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  • पटना नगर निगम के कर्मचारी संघो की कई दिनों से चल रहे हड़ताल मामलें पर सुनवाई पटना हाईकोर्ट में हुई

    पटना हाईकोर्ट में पटना नगर निगम के कर्मचारी संघो ने कई दिनों से चल रहे हड़ताल के मामलें पर सुनवाई की गई।चीफ जस्टिस संजय क़रोल की खंडपीठ ने इस मामलें की सुनवाई की।

    निगमकर्मी कर्मचारी संघों की ओर से वरीय अधिवक्ता योगेश चन्द्र वर्मा ने कोर्ट को जानकारी दी कि कल ही संघ के पदाधिकारियों ने कोर्ट के निर्देश के आलोक में हड़ताल समाप्त करने का निर्णय लिया।

    सीनियर एडवोकेट विध्यांचल सिंह ने एक याचिका हाईकोर्ट में दायर कर निगमकर्मियों के हड़ताल से उत्पन्न स्थिति की ओर ध्यान आकर्षित किया।उन्होंने कोर्ट को बताया कि इस हड़ताल के कारण न सिर्फ पूरे शहर में गन्दगी का अम्बार लगा है, बल्कि आम आदमी के स्वास्थ्य भी खतरे में हैं।

    पिछली सुनवाई मे कोर्ट ने निगमकर्मियों को तत्काल हड़ताल समाप्त करने का निर्देश दिया था।साथ ही सम्बंधित अधिकारियों को उनके साथ बैठक कर उनके न्यायसंगत मांगों पर विचार विमर्श करने को कहा।

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    संघो के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि उनके मांगों पर कोई विचार विमर्श नहीं किया गया।कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए गए।आज कोर्ट में एडवोकेट जनरल ने कहा कि वे कर्मचारियों और सरकार के बीच सकारात्मक और प्रभावी वार्ता कराने में सहयोग करेंगे।

    इस मामलें की सुनवाई अगले माह की जाएगी।

  • पटना नगर निगम के कर्मचारी संघो ने कई दिनों से चल रहे हड़ताल को समाप्त करने का निर्णय लिया

    एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में पटना नगर निगम के कर्मचारी संघो ने कई दिनों से चल रहे हड़ताल को समाप्त करने का निर्णय लिया है।

    नगर निगमकर्मियों की ओर से वरीय अधिवक्ता योगेश चंद्र वर्मा ने ये जानकारी दी। उन्होंने बताया कि निगमकर्मियों के संघो ने विचार विमर्श कर हड़ताल समाप्त करने का निर्णय लिया हैं।

    आज पटना हाईकोर्ट में इस मामलें पर सुनवाई होनी थी, लेकिन वरीय अधिवक्ता योगेश चंद्र वर्मा ने कोर्ट से अनुरोध किया कि चूंकि हड़ताल कर कर्मचारियों के विभिन्न संघ हड़ताल समाप्त करने के मुद्दे पर विचार विमर्श कर रहे है, इसलिए आजतक की मोहलत दी जाए।

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    कोर्ट ने उनके अनुरोध कोव् स्वीकार करते हुए सुनवाई के लिए कल की तिथि निर्धारित की। अधिवक्ता योगेश चंद्र वर्मा ने बताया कि कल वे कर्माचारी संघ के हड़ताल समाप्त करने के निर्णय के सम्बन्ध में कोर्ट को जानकारी देंगे।

    उन्होंने बताया कि पिछली सुनवाई में कोर्ट ने हड़ताल समाप्त करने के निर्देश के साथ ही कोर्ट ने राज्य सरकार को कर्मचारियों के न्यायसंगत मांगों पर विचार करने हेतु बैठक करने को कहा था।

    इस मामलें पर कल सुनवाई की जाएगी।

  • बीजेपी का बिहार मिशन कैराना बनाने में जुटा

    किशनगंज को कैराना बनाने की तैयारी है क्या? क्यों कि बिहार में सत्ता से जैसे ही बीजेपी बाहर हुई है अचानक उसका फोकस सीमांचल के जिलों में बढ़ गया है खुद अमित शाह इस अभियान की शुरुआत करने वाले हैं जेपी नड्डा भी आ रहे हैं और जो जानकारी मिल रही है इस माह के अंत में किशनगंज में बीजेपी नेताओं का बड़ा जमावड़ा लगने वाला है, तो फिर यह माना जाए कि किशनगंज के सहारे बीजेपी बिहार साधने की तैयारी शुरु कर रही है।

