डाक्टर बनकर समाजसेवा करने का सपना तरु मौर्या ने किया पूरा

हिलसा ( नालंदा ) बेटा अगर दीपक है तो बेटियाँ बाती . ये बातें अब सिर्फ़ कहने की नहीं बल्कि हक़ीक़त भी है. बेटा और बेटी को एक समान मानते हुए पढ़ा लिखाकर कुछ करने के लिए प्रेरित करने वाले माता – पिता के सपने को बेटियाँ साकार कर रही हैं . अपनी कठिन मेहनत और लगन के दम पर तरु मौर्या जैसी बेटियाँ न केवल अपने परिवार बल्कि समाज और देश का भी नाम रौशन कर रही हैं .

ये बातें समाजसेवी सह नालंदा के ब्रांड ऐंबेसडर डा. आशुतोष कुमार मानव ने कही . वे शहर के क़ाज़ी बाज़ार स्थित तरु मौर्या के निवास पर नीट की परीक्षा में सफलता के लिए बधाई देने पहुँचे और उज्ज्वल भविष्य की कामना की . उन्होंने कहा कि सुश्री तरु अब शीघ्र अपने अभिभावकों व गुरुजनों के सपनों को साकार करते हुए इलाक़े में “ डाक्टर बिटिया “ कहलाएगी . वह शहर की अन्य लड़कियों के लिए आज प्रेरणा श्रोत बन चुकी है

इस सफलता पर तरु को बधाई देने वालों का ताँता लगा है . इस अवसर पर तरु मौर्या के पिता और खाद व्यवसायी धर्मेंद्र प्रसाद एवं माँ तनुजा वर्मा ने कहा कि तरु शुरू से ही मेधावी थी . कठिन मेहनत करके पढ़ाई लिखाई के साथ साथ मानव समाज सेवा से जुड़कर समाज सेवा करना इसे काफ़ी पसंद था . अपनी प्रतिभा के बदौलत कई दफ़ा पुरस्कृत भी हुई . अब वह एमबीबीएस डाक्टर बनकर ग़रीबों व ज़रूरतमन्दों की सेवा करने का अवसर प्राप्त करने वाली है जो सचमुच पूरे परिवार व समाज के लिए गौरव की बात है . बधाई देने वालों में मधुसूदन कुमार, शिक्षाविद अजीत कुमार सिंह, सौरव कुमार,रामाधीन प्रसाद , राज कुमार शशि, शिवानी कुमारी आदि शामिल थे .

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