार का संस्थागत खेल जहां बस यू ही चलता रहता है किसान और गरीबी मिटाने के नाम पर और हम लोग बात करते रहते हैं थाना वाला चोर है,सीओ चोर है, ब्लांक और थाने में भ्रष्टाचार चरम पर है ।