    वैसे बात किशनगंज कि करे तो देश और दुनिया का यह पहला इलाका है जहां समतल भूमि पर हजारों एकड़ में चाय की खेती हो रही है वो भी बढ़िया क्वालिटी की ,इतना ही नहीं बड़े स्तर पर अनानास की खेती होती है कई किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती करके इन इलाकों में एक अलग तरह की अर्थतंत्र स्थापित किया है ।

    इसी तरह हल्दी सहित कई मशाले और सब्जी की खेती बड़े स्तर हो रहा है जिसके पीछे मुस्लिम मजदूरों की बड़ी भूमिका है ।मेरा जो अनुभव रहा है बिहार में खेती की बात करे तो किशनगंज के टक्कर में बिहार का कोई जिला दूर दूर तक नहीं है नालंदा और समस्तीपुर सब्जी के मामले में बेहतर उत्पादक जिला जरुर है लेकिन इन दोनों जिला के पास बाजार नहीं है । लेकिन किशनगंज के साथ बड़ा लाभ यह है कि उसके खेत की सब्जी कोलकाता ,दार्जिलिंग और सिलीगुड़ी सुबह सुबह पहुंच जाता है ,और इस वजह से बढ़िया दाम भी मिल जाता है । इतना खुशहाल किसान बिहार के दूसरे जिले में नहीं है अनानास की खेती करने वाले किसानों का पैदावार खेत में ही लगा रहता है कि पंजाब के बड़े से बड़े कारोबारी पहले ही खरीद लेते हैं और यहां पहली बार मैंने देखा कि व्यापारी नहीं किसान अपने उपज का कीमत खुद तय करता है क्यों कि खरीददार की कोई कमी नहीं है इस वजह से दूर से भले ही हिन्दू मुसलमान और किशनगंज जिले के डेमोग्राफी बदलने की नैरेटिव बनाया जा रहा है लेकिन एक बड़ी सच्चाई यह भी है कि बांग्लादेशी मुसलमानों की वजह से इन इलाकों में हुनरमंद और शारीरिक रूप से मजबूत मजदूर की कोई कमी नहीं है।



    बात लॉ इन ऑर्डर की करे तो उससे बुरी स्थिति सिवान और दूसरे मुस्लिम इलाके का है बॉर्डर होने के कारण काम का अवसर काफी ज्यादा है फिर यहां आपको अफगान,ईरान सहित कई मुस्लिम देश के लोग आपको मिल जायेंगे जो घोड़ा का कारोबार करने किशनगंज आता था। वही मुसलमान भी कई भागों में बंटा हुआ और वो भी बांग्लादेशी मुसलमानों से दूरी रखते हैं और कभी तनाव बढ़ता है तो बांग्लादेशी मुसलमानों के खिलाफ हिन्दू के साथ यहां के स्थायी मुसलमान भी खड़े हो जाते हैं यहां उस तरह की स्थिति नहीं है जैसा कटिहार के कुछ इलाको में है हालांकि संघ का इस इलाके में अच्छी पकड़ रही है और हिन्दू एकता को लेकर एक फोर्स जरुर तैयार कर दिया है लेकिन जब से तस्लीमुद्दीन के परिवार का वर्चस्व कमा है चीजे काफी बदल गयी है ।

    वही पैसा हिन्दू के पास संपत्ति हिन्दू के पास है इसलिए इन इलाके हिन्दू उस तरह से अपने आपको असुरक्षित महसूस नहीं करते हैं पटना के बाद होटल इंडस्ट्रीज भी किशनगंज में काफी बड़ा है। इसलिए बीजेपी के लिए किशनगंज के सहारे हिन्दू मुस्लिम नैरेटिव को साधना बहुत बड़ा टास्क होगा क्यों कि संघ भी अब पहले जैसे मजबूत स्थिति में इन इलाकों में नहीं रहा व्यापार और वाणिज्य के फैलाव के कारण पहले से स्थिति काफी बदल गयी है और लॉ इन ऑर्डर की स्थिति भी पहले से काफी बेहतर है हां ये बात हो सकती है कि किशनगंज मॉडल के सहारे बिहार के अन्य जिलों में मुसलमानों के खिलाफ एक माहौल बनाया जा सकता देखिए आगे आगे होता है क्या यह बिहार है बहुत मुश्किल है इस तरह से सियासी दाव को साधना

