बिहार में ठंड का मौसम अब असर दिखाने लगा है। गया, बेगूसराय, मोतिहारी समेत राज्य के 14 शहरों में सर्दी बढ़ गई है। 14 नवंबर से पारा और तेजी से गिरने के आसार हैं।
हालांकि राजधानी पटना में अभी ठंड का असर कम है। गया राज्य का सबसे ठंडा शहर है। यहां रात का पारा 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है।
सुशील कुमार मोदी – प्रेस विज्ञप्ति 10.11.2022 पटना । पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार की जिद के कारण निकाय चुनाव टल गए, जिससे अतिपिछड़ा वर्ग के सैकड़ों लोग मेयर-डिप्टी मेयर बनने से वंचित रह गए।
चुनाव की तारीख, आचार संहिता और नामांकन को लेकर स्पष्ट घोषणा करे सरकार
आरक्षण देने के लिए पहले आयोग बनाया होता तो नहीं होती फजीहत
श्री मोदी ने कहा कि हाई कोर्ट के फैसले के बाद भले ही सरकार झुकी और अतिपिछड़ों को राजनीतिक आरक्षण देने के लिए अतिपिछड़ा वर्ग आयोग को पुनर्जीवित कर दिया गया, लेकिन अभी तय नहीं कि कब आयोग की रिपोर्ट आयेगी और चुनाव कब होंगे?
उन्होंने कहा कि निकाय चुनाव जब भी होंगे, तब फिर से नामांकन करना होगा या पहले के नामांकन ही मान्य होंगे, यह भी स्पष्ट नहीं है। श्री मोदी ने कहा कि निकाय चुनाव टल गए, लेकिन आचार-संहिता लागू है, इसलिए पूरे राज्य में शहरी विकास का कोई नया काम नहीं हो रहा है।
उन्होंने कहा कि इन सारी बातों के लिए नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं।
श्री मोदी ने कहा कि सरकार चुनाव की तारीख के बारे में स्पष्ट घोषणा करे, ताकि ऊहापोह की स्थिति समाप्त हो।
उन्होंने कहा कि जब महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में निकाय चुनाव पर रोक लगने का हवाला देकर एजी और राज्य निर्वाचन आयोग ने अतिपिछड़ों को आरक्षण देने के लिए विशेष आयोग बनाने और उसकी रिपोर्ट के अनुसार निकाय चुनाव कराने का मंतव्य दिया, तब नीतीश कुमार ने किसी की एक न सुनी।
श्री मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री के राजहठ के कारण अतंत: निकाय चुनाव पर रोक लगी और करना वही पड़ा, जो पहले किया जा सकता था। इसका खामियाजा अतिपिछड़ों को उठाना पड़ा।
आवेदक को भी राज्य में प्रदूषण के बारे में पूरक हलफनामा दायर करने का आदेश दिया।
चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने अधिवक्ता शम्भू शरण सिंह की दायर जनहित याचिका पर सुनवाई की।राज्य सरकार के राज्य परिवहन विभाग की ओर से इस केस में जबाब दाखिल कर कोर्ट को बताया गया कि राज्य में फ़िलहाल 47 सीएनजी पम्प स्टेशनों से वाहनों को सीएनजी गैस की आपूर्ति की जा रही है।
अगले वित्तीय वर्ष में 90 नये सीएनजी गैस पम्प स्टेशनो से वाहनों में सीएनजी गैस की आपूर्ति की जाएगी। गैल, आईओसीएल सहित चार सीएनजी गैस एजेंसी सीएनजी गैस पंप स्टेशन (कंप्रेस्ड नेचुरल गैस) लगाने के काम में जुटी हुई है।
पटना में 19 सीएनजी पम्प स्टेशनो से वाहनों को सीएनजी गैस का आपूर्ति किया जा रहा है वही अगले वित्तीय वर्ष में 11 नये सीएनजी पम्प स्टेशन को चालू कर दिया जायेगा।
राज्य के 11 जिलों में सीएनजी गैस पंप स्टेशन लगाने का काम तेजी से चल रहा है। अगले वित्तीय वर्षो में 16 नए जिलों में सीएनजी गैस पम्प स्टेशन लगा दिया जायेगा।
