फुटपाथ संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष एवं बहुजन सेना के प्रदेश महासचिव रामदेव चौधरी ने ब्यान जारी कर कहा कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जनपद में फिर दिल दहला देने वाली घटना हुई है….. दो सगी दलित बहनों का बलात्कार और फिर हत्या के बाद शव पेड़ पर लटका दिए गए….
ठीक है…. किसे फर्क पड़ता है…. फर्क पड़ने के लिए आरोपी का किसी धर्म से होना जरूरी होता है….अभी देखे थे न हम सब दलित बच्चे इंद्र कुमार की मौत के मामले में… कैसे हत्यारे छैल सिंह के पक्ष में मीटिंग्स हुई थीं… कैसे पूरा जोर लगा दिया था मामले की लीपापोती करने में…..
मुझे न्याय की कोई उम्मीद नहीं है इस मामले में…. आप निकालिए कैंडल मार्च, मचाइए हो हल्ला…. क्या होगा… दे देंगे 20-25 लाख रुपया और एक सरकारी नौकरी… बस हो जाएगा न्याय…. नए भारत में न्याय की यही परिभाषा है अब….
एक हत्या = 20 लाख कैश + एक सरकारी नौकरी
बाकी अगर प्रशासन को गुस्सा आया न तो रात के दो बजे लाश कैरोसिन डालकर खेत में फूंक देगें…. जैसे हाथरस वाले केस में किया था…. कुछ लोग आवाज उठाने की कोशिश करेंगे तो सिद्दीकी कप्पन की तरह जेल भेज दिए जायेंगे….
अब तक इन बच्चियों के परिवार वालों को प्रशासन ने कैप्चर कर लिया होगा…. मामला निपटाने की जिम्मेवार प्रमुख सचिव लेवल के किसी अफसर को दी जा चुकी होगी…. बड़ी सावधानी से पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टरों का चुनाव कर लिया गया होगा… गांव में भारी संख्या में पीएसी तैनात कर दी गई होगी….परिवार को किसी से मिलने या मुंह खोलने की इजाजत नहीं होगी…..
फिक्र मत करिए… दो चार दिन में मामला निपटा दिया जाएगा…… लड़कियां ही तो मरी हैं… कौन सा गौ माता मरी हैं…..
इंतज़ार है कुछ नेताओं ,महिला वकीलों और समाजसेविओं को जनता को तसल्ली देने के लिए और खुद को प्रसिद्धि पाने के लिए और मीडिआ में भौकने का …वाकी तो विश्व में डंका बज ही रहा है .