  • पटना हाईकोर्ट ने गया के अनुग्रह नारायण लॉ कॉलेज और बक्सर के जननायक कर्पूरी ठाकुर लॉ कॉलेज को सत्र 2023-24 में छात्रों का एडमिशन लेने की अनुमति दे दी

    चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने कुणाल कौशल की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए स्पष्ट किया कि अगर कालेज बीसीआई द्वारा निर्धारित मानकों को पूरा करता है, तभी छात्रों का एडमिशन होगा।

    कोर्ट ने इन कालेजों को बीसीआई के समक्ष निरीक्षण हेतु आवेदन करने को कहा।यदि बीसीआई कालेजों की निर्धारित मानकों को पूरा करता है,तभी उसे कालेज चालू करने व छात्रों के एडमिशन की अनुमति प्रदान किया जाएगा।

    पिछली सुनवाई में कोर्ट ने गया के अनुग्रह नारायण कालेज और बक्सर के जननायक कर्पूरी ठाकुर लॉ कॉलेज के सम्बन्ध में बार कॉउन्सिल ऑफ इंडिया से जवाब माँगा था।आज बीसीआई ने इस सम्बन्ध में कोर्ट में रिपोर्ट प्रस्तुत किया।

    याचिकाकर्ता के अधिवक्ता दीनू कुमार ने कोर्ट को बताया कि राज्य के सरकारी और निजी लॉ कालेजों की स्थिति में बहुत सुधार नहीं हुआ है।बीसीआई के निरीक्षण के बाद भी बहुत सारे कालेज निर्धारित मानकों को नहीं पूरा कर रहे है ।

    उन्होंने इन कालेजों की जांच स्वतन्त्र एजेंसी से कराने का कोर्ट से अनुरोध किया।कोर्ट ने कहा कि अगर निर्धारित अवधि में इन कालेजों की स्थिति में सुधार नही किया जाता, तो जांच कराई जा सकती हैं।

    इससे पूर्व कोर्ट ने बीसीआई के अनुमति/ अनापत्ति प्रमाण 2021- 22 की सत्र के लिए राज्य के 17 लॉ कालेजों को दाखिले के लिए अनुमति दी थी।

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    हाई कोर्ट ने पिछले 23 मार्च 2021 के उस आदेश , जिसके अंतर्गत बिहार के सभी 27 सरकारी व निजी लॉ कॉलेजों में नए दाखिले पर रोक लगा दी गयी थी। इस आदेश में आंशिक संशोधन किया गया। इसके तहत इन 17 कॉलेजों में सशर्त दाखिले की मंजूरी दे दी ।

    हाई कोर्ट ने साफ किया कि नया दाखिला सिर्फ 2021-22 के लिए ही होगा। अगले साल के सत्र के लिए बार काउंसिल से फिर मंजूरी लेनी होगी । पिछली सुनवाइयों में कोर्ट ने इन कालेजों का निरीक्षण कर बार काउंसिल ऑफ इंडिया को तीन सप्ताह में रिपोर्ट देने का आदेश दिया था।कोर्ट ने यह भी निर्देश दिया था कि जिन लॉ कालेजों को पढ़ाई जारी करने की अनुमति दी गई थी, वहां की व्यवस्था और उपलब्ध सुविधाओं को भी देखा जाए।

    इस मामलें पर अगली सुनवाई तीन सप्ताह बाद की जाएगी।

  • अगले 24 घंटों तक कई स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बरसात होगी

    मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे को लेकर पूर्वानुमान जारी करते हुए कहा है कि उत्तर पूर्वी उत्तर दक्षिण और पश्चिमी मध्य भाग में अगले 24 घंटों तक कई स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बरसात होगी।

    rainy-weather

    साथ ही मेघ गर्जन के साथ वज्रपात की भी संभावना है।

  • रफ्तार के रोमांच ने आफत में डाली जान, दुर्घटना की लाइव तस्वीरें देख दांतो तले उंगली दबा रहे लोग

    छपरा में मसरख के देवरिया में सड़क हादसे का एक लाइव वीडियो सामने आया है। मशरक मलमलिया सिवान शीतलपुर एस एच 73 पर मशरक थाना क्षेत्र के देवरिया नहर पर दो बाइक की टक्कर में दो शख्स घायल हो गए।घायल दोनों हाजीपुर में स्वास्थय कर्मचारी के रूप में कार्यरत हैं वे हाजीपुर से बाइक पर सवार होकर गोपालगंज जिले के फुलवरिया अपने गांव जा रहें थें।