पटना, गया, मुज्जफरपुर, वैशाली, जहानाबाद, भोजपुर, रोहतास, समस्तीपुर, कैमूर, नालंदा तथा बेगूसराय जिलों में 47 सीएनजी गैस पंप स्टेशन से वाहनों में गैस की आपूर्ति की जा रही है।सिर्फ तीन जिला पटना गया और मुज्जफरपुर में जुलाई मध्य तक 25 हजार 314 वाहनों को 21 लाख 61 हजार 831 किलो गैस की आपूर्ति की गई है।
प्रत्येक माह सीएनजी की बिक्री में बढ़ोतरी हो रही है।सरकार सीएनजी को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रही है। विभाग अपने जबाब में कहा है कि राज्य सरकार पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचने की दिशा में हर संभव कार्य कर रही है और सीएनजी गैस को बढ़ावा दे रही है।
पटना हाइकोर्ट ने सुनवाई पूरी कर फैसला सुरक्षित रखा,जिसे आज सुनाया गया।।इस अग्रिम जमानत की याचिका पर जस्टिस सुनील कुमार पंवार ने सुनवाई की थी।
ये मामला बिहटा के राजीव रंजन सिंह ऊर्फ राजू सिंह के अपहरण से सम्बंधित मामला है।14नवम्बर,2014 को बिहटा पुलिस स्टेशन में थाना कांड संख्या 859/2014 रजिस्टर किया गया।
ये मामला दानापुर के जुड़ीशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास, अजय कुमार के समक्ष सुनवाई हेतु लंबित हैं। इस मामलें में सूचक सचिन कुमार ने बिहटा थाना में 14 नवंबर,2014 को सूचना दी कि उन्हें टेलिफोन पर ये पता चला है कि उनके चाचा राजीव रंजन सिंह ऊर्फ राजू सिंह का अपहरण हो गया है।
अपहर्ता 18 की संख्या में थे,जो पाँच scorpio गाड़ी से आये थे।उन्होंने राजू को बलपूर्वक ले गए।ये आरोप लगाया गया कि मोकामा के विधायक अनंत सिंह,बंटू सिंह व अन्य सोलह व्यक्तियों ने इसे अंजाम दिया।
इससे पहले भी दस करोड़ रुपए की फिरौती मांगे जाने का आरोप लगाया गया था,जिसकी सूचना कृष्णापुरी थाने को दी गई थी।
याचिकाकर्ता ने अपनी अग्रिम जमानत की याचिका में कोर्ट को बताया है कि उनके विरुद्ध जो अन्य आपराधिक मामलें है,उनमें वे जमानत पर है।पटना हाईकोर्ट में 2017 में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की थी,लेकिन उसे 16 फरवरी,2017 को कोर्ट ने नामंजूर कर दिया।
उसके बाद उन्होंने अग्रिम जमानत की कोई याचिका पटना हाइकोर्ट में नहीं दायर की।उन्होंने अपनी अग्रिम जमानत की याचिका में ये बताया है कि प्राथमिकी में उनका नाम नहीं था।साथ ही पीड़ित और सूचक ने उनका नाम इस घटना के सम्बन्ध में नहीं लिया था।
उन्होंने बताया कि घटना के दिन 14 नवंबर,2014 को वे सरकारी स्कूल में अपनी ड्यूटी में थे।उनके हस्ताक्षर भी उपस्थिति रजिस्टर में अंकित है।
इस अग्रिम जमानत की याचिका पर जस्टिस सुनील कुमार पंवार ने सुनवाई की।
ये मामला बिहटा के राजीव रंजन सिंह ऊर्फ राजू सिंह के अपहरण से सम्बंधित मामला है। 14नवम्बर,2014 को बिहटा पुलिस स्टेशन में थाना कांड संख्या 859/2014 रजिस्टर किया गया।
ये मामला दानापुर के जुड़ीशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास, अजय कुमार के समक्ष सुनवाई हेतु लंबित हैं। इस मामलें में सूचक सचिन कुमार ने बिहटा थाना में 14 नवंबर,2014 को सूचना दी कि उन्हें टेलिफोन पर ये पता चला है कि उनके चाचा राजीव रंजन सिंह ऊर्फ राजू सिंह का अपहरण हो गया है।
