हिरण्य पर्वत की सुरक्षा भगवान भरोसे है। फिर से बदमाशों हिरण्य पर्वत पर हत्याकांड को अंजाम दिया। इस बार दारोगा पुत्र को मौत के घाट उतारा गया। शव शनिवार की सुबह हनुमान मंदिर के पीछे से मिली। घंटों बाद मृतक की पहचान नवादा के गोंविंदपुर थाना क्षेत्र के कुंडा गांव निवासी दारोगा रमेश कुमार के 22 वर्षीय पुत्र प्रीतम कुमार के रूप में की गई। पदाधिकारी वर्तमान में परिवार के साथ प्रोफेसर कॉलनी में रहते हैं।
न्यूज नालंदा – दारोगा पुत्र की हत्या , हिरण्य पर्वत पर मिली लाश, बदमाशों के लिए सेफजोन बना इलाका …
भगवान भरोसे पर्वत की सुरक्षा
हिरण्य पर्वत दो थाना इलाके में है। इसके बाद भी इसकी सुरक्षा भगवान भरोसे है। 9 साल पहले यहां पूर्णियों के दो छात्रों की पर्वत से नीचे फेंककर हत्या कर दी गई। इसके बाद भी पुलिस नहीं चेती। चोरी, छेड़खानी, छिनताई यहां हर दिन होती है।
सड़ चुकी है लाश, अपहरण के दिन हत्या
शव सड़ चुकी थी। सुबह की सैर को आए नागरिकों ने बदबू महसूस की। जिसके बाद शव मिला। सूचना पाकर डीएसपी व सोहस-लहेरी पुलिस दलबल के साथ पहुंच गई। घंटों मशक्कत के बाद शव को पहाड़ी से निकाला गया। मृतक के पिता ने बताया कि रॉड से पीटकर हत्या किया गया है । इसके बाद शव को पर्वत से नीचे फेंका गया। शव पत्थर पर अटक गई।
सभी बिंदुओं पर हो रही जांच
लहेरी थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने बताया कि पुलिस सभी बिंदुओं पर घटना की जांच कर रही है। दर्ज अपहरण के केस में हत्या की सुसंगत धारा लागू की जाएगी।