    घायल दोनों को इलाज के लिए निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया जहां उसकी पहचान गोपालगंज जिले के फुलवरिया गांव निवासी अविनाश कुमार पिता ललन साह और गुड्डू कुमार पिता रामाकांत गुप्ता के रूप में हुई। बाइक दुर्घटना की घटना बगल के निजी नर्सिंग होम में लगें सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।

    घटना में दिख रहा है कि दोनों घायल बाइक पर सवार होकर गोपालगंज की तरफ जा रहें हैं उसी वक्त आगे जा रहा बाइक सवार एकाएक बहरौली गांव में जाने के लिए बाइक मोड़ दिया जिससे दोनों की टक्कर हो गई जिसमें दोनों घायल हो गए वही सड़क किनारे खड़ा वृद्ध भी गिर पड़ा।घायल को इलाज के लिए निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया।



  • दानापुर अनुमंडल के मनेर स्थित शेरपुर में हुए हादसे से नहीं ऊबर पा रहे लोग, दो का शव मिला बाकियों की तलाश जारी

    मनेर के शेरपुर में हुए नाव हादसे के शिकार लोगों के दर्द कम होने का नाम नहीं ले रहा है किसी ने अपना बेटा खोया तो किसी ने अपनी पत्नी और किसी ने अपनी बेटी।

    नाव हादसे में लगभग 10 लोग गायब हुए थे जिसमें से 2 लोगों का शव एनडीआरएफ की टीम ने बरामद किया लेकिन अभी भी 8 लोगों की तलाश जारी है। नाव हादसे में 10 लोग लापता हुए थे, 10 लोगों के नाम भी प्रशासन ने जारी किए थे। जिसमें से 2 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं विनोद राय और कंपन देवी के शव बरामद किए गए हैं नाव हादसे वाले दिन काफी भयावह स्थिति थी हादसे के शिकार कंपन देवी के पति भोला प्रसाद भी सवार थे।

    उनके अनुसार सारे लोग डूब रहे थे कोई घास तो कोई तैर कर पार होने की कोशिश कर रहा था वह भी पार कर रहे थे और तीन बार डूबे और फिर उभरे और जब उन्हें बांस का सहारा मिला तो बाहर निकल गए लेकिन उनकी पत्नी नदी में बहती हुई कहां चली गई उनको पता नहीं चला।

    2 दिन के बाद शव बरामद किया गया और उन्हें सौंपा गया उनका दर्द आज भी झलक रहा है मौत के मुंह से निकले मृतक कंपन देवी के पति भोला प्रसाद का कहना है कि काफी मुश्किल भरा समय था । हम लोग रोज नाव से उस पार अपने मवेशियों का चारा लाने के लिए जाते थे और उस दिन भी गए थे और लौटते वक्त बीच धारा में उल्टा पड़ने की वजह से नाव पलट गई ।

    और सभी नाव पर सवार 55 लोगों गंगा में डूब गए लेकिन किसी को नाव पर रखे घास का सहारा मिला तो किसी का उधर से नाव जा रही उसके बांस का, लोगों की जानें बची लेकिन अभी 10 में से 8 लोग के शव की बरामद नहीं किया गया उनकी तलाश एनडीआरएफ कर रही है प्रशासन भी लगी हुई है।



  • सरकार के दावों को झुठलाती यह तस्वीर, ऑटो पर खटिया लगा कर ले जा रहे मरीज

    बक्सर की सड़क पर स्वास्थ्य विभाग की लचार व्यवस्था देखने को सामने आ रही है कि किस तरह से एक मरीज के परिजन अपने मरीज को टैंपू पर खटिया लगा करके उस पर लाद कर के तकरीबन 40 से 50 किलोमीटर की दूरी तय कर रहे हैं। वह भी जब की मरीज के जांघ के कूल्हे की हड्डी टूटी हुई है ।

    परिजन ने बताया कि वे लोग बक्सर जिले के ईटहरी थाना के हकीमपुर गांव के रहने वाले हैं और इन इनके पिता जयराम की जाँघ की हड्डी टूट गई है जिसके बाद यह लोग सरकारी अस्पताल की लचर व्यवस्था को देखते हुए वहां ना जाकर निजी अस्पताल ले जा रहे थे।

  • महिला और नवजात की मौत से लोगों में आक्रोश, झोला छाप डॉक्टर की जमकर पिटाई, वीडियो हो रहा वायरल