अपहर्ता 18 की संख्या में थे,जो पाँच scorpio गाड़ी से आये थे।उन्होंने राजू को बलपूर्वक ले गए।ये आरोप लगाया गया कि मोकामा के विधायक अनंत सिंह,बंटू सिंह व अन्य सोलह व्यक्तियों ने इसे अंजाम दिया।इससे पहले भी दस करोड़ रुपए की फिरौती मांगे जाने का आरोप लगाया गया था,जिसकी सूचना कृष्णापुरी थाने को दी गई थी।
याचिकाकर्ता ने अपनी अग्रिम जमानत की याचिका में कोर्ट को बताया है कि उनके विरुद्ध जो अन्य आपराधिक मामलें है,उनमें वे जमानत पर है।पटना हाईकोर्ट में 2017 में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की थी,लेकिन उसे 16 फरवरी,2017 को कोर्ट ने नामंजूर कर दिया।
उसके बाद उन्होंने अग्रिम जमानत की कोई याचिका पटना हाइकोर्ट में नहीं दायर की।उन्होंने अपनी अग्रिम जमानत की याचिका में ये बताया है कि प्राथमिकी में उनका नाम नहीं था।साथ ही पीड़ित और सूचक ने उनका नाम इस घटना के सम्बन्ध में नहीं लिया था।
उन्होंने बताया कि घटना के दिन 14 नवंबर,2014 को वे सरकारी स्कूल में अपनी ड्यूटी में थे।उनके हस्ताक्षर भी उपस्थिति रजिस्टर में अंकित है।
कैमूर जिले के मोहनिया थाना क्षेत्र के पुसौली के पास राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे एक होटल में सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ है। पुलिस ने दुर्गावती के पूर्व प्रखंड प्रमुख के होटल से 5 जोड़ी लड़के और लड़कियों को हिरासत में ले लिया है। हिरासत में लिए गए लड़कों के वाहन को भी पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। इसके आलावा पुलिस बलों ने होटल से कई आपत्तिजनक सामान भी बरामद किए हैं। इधर,पुलिस की इस कार्रवाई को देखते हुए होटल का संचालक और मैनेजर दोनों फरार हो गया।
पुलिस इन दोनों लोगों के विरुद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।कैमुर जिले के मोहनिया थाना क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग 2 के किनारे पुसौली के पास आदित्य होटल नामक प्रतिष्ठान है। जहां पर खाने और ठहरने का व्यवस्था मिलता है। लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे होने के कारण शहर से थोड़ी दूरी पर होने के कारण यहां पर सेक्स रैकेट पिछले एक सालों से चलता आ रहा था। जिसके बाद पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर जब होटल में छापामारी किया तो होटल के अंदर बने कमरे से काफी आपत्तिजनक सामान की बरामदगी हुई और कमरे में 5 जोड़ी लड़के और लड़कियां आपत्तिजनक हालत में बरामद हुए। जिसे पुलिस ने पांचों को हिरासत में ले लिया है । सभी के परिजनों को सूचना देते आगे की कार्रवाई में पुलिस जुटी हुई है।
बताया जा रहा है कि, कैमूर जिले से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या दो दिल्ली से कोलकाता को जोड़ता है। जिसको लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे कई होटल और रेस्टुरेंट बिना लाइसेंस के भी संचालित हो रहे हैं। इसी तरह का एक होटल आदित्य भी था। यहां पर रहने और खाने का भी प्रबंध था । शहर से दूर होने के कारण और सड़क किनारे एकांत जगह पर होने के कारण होटल मालिक और होटल मैनेजर द्वारा पैसे की लालच में होटल को सेक्स रैकेट की आड़ में झोंक दिया गया। जिसकी सुचना पुलिस टीम को मिली और उनके द्वारा छापेमारी की गई। इस मामले को लेकर मोहनिया थाना प्रभारी द्वारा दुर्गावती के पूर्व प्रखंड प्रमुख धर्मेंद्र गुप्ता जो वर्तमान में आदित्य होटल के मालिक हैं और उनके मैनेजर पर प्राथमिकी दर्ज कर लिया गया है।
