पूर्णिया/प्रवीण भदौरिया
कहते है नामी बनिया का बहुत कुछ बिकता है। कुछ ऐसा ही हालत लाइन बाजार के डॉक्टरों का है। जहाँ डॉक्टरों के पास अच्छे से मरीज देखने की केपेसिटी 30 से 40 मरीज की है। वहीं नामी डॉक्टर 3 सौ से साढ़े 3 सौ मरीज रोजाना देखते है। नतीजन मरीज को देखने मे ज्यादा समय नही दे पाते। नतीजन मरीज की मौत हो जाती है।लाइन बाजार के नामी डॉक्टर अरविंद कुमार के यहाँ एक मरीज की मौत के बाद जमकर हंगामा हुआ। हंगामा इतना बढ़ गया कि लोगो ने करीब एक घंटे तक सड़क जाम कर दिया। वही घटना के बाद डॉक्टर सहित स्टॉफ अस्पताल छोड़ फरार हो गए।बताया जा रहा है कि पूर्णिया जिला के जलालगढ़ थाना अंतर्गत डुमरा गांव निवासी 55 वर्षीय मधुसूदन पासवान का इलाज पिछले 5 वर्षों से लाइन बाजार के आर्यन नर्सिंग होम में डॉ अरविंद कुमार से इलाज चल रहा था ।मरीज को दमा की शिकायत थी
आज फिर मरीज को रेगुलर चेकअप हेतु लाया गया। जहाँ डॉक्टर ने ऑक्सीजन की शरीर में कमी बताते हुए इलाज शुरू किया।मृतक के पुत्र नीरज कुमार ने बताया कि डॉक्टर के निर्देश पर कंपाउंडर ने खड़े खड़े सुई लगा दी जिसके बाद उसके पिता की और हालत बिगड़ गई और वे गिर पड़े। उन्होंने बताया कि गिरने के बाद मदद के लिए डॉक्टर कंपाउंडर को बोलते रहे मगर किसी ने मदद नहीं की, उसे बाहर ले जाने को कहा। वही मृतक के पुत्र द्वारा ऑटो लाया गया मगर किसी ने ऑटो में लादने की भी जहमत नहीं उठाई, फिर वह अकेले कांधे पर उठाकर ले गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी
घटना के बाद परिजन आक्रोशित हो गए और आर्यन नर्सिंग होम में मृतक के शव को लेकर आ गए और हंगामा करने लगे हंगामा को देख अस्पताल में बैठे चिकित्सक एवं अन्य कर्मी मौके से फरार हो गए घटना की सूचना 112 नंबर की गाड़ी को दी गई मौके पर पुलिस पहुंची लेकिन आक्रोशित परिजन उनकी एक नहीं मानी और लाइन बाजार मुख्य मार्ग को जाम कर मुआवजे की मांग करने लगे इस दौरान घंटों एंबुलेंस सड़क पर जाम में फंसी रही वहीं पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बनी रही।वही घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुँच एक पक्ष का बयान लिया वही दूसरे पक्ष का बयान के लिए वे भी डॉक्टर और स्टाफ को ढूंढ रहे थे, मगर न मीडियाकर्मी को न ही पुलिस को कोई मिला