    छपरा में मशरक के डुमरसन गांव में प्रसव के दौरान झोला छाप डॉक्टर के द्वारा गलत ऑपरेशन के बाद जच्चा बच्चा की मौत हो गई। इस घटना से नाराज लोगों ने झोलाछाप डॉक्टर की जमकर पिटाई कर दी। पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है।

    बताया जा रहा है कि मशरक थाना क्षेत्र के कर्ण कुदरिया निवासी की 23 वर्षीय महिला एवम नवजात की मौत डिलेवरी के दौरान निजी क्लीनिक में झोला छाप तथाकथित डॉक्टर द्वारा ऑपरेशन के बाद हो गई।

    जानकारी के अनुसार मृतक महिला कर्ण कुदरिया गांव निवासी सोनू राम पिता राजेंद्र राम की 23 वर्षीय पत्नी सिंधु देवी है। मामले में परिजनों ने बताया कि दो वर्ष पूर्व शादी हुई मृतक सिंधु देवी शादी के बाद गर्भवती हुई। उसको डिलेवरी के लिए डुमरसन बाजार अवस्थित निर्मल सेवा सदन में भर्ती कराया गया जहां चिकित्सक के पी यादव का बोर्ड लगा था किंतु किराना एवम दवा दुकान चलाने वाले द्वारा ऑपरेशन कर डिलेवरी कराई गई।

    जिसमे नवजात की मौत हो गई वही कुछ घंटों बाद महिला की स्थिति बिगड़ने लगी जिस पर चिकित्सक के द्वारा परिजनों के साथ छपरा गाड़ी से ले जाया गया जहां उसकी भी मौत हो गई। मौत होते ही परिजनों ने हंगामा करना शुरू किया ।

  • देश के पहले देसी युद्धपोत में मुजफ्फरपुर का ’आशीर्वाद’, INS विक्रांत में योगदान, स्कूल के साथ परिवार में ख़ुशी

    देश के प्रथम स्वदेशी नवनिर्मित युद्धपोत आई एन एस विक्रांत के निर्माण में मुजफ्फरपुर के लाल का मेहनत भी रंग लाया है। जानकारी के मुताबिक डॉल्फिन पब्लिक स्कूल के छात्र रहे आशीर्वाद किशोर, जो बी टेक इंजीनियर हैं, वे भी विशाखापट्टनम के शिपयार्ड में विक्रांत के निर्माण क्रू में शामिल थे और छह वर्षों के अथक परिश्रम के बाद यह निर्माण अपने स्वरूप में आया है।



    उनकी इस काबिलियत पर न सिर्फ डॉल्फिन पब्लिक स्कूल बल्कि जिलेवासी भी गौरवान्वित महसूस कर रहे है. आशीर्वाद के उपलब्धि पर उनके स्कूल में जश्न का माहौल हैं, और शिक्षक दिवस के अवसर पर विशेष भोज का आयोजन किया गया हैं.आशीर्वाद की इस उपलब्धि पर विद्यालय परिवार ने शिक्षक दिवस के अवसर पर उनकी मां सत्यप्रिया जो कि इसी विद्यालय में शिक्षिका हैं, को विशेष रूप से सम्मानित किया है।

    माँ सत्यप्रिया ने कहा कि मै अपने बेटे की उपलब्धि से काफ़ी खुश हूं.आशीर्वाद के पिता एलआईसी में विकास पदाधिकारी के पद पर सेवारत हैं। विदित हो कि आशीर्वाद ने डॉल्फिन स्कूल से ही 12वीं कक्षा तक स्कूली पढ़ाई की। बाद में उसने राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर में बी टेक इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। एक मेधावी और काबिल इंजीनियर के रूप में उन्हें आई एन एस विक्रांत के निर्माण शुरू में शामिल किया गया था इस उपलब्धि के साथ भारत उन विकसित देशों में शामिल हो गया है जिनको स्वदेशी सामरिक युद्ध बेड़ा निर्माण करने की क्षमता है।



    वहीं आशीर्वाद के स्कूल के मैनेजर धर्मवीर कुमार ने कहाँ कि ये हमारे लिए गर्व की बात है कि इस स्कूल के छात्र आशीर्वाद ने देश के स्वदेशी निर्मित युद्धपोत INS विक्रांत को बनाने में अपनी भूमिका निभाई हैं, ऐसे में हम अन्य छात्रों को भी प्रेरित करते हैं कि वो हमेशा कुछ अलग करने की कोशिश करें.