होटल के बगल खेती करने वाले लोग बताते हैं यह होटल पिछले एक साल से संचालित है। यहां पर अक्सर लड़के और लड़कियों का झुंड देखा जाता है । इस होटल में एक घंटे के लिए 600 से ₹700 की उगाही किया जाता था। जिससे होटल कि अच्छी कमाई हो रही थी। हम लोगों को बगल में होने के कारण काफी परेशानी होता था लेकिन फिर भी हम लोग कुछ कह नहीं पाते थे। आज पुलिस कार्रवाई हुआ है जरूरी है ऐसे लोगों पर लगाम लगाने की।
इधर, इस घटना की जानकारी देते हुए मोहनिया थाना के एएसआई ने बताया कि पुलिस को वरीय पदाधिकारियों से सूचना मिला था कि मोहनिया थाना क्षेत्र के पुसौली के पास राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे अवस्थित आदित्य रेस्टोरेंट में अनैतिक कार्य हो रहा है। सूचना के सत्यापन को लेकर जब यहां पहुंचा गया तो यहां के उपलब्ध कमरे में 5 जोड़ी लड़के और लड़कियों को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा गया है । कमरे से कई आपत्तिजनक सामान भी बरामद हुए हैं। सभी को हिरासत में लेकर उनके परिजनों को सूचना देते हुए आगे की कार्रवाई की जा रही है। इन लोगों द्वारा होटल के बाहर खड़े किए गए वाहनों को भी जप्त कर लिया गया है। पुलिस की छापामारी देख होटल का मालिक और मैनेजर दोनों फरार हो गया है।
इन दोनों के विरुद्ध नामजद मोहनिया थाने में प्राथमिकी दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई की जा रही है।
बक्सर । बक्सर में श्री राम कर्म भूमि न्यास के बैनर तले बक्सर के अहिरौली गांव में सनातन संस्कृति समागम के तहत आज अंतर्राष्ट्रीय धर्म सम्मेलन का आयोजन किया गया है, जिसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे हुए हैं।
15 नवंबर तक चलने वाले इस समागम में भाजपा शासित 9 राज्यों के सीएम और उप मुख्यमंत्री राज्यपाल और उपराज्यपाल तथा कई केंद्रीय मंत्री अलग-अलग तिथियों को आएंगे।
इस समागम के आयोजन करता श्री राम कर्म भूमि न्यास सिद्धाश्रम के प्रमुख कार्यकर्ता केंद्रीय मंत्री व बक्सर सांसद अश्विनी कुमार चौबे ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य हर भारतीयों के मन में प्रभु श्रीराम के चरित्र को मन मंदिर में स्थापित करना और बक्सर के संस्कृति व आध्यात्मिक महत्व को विश्व पटल पर स्थापित करना है।
जहानाबाद । जहानाबाद जिले के कल्पा ओपी क्षेत्र के खेदरपुरा में जमीन विवाद को लेकर झड़प हो गई। जिसमें एक लड़की ने दिलेरी दिखाते हुए पिस्टल लेकर आए एक युवक से पिस्टल छीन ली। लडकी के जांबाजी के चर्चे आम हो रहे हैं।
दरअसल जमीन विवाद को लेकर समझौता के लिए दोनों पक्ष के लोग धुरिया गांव में जुटे थे। तभी एक पक्ष के तरफ से आए रामबाबू सिंह ने पिस्टल निकाल दी। मारपीट शुरू हुआ लेकिन इसी बीच रूपम ने रामबाबू के पास से पिस्टल छीन ली।
