न्यूज नालंदा – राजगीर में कलकल बहती गंगा को अंजुली में भर मुख्यमंत्री ने किया प्रणाम…

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गंगाजल आपूर्ति योजना का निरीक्षण करने शनिवार को राजगीर जलाशय पहुंचे। कलकल बहती गंगा को अंजुली में भरकर सीएम ने उन्हें प्रणाम किया।
सीएम ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए। कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद मेरी इच्छा थी कि इस जगह पर परियोजना का निर्माण हो। राजगीर जलाशय योजना शुरू हो जाने से पेयजल की समस्या से छुटकारा मिल जायेगा। साथ ही पर्यटन के क्षेत्र में भी इसका काफी फायदा मिलेगा। मुख्यमंत्री ने राजगीर जलाशय योजना का नामकरण गंगा जी राजगृह जलाशय करने की घोषणा की।
राजगीर में पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगाजल आपूर्ति का काम हम पहले ही करना चाहते थे, लेकिन उस वक्त पूरा नहीं हो सका। जब 2019 में जल-जीवन-हरियाली अभियान की शुरुआत की गयी तो हमने उसी समय तय किया कि राजगीर, गया, बोधगया और नवादा में गंगाजल की आपूर्ति की व्यवस्था करेंगे।
गया, बोधगया में भी अब पानी पहुंचने लगा है। उसका भी नामकरण कर दिया गया है। इसका नया नाम अब गंगाजी गयाजी जल आपूर्ति योजना कर दिया गया है। इस जलाशय का नाम गंगाजी राजगृह जलाशय तय कर दिया गया है।
राजगीर तो नया नाम है। राजगृह पुराना नाम है तो गंगाजी राजगृह के नाम से इसका नामकरण हो गया। 2009 में हम यहां आकर सात दिन रहे थे। एक-एक जगह जाकर वहां की समस्याओं को देखते थे। पहले यहां पर पानी की दिक्कत थी। अब इस सुविधा के बाद यहां पानी की कोई समस्या नहीं रह जाएगी। इससे आसपास के इलाकों का वाटर लेबल भी ठीक हो जाएगा। पर्यटन के दृष्टिकोण से भी यह क्षेत्र काफी महत्वपूर्ण है। सारी तरह की सुविधाएं उपलब्ध होने से यहां पर्यटन का काफी विकास होगा।
इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त परामर्शी मनीष कुमार वर्मा, जल संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना प्रमंडल के आयुक्त कुमार रवि, नालंदा के जिलाधिकारी शशांक शुभंकर एवं पुलिस अधीक्षक अशोक मिश्रा सहित अन्य अन्य वरीय पदाधिकारी मौजूद थे।

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