दरअसल पांच कट्ठा जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। विवाद के निपटारे के लिए दोनों पक्ष के लोग खेत में पहुंचे थे। जहां मारपीट शुरू हो गई। रूपम के पिता ने बताया कि 50 साल पहले जमीन का बंटवारा हुआ था हमारे हिस्से में जो जमीन आई थी उसमें 5 कट्ठा जमीन पर रामबाबू सिंह कब्जा जमाना चाहता था। किसी और से उसने जमीन को अपनी पत्नी के नाम लिखवा लिया।
अब खेत में पिलर गाना चाहता था जिसको लेकर हम लोगों ने विरोध किया। अभी बातचीत चल ही रही थी कि रामबाबू ने पिस्टल निकाल लिया, लेकिन उनकी बेटी रूपम ने जांबा जी दिखाते हुए युवक के पॉकेट से पिस्टल छीन लिया।
देसी पिस्टल के साथ ही 5 गोलियां भी बरामद की गई है जिसके बाद कल्पा ओपी की पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान को लेकर गंगा घाटों पर एक तरफ भारी भीड़ देखी जा रही है। तो वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के जिलों से हादसे की खबरें भी आने लगी है।
जहानाबाद में कार्तिक पूर्णिमा के दिन पोखर में नहाने गई दो बहनों की डूबने से मौत हो गई। घटना मखदुमपुर प्रखंड क्षेत्र के धराउत गांव स्थित चंदोखर पोखर की है। मंगलवार की सुबह दोनों चचेरी बहन ने पूर्णिमा पर स्नान के लिए गई थी लेकिन या दुर्घटना हो गई।
धरावठ गांव निवासी रविशंकर प्रसाद की 15 वर्षीय बेटी पलवी कुमारी और देवेंद्र प्रसाद की 16 साल की बेटी सरिता कुमारी दोनों तालाब में डूबने लगी लोगों ने बचाने की कोशिश की लेकिन बचाया नहीं जा सका। दोनों लड़कियां दसवीं क्लास की छात्रा थी अपनी मां के साथ दोनों गांव के पास स्थित चंदू खर पोखर में नहाने गई थी जहां गहराई में जाने की वजह से दोनों डूब गई।
घटना के बाद गांव में मातम का माहौल है वहीं शव को पोस्टमार्टम के लिए जहानाबाद सदर अस्पताल भेजा जा रहा है।
बंदरों के आतंक से यूपी में कई जिले के लोग परेशान हैं। ऐसे में सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। उत्तर प्रदेश के आगरा में बंदरों के बढ़ती संख्या और उनके आतंक को रोकने के लिए आगरा नगर निगम ने इसको लेकर रणनीति तैयार की है।
यहां करीब 10 हजार बंदरों की नसबंदी की जाएगी। इसके लिए निगम प्रशासन ने वन विभाग से अनुमति भी ले ली है। पहले चरण में ताजमहल के आसपास करीब पांच सौ बंदरों की नसबंदी की जाएगी। सरकार इसके लिए चार करोड़ रुपए खर्च करेगी। इसके लिए ताजमहल के आसपास जल्द ही बंदरों को पकड़ने के अभियान चलाया जाएगा।
बंदरों को पकड़ने के बाद उनकी नसबंदी की जाएगी। नगर निगम ने वन विभाग के साथ साथ वाइल्डलाइफ की टीम से भी संपर्क साधा है। नगर निगम के इस प्लान से जलद ही ताजमहल के पास से बंदरों के आतंक को खत्म हो जाएगा। ताजमहल के पास बंदरों का आतंक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के लिए लंबे समय से सिरदर्द बना हुआ है।
ताजमहल घूमने आने वाले पर्यटकों को बंदर लगातार अपना शिकार बना रहे हैं। यहां के बंद इतने खूंखार हो चुके हैं कि पिछले 6 महीने के भीतर दर्जनों लोगों को काट कर घायल कर चुके हैं। बंदरों के आतंक के कारण यहां आने वाले पर्यटक भयभीत रहते हैं। जिसका सीधा असर ताजमहल पर पड़ रहा है।
ताजमहल को बंदरों के आतंक से मुक्त करने के लिए अभियान चलाकर 10 हजार बंदरों को पकड़ा जाएगा और उनकी नसबंदी की